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Xiaomi क्या अपने यूजर्स की कर रही जासूसी? रिपोर्ट में दावा- पर्सनल डेटा भी विदेश में हो रहा स्टोर

Xiaomi के ग्राहकों के लिए चिंता की खबर है.

Xiaomi के ग्राहकों के लिए चिंता की खबर है.

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FE Online
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Xiaomi is recording data of its users say forbes report company denies report

Xiaomi के ग्राहकों के लिए चिंता की खबर है. (Image: Reuters)

Xiaomi is recording data of its users say forbes report company denies report Xiaomi के ग्राहकों के लिए चिंता की खबर है. (Image: Reuters)

Xiaomi के ग्राहकों के लिए चिंता की खबर है. फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी अपने यूजर्स की प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ कर रही है. कंपनी फोन के डेटा को दूसरी चीनी टेक कंपनी अलीबाबा को भेज रही है. रिपोर्ट के मुताबिक साइबर सिक्योरिटी रिसर्च करने वाले Gabi Cirlig ने बताया कि उनके सभी वेबसाइट, सर्च इंजन और वह जो भी चीज कंपनी के न्यूज फीड फीचर पर देख रहे थे, वह सभी ट्रैक हो रहा था. यह इनकोग्निटो मोड में भी जारी था.

फोल्डर और स्क्रीन पर भी नजर

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डिवाइस यह भी रिकॉर्ड कर रहा था कि कौन से फोल्डर खोले जा रहे थे और स्क्रीन पर क्या सिलेक्ट किया जा रहा था जिसमें सेटिंग्स पेज भी शामिल है. सभी डेटा की पैकेजिंग करके उसे सिंगापुर और रुस में रिमोट सर्वर को भेजा जा रहा था. फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, Mi Browser Pro और Mint Browser भी इसी डेटा को जमा कर रहे थे. गूगल प्ले के आंकड़ों के मुताबिक इनके 15 मीलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं.

इससे अभी लाखों लोगों के प्रभावित होने की उम्मीद है. हालांकि, Xiaomi किसी भी तरह की दिक्कत होने का खंडन किया है. कंपनी दुनिया में मार्केट शेयर के मुताबिक चौथी सबसे बड़ी स्मार्टफोन बनाने वाली है जिसका स्थान एप्पल, सैमसंग और हुवावे के बाद आता है. Xiaomi की बड़ी ताकत इसके सस्ते दाम में मिलने वाले डिवाइस हैं.

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कंपनी ने प्राइवेसी को बताया अहम

इसका जवाब देते हुए कंपनी ने कहा कि रिसर्च में किए गए दावे झूठे हैं और प्रावेसी और सुरक्षा उनके लिए सबसे अहम है. इसके साथ ही उसने कहा कि वह डेटा प्राइवेसी से संबंधित कानूनों और नियमों का सख्त तौर पर पालन करती है. लेकिन कंपनी ने फोर्ब्स को बताया कि ब्राउजिंग डेटा को इकट्ठा किया जा रहा है. कंपनी के प्रवक्ता ने इससे भी इनकार किया कि ब्राउजिंग डेटा को इनकोग्निटो मोड में भी रिकॉर्ड किया जा रहा है.

कंपनी के डेटा को इकट्ठा करने की एक दूसरी वजह भी हो सकती है जो यूजर के व्यवहार को समझना हो सकता है. कंपनी एक एनालिटिक्स कंपनी सेंसर एनालिटिक्स की सेवाओं का इस्तेमाल कर रही है. चीनी स्टार्टअप सेंसर डेटा ने 2015 में स्थापित होने के बाद से 60 मिलियन डॉलर जमा किए हैं. Xiaomi के प्रवक्ता ने कहा कि सेंसर एनालिटिक्स कंपनी के लिए डेटा एनालिटिक्स सोल्यूशन देती है. जमा हुए डेटा को कंपनी के खुद के सर्वर पर स्टोर किया जाता है और सेंसर एनालिटिक्स या किसी दूसरी थर्ड पार्टी कंपनी के साथ साझा नहीं किया जाता.

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