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भारत सरकार के टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से आपके मोबाइल पर भी "इमरजेंसी अलर्ट" की सूचना मिली है. (File Photo)
भारत सरकार के टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से आपके मोबाइल पर भी "इमरजेंसी अलर्ट" आया है. आप इसे लेकर थोड़े बेचैन हैं तो पेरशान होने की जरूरत नहीं है कि क्योंकि टेलीकॉम डिपार्टमेंट द्वारा 'सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम' के जरिए हिंदी और अग्रेजी दोनों भाषाओं में भेजा गया यह एक 'टेस्ट मैसेज' है.
शुक्रवार 15 सितंबर दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर मोबाइल इनबॉक्स में आया यह मैसेज कोई पहला नहीं है. अगस्त से अबतक यह पांचवां या छठा टेस्ट मैसेज है जो यूजर के मोबाइल पर 'इमरजेंसी अलर्ट: सिवेयर के रुप में भेजा गया है. इसी तरह का मैसेज 29 अगस्त, 23 अगस्त, 21 अगस्त और 17 अगस्त को भी यूजर्स को आ चुका है. कई यूजर्स सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X'(ट्विटर) पर इनबॉक्स में आए मैसेज का स्क्रीनशॉट्स शेयर कर रहे हैं. आइए समझते हैं क्या है मैसेज और उसका मकसद.
क्या है मैसेज
मोबाइल फोन पर आए मैसेज में लिखा है कि यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेलब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश है. कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है. यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है. इस सिस्टम का मकसद सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है.
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क्या है मकसद
इमरजेंसी अलर्ट से जुड़े सवाल के जवाब में, C-DOT के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर राजकुमार उपाध्याय ने पहले कहा था कि ऐसी तकनीक केवल विदेशी विक्रेता के पास उपलब्ध है और सी-डॉट इसे भारत में विकसित कर रहा है. उन्होंने बताया था कि इसे नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) द्वारा आपदा के समय सीधे मोबाइल स्क्रीन पर अलर्ट प्रसारित करने के लिए लागू किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया था कि इस तकनीक का परीक्षण जियो और बीएसएनएल नेटवर्क पर किया जा रहा है. चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने देशभर में टेस्ट का जिक्र किया और कहा कि ब्रॉडकास्ट मैसेज के विभिन्न वर्जन हैं जिन्हें टेलीकॉम नेटवर्क के जरिए भेजे गया. C-DOT द्वारा विकसित इमरजेंसी सेल ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी का परीक्षण NDMA ने शुरू कर दिया है. एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने बताया कि यह नई तकनीक आपदा के वक्त लोगों को सचेत करने के लिए अलर्ट मैसेज भेजेगी.