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क्या है eSIM और कैसे करता है काम? नए iPhone में मिलेगा आॅप्शन

ई-सिम मोबाइल में लगने वाला एक वर्चुअल सिम होता है. ई-सिम (E-sim) का मतलब इंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल होता है.

ई-सिम मोबाइल में लगने वाला एक वर्चुअल सिम होता है. ई-सिम (E-sim) का मतलब इंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल होता है.

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ई-सिम मोबाइल में लगने वाला एक वर्चुअल सिम होता है. ई-सिम (E-sim) का मतलब इंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल होता है. (Representational Image)

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Apple ने बुधवार को डुअल सिम सपोर्ट वाले iPhone लॉन्च किए हैं. हालांकि Apple में डुअल सिम वैसे काम नहीं करेगा जैसे सामान्य स्मार्टफोन में काम करता है. नए iPhone में एप्पल ने डिजिटल सिम को जोड़ा है जिसे eSIM कहा जाता है. आइये जानते हैं क्या है eSIM और यह कैसे काम करता है?

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ई-सिम मोबाइल में लगने वाला एक वर्चुअल सिम होता है. ई-सिम (eSIM) का मतलब इंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल है. ई-सिम को फोन में लगाने की जरूरत नहीं होती है. ई-सिम के जरिए फिजिकल सिम के सभी सर्विस का फायदा लिया जा सकता है. यह एक तरह का चिप होता है जो सिम कार्ड की तरह ही काम करता है.

e sim india, e sim meaning, e sim airtel, e sim india,,what is e sim in hindi, what is e sim in hindi, how e sim works, e sim providers in india, tech news in hindi, business news in hindi Apple ने बुधवार को तीन नए iPhone लॉन्च किए हैं. इन तीनों फोन के नाम iPhone XS, iPhone XS Max और iPhone XR हैं.  (Reuters)

ई-सिम, फोन में या किसी डिवाइस में पहले से ही इंस्टॉल्ड रहते हैं मतलब ई-सिम को आप निकाल नहीं सकते. साथ ही इसे आप सभी डिवाइस में नहीं लगा सकते. सिम को टेलीकॉम कंपनियां एक्टिव करती हैं. इसकी खासियत यह है कि ऑपरेटर बदलने पर आपको सिम कार्ड नहीं बदलना पड़ता है. इसके अलावा स्मार्टफोन में सिम कार्ड स्लॉट की भी जरूरत नहीं होती है.

कोई सब्सक्राइबर यदि अपना टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर मतलब सिम बदलकर दूसरी सिम खरीदना चाहता है तो इसके लिए दूसरी सिम नहीं खरीदनी होगी बल्कि उसके मोबाइल फोन में इंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल (eSIM) डाल दी जाएगी और ई-सिम को अपडेट कर दिया जाएगा.

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मई 2018 में भारत सरकार ने ई-सिम को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे. सरकार के निर्देश मुताबिक, हरेक मोबाइल यूजर अधिकतम 18 सिम का इस्तेमाल कर सकता है. जिसमें मोबाइल फोन के लिए नौ सिम और 9 मशीन-टू-मशीन सिम मिलाकर कुल 18 सिम के इस्तेमाल की इजाजत दी है. मतलब एक यूजर को अधिकतम 18 सिम कार्ड ही इश्यू किया जा सकता है.

ई-सिम इस्तेमाल करने से आपकी स्मार्टफोन बैटरी लाइफ बढ़ जाएगी. सॉफ्टवेयर के जरिए काम करने वाले ई-सिम में फिजिकल सिम की अपेक्षा में स्मार्टफोन के बैटरी की खपत कम होगी. भारत में फिलहाल एयरटेल और जियो के पास ही ई-सिम उपलब्ध है.