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The company, after deleting Mastodon’s official account, decided to ban all accounts posting handles and links to other rival social media platforms like Instagram and Facebook. (photo credits- reuters)
Twitter Blue Tick : एलन मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर के ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन सर्विस के रिलॉन्च प्रोग्राम को फिलहाल के लिए टाल दिया है. मस्क ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरीए इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि अगले कुछ दिनों के लिए ट्विटर की Blue Tick सर्विस के रिलॉन्च प्रोग्राम को फिलहाल के लिए टाला जा रहा है. उन्होंने लिखा कि जब तक अकाउंट्स की सही तरीके से वेरिफिकेशन पूरी नहीं हो जाती है, तब तक उसे ब्लू टिक नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत और किसी इंस्टीट्यूट के वेरिफिकेशन के बाद अगल-अलग रंग के टिक दिये जाएंगे, ताकि यह पता चल सके कि यह अकाउंट किसी व्यक्ति का है या फिर किसी इंस्टीट्यूट का.
Holding off relaunch of Blue Verified until there is high confidence of stopping impersonation.
— Elon Musk (@elonmusk) November 22, 2022
Will probably use different color check for organizations than individuals.
Blue Tick आइडेंटिटी वेरिफिकेशन की पहचान
इससे पहले ट्विटर पर Blue Tick आइडेंटिटी वेरिफिकेशन की पहचान थी, जिससे किसी यूजर की ऑथेंटिकेशन और विश्वसनीयता का पता चलता था. लेकिन ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद एलन मस्क ने 8 डॉलर यानी भारतीय करेंसी में 654.39 रुपये के भुगतान के बदले में सभी यूजर्स को ब्लू टिक देने का एलान किया था. ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन सर्विस के बाद ट्विटर पर अचानक से फेक अकाउंट्स और खबरों की बाढ़ सी आ गई थी. इनमें दुनिया के बड़े ब्रांड, कंपनियों और सेलिब्रिटिज के नाम के फेक अकाउंट्स भी शामिल हैं, जिसके बाद हुई फजीहत को देखते हुए एलन मस्क ने इस सर्विस पर रोक लगा दी थी. एलन मस्क ने कहा कि ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन सर्विस को कुछ जरूरी बदलावों के बाद फिर से रिलॉन्च किया जाएगा.
क्या था मामला
मामले का खुलासा उस समय हुआ जब ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन सर्विस के तहत दुनिया की दिग्गज फार्मेसी कंपनी Eli Lilly (LLY) के नाम से एक फेक अकाउंट बनाया गया और 8 डॉलर की पेमेंट से उसे वेरिफाई करवा लिया गया. इस फेस अकाउंट से एक पोस्ट की गई, जिसकी वजह से फार्मा कंपनी को करीब 1.20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. दरअसर, इस फेक अकाउंट से 'Insulin is Free Now' नाम से एक पोस्ट की गई, जिसके बाद कंपनी के शेयर्स मे भारी गिरावट दर्ज की गई.