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WhatsApp Pink Scam: एक तरफ जहां व्हाट्सऐप नए अपडेट लॉन्च करने में लगा है, दूसरी तरफ प्लेटफॉर्म पर फ्रॉड की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
WhatsApp Pink Scam: एक तरफ जहां व्हाट्सऐप नए अपडेट लॉन्च करने में लगा है, दूसरी तरफ मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर फ्रॉड की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है. अब व्हाट्सऐप पिंक स्कैम का नाम काफी तेजी से उछल रहा है. मुंबई, केरल, कर्नाटक समेत कई राज्यों की पुलिस और सरकारी एजेंसियों ने इस फ्रॉड के बारे में चेतावनी जारी की है. नॉर्थ रीजन साइबर क्राइम विंग के एक ट्वीट में एक चेतावनी जारी की गई, "व्हाट्सएप पिंक - एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक रेड अलर्ट." सरकार के साइबर सुरक्षा संगठनों ने भी पिंक व्हाट्सऐप घोटाले की बढ़ती संख्या के बारे में चेतावनी जारी की है.
क्या है पिंक स्कैम?
इस स्कैम के तहत स्कैमर्स और हैकर्स प्लेटफॉर्म के जरिए गलत संदेश फैलाकर व्हाट्सऐप यूजर्स को निशाना बना रहे हैं. कथित तौर पर, संदेश में एक लिंक होता है जो यूजर्स को व्हाट्सऐप पिंक डाउनलोड करने के लिए कहता है. ये मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का एक नकली वेरिएंट है. रिपोर्टों के अनुसार, स्कैमर्स कई यूजर्स को इस आश्वासन के साथ टारगेट कर रहे हैं कि नया संस्करण एक बेहतर इंटरफ़ेस और नया फीचर प्रदान करेगा.
पुलिस का क्या है कहना?
मुंबई पुलिस ने "पिंक व्हाट्सऐप" नाम से मशहूर इस व्हाट्सऐप फ्रॉड के बारे में सार्वजनिक चेतावनी जारी की है. कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अपनी सलाह में प्लेटफॉर्म पर फैल रहे इस नए धोखाधड़ी के बारे में जनता को चेतावनी दी है. पुलिस ने लिंक पर क्लिक न करने या संबंधित प्रोग्राम को डाउनलोड न करने के लिए कहा गया है. एडवाइजरी में कहा गया है, ''अतिरिक्त फीचर्स के साथ नए पिंक लुक वाले व्हाट्सऐप की खबरें अफवाह हैं, जो सॉफ़्टवेयर के माध्यम से आपके मोबाइल को हैक कर सकती है."
क्या करना चाहिए?
पुलिस के नोटिस के मुताबिक, मैसेज में जो लिंक मौजूद है, वह एक फ़िशिंग का प्रयास है. लिंक पर क्लिक करने से, यूजर्स अपने डिवाइस के साथ छेड़छाड़ होने का जोखिम उठाता है, जिससे घोटालेबाजों को उनकी डिवाइस की जानकारी चुराने या उनकी अनुमति के बिना इसका उपयोग करने की अनुमति मिल सकती है. यूजर्स को ऐसे फ़िशिंग प्रयास से बचाने के लिए पुलिस ने कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं. सबसे पहल प्राधिकरण ने निर्देश दिया है कि अगर किसी यूजर्स ने नकली व्हाट्सऐप इंस्टॉल किया है, तो उसे अनइंस्टॉल करें. इसके अलाव, यूजर्स को अविश्वसनीय साइटों से लिंक पर क्लिक करते समय सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है. यूजर्स से अनुरोध किया गया है कि यूजर केवल आधिकारिक Google Play Store, iOS ऐप स्टोर इत्यादि जैसे स्रोतों से ऐप्स डाउनलोड या अपडेट करें.