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पोस्टपेड मार्केट कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि रेवेन्यू के हिसाब से यह करीब 22 हजार करोड़ रुपये का मार्केट है.
पिछले महीने दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने प्रीपेड टैरिफ में बढ़ोतरी की थी. अब पोस्टपेड ग्राहकों के लिए भी मोबाइल बिल महंगा हो सकता है. पोस्टपेड ग्राहकों पर कीमतों में बढ़ोतरी का खास प्रभाव नहीं पड़ता है और वे आमतौर पर अपने प्लान को जारी रखते हैं. ऐसे में प्रीपेड सेग्मेंट में भी प्लान की कीमतें बढ़ने के आसार दिख रहे हैं.
इससे पहले भारती एयरटेल ने पोस्टपेड सेग्मेंट में कॉरपोरेट यूजर्स के टैरिफ में जुलाई में बढ़ोतरी की थी और फैमिली प्लान में भी बदलाव किया गया था. दिग्गज टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) की बात करें तो भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के बाद इसके भी प्रीपेड प्लान इस महीने 1 दिसंबर से महंगे हो चुके हैं. मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि अगले कुछ महीनों में पोस्टपेड ग्राहकों पर भी भार बढ़ सकता है.
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22 हजार करोड़ के पोस्टपेड सेग्मेंट में Vodafone Idea की बादशाहत
- पोस्टपेड मार्केट कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि रेवेन्यू के हिसाब से यह करीब 22 हजार करोड़ रुपये का मार्केट है.
- जेफरीज के आकलन के मुताबिक पूरे टेलीकॉम सेक्टर के एक्टिव सब्सक्राइबर्स में करीब 5 फीसदी हिस्सा पोस्टपेड ग्राहकों का हिस्सा है और टेलीकॉम कंपनियों को 15 फीसदी रेवेन्यू पोस्टपेड सेग्मेंट से हासिल होता है.
- करीब 50-60 फीसदी सब्सक्राइबर्स एंटरप्राइज कस्टमर्स हैं और 34 फीसदी पोस्टपेड सब्सक्राइबर्स देश के तीन मेट्रो शहरों में व 36 फीसदी अर्बन सेंट्रिक ए-सर्किल्स से हैं. टेलीकॉम कंपनियों के दबदबे की बात करें तो 43 फीसदी मार्केट शेयर के साथ वोडाफोन आइडिया की पोस्टपेड सेग्मेंट में बादशाहत है. इसके अलावा भारती एयरटेल की इस सेग्मेंट में 28 फीसदी हिस्सेदारी है.
पोस्टपेड प्लान महंगा होने का कम असर
तकनीकी, मीडिया और टेलीकॉम सलाहकार संजय कपूर के मुताबिक अगर टेलीकॉम कंपनियों पोस्टपेड टैरिफ में बढ़ोतरी नहीं करती हैं तो यह आश्चर्यजनक होगा. कपूर के मुताबिक इसमें जितनी देरी होगी, कंपनियों का नुकसान उतना ही अधिक होगा. कपूर भारती एयरटेल के पूर्व सीईओ भी रह चुके हैं. कपूर के मुताबिक अगर एयरटेल और वोडाफोन आइडिया पोस्टपे़ड ग्राहकों के लिए प्लान महंगा करती हैं तो उनके सब्सक्राइबर्स के कहीं और जाने की संभावना बहुत कम है क्योंकि उनके लिए ब्रांड प्रिफरेंस और बेहतर अनुभव ज्यादा मायने रखता है. मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि अगले कुछ महीनों में पोस्टपेड टैरिफ में बढ़ोतरी हो सकती है.
भारत में सबसे सस्ता टैरिफ
एमर्जिंग मार्केट्स टेक्नोलॉजी, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट एंड टेलीकम्यूनिकेशंस लीडर ईवाई प्रशांत सिंघल के मुताबिक टैरिफ में बढ़ोतरी बहुत जरूरी है क्योंकि दुनिया भर में भारत में टैरिफ सबसे सस्ता है और अब प्रीपेड महंगा होने के बाद पोस्टपेड भी महंगा हो सकता है. भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया पहले ही मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखने के लिए 300 रुपये का एआरपीयू (एवरेज रियलाइजेशन पर यूजर) तक पहुंचने का संकेत दे चुकी हैं. वोडाफोन आइडिया के सीआईओ व एमडी रविंदर टक्कर के मुताबिक टेलीकॉम इंडस्ट्री का एआरपीयू 130 रुपये के करीब है जोकि पांच साल पहले 200 रुपये से अधिक था. ऐसे में टक्कर ने पहले 200 रुपये के एआरपीयू पर पहुंचने का लक्ष्य रखा है. वोडाफोन आइडिया का एआरपीयू अभी 109 रुपये और भारती एयरटेल का 153 रुपये है. रिलायंस जियो के लिए एआरपीयू 143.6 रुपये है.