/financial-express-hindi/media/post_banners/GWzAlEU3kB9yA7dFv3rd.jpg)
With this move, the company has positioned itself as a marketing hub
/financial-express-hindi/media/post_attachments/HyLDJsIUsvSXe2XzQA38.jpg)
व्हाट्सऐप (WhatsApp) के BHIM UPI कंप्लायंट पेमेंट सर्विस का 2016 से इंतजार हो रहा है और इस साल के पहले छह महीनों में इसके आने की उम्मीद है. अभी यह डेटा लोकलाइजेशन रेगुलेशन के अनुपालन करने की प्रक्रिया में है. इसके बाद यह सिक्योरिटी ऑडिट से गुजरेगा और फिर इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से अंतिम मंजूरी मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक, फेसबुक (Facebook) के स्वामित्व वाला प्लेटफॉर्म आरबीआई के डेटा लोकलाइजेशन पर नियमों का पालन करने के एडवांस स्टेज में है.
RBI से मिलेगी अंतिम मंजूरी
सूत्रों का कहना है कि अभी कंपनी डेटा लोकलाइजेशन के नियमों के अनुपालन को पूरा कर रही है, और इसके बाद नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन कॉरपोरेशन (NPCI) द्वारा सिक्योरिटी ऑडिट होगा और फिर यह आरबीआई ले मंजूरी लेने के लिए योग्य होगा.
कंपनी व्हाट्सऐप के पेमेंट्स सर्विस के लिए पायलट चला रही है जिसके करीब 1 मिलियन यूजर्स हैं. भारत में पेमेंट सर्विस की सुविधा देने वालों में सबसे आगे Google Pay है और इसके साथ Paytm, PhonePe, BHIM app और Axis Pay भी इनमें शामिल हैं. एक दूसरे सूत्र के मुताबिक गूगल ने लोकलाइजेशन की सभी जरूरतों को पूरा कर लिया है और अभी यह ऑडिट से गुजर रही है. यह जल्द ही आरबीआई से अंतिम मंजूरी हासिल कर लेगी. व्हाट्सऐप को इसमें थोड़ा ज्यादा समय लगेगा क्योंकि उनका पालन करना अभी बाकी है.
अब UPI के जरिये भी कर सकेंगे रिकरिंग पेमेंट, RBI ने दी मंजूरी
Google Pay, Amazon Pay से मुकाबला
व्हाट्सऐप काफी समय से अपनी पेमेंट सर्विस की शुरुआत करने की कोशिश कर रही है क्योंकि वह भारत में डिजिटल पेमेंट मार्केट में आना चाहती है. पिछले साल जुलाई में उसके ग्लोबल हेड Will Cathcart कुछ सीनियर अधिकारियों के साथ भारत आए थे. वे आरबीआई, NPCI और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अधिकारियों और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात के लिए आये थे. मीडिया से बातचीत में Cathcart ने कहा था कि कंपनी का पेमेंट्स सर्विस को इस साल (2019 में) लॉन्च करने का इरादा है.
भारत व्हाट्सऐप के लिए एक जरूरी बाजार है. दुनिया में प्लेटफॉर्म के कुल 1.5 अरब यूजर्स में से 40 करोड़ भारत के हैं. वर्तमान में UPI आधारित पेमेंट्स सर्विस देने वाले 45 से ज्यादा थर्ड पार्टी ऐप्स हैं जिनमें गूगल पे, अमेजन पे, फ्लिपकार्ट और PhonePe शामिल हैं. इसके अलावा 140 बैंक जैसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक और एक्सिस बैंक भी ये सेवाएं देते हैं.