Corporate Health insurance: सिर्फ कंपनी की हेल्थ इंश्योरेंस पर निर्भर रहना पड़ सकता है भारी, जानिए कैसे?

Photo Credit : Reuters

कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस अक्सर कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन इसमें कुछ सीमाएं होती हैं, जो बढ़ते मेडिकल खर्चों के समय आपको असुरक्षित बना सकती हैं.

Photo Credit : Reuters

कंपनी द्वारा प्रदान की गई स्वास्थ्य कवरेज आपकी नौकरी से जुड़ी होती है, यानी नौकरी बदलने पर कवरेज खो सकता है या हायर प्रीमियम देना पड़ सकता है.

Photo Credit : Reuters

कॉर्पोरेट हेल्थ प्लान्स में कवरेज कैप्स और कुछ एक्सक्लूजन होते हैं, जो गंभीर बीमारियों या लंबी अवधि के उपचार दौरान जेब पर वित्तीय बोझ बढ़ा सकते हैं.

Photo Credit : Reuters

बीमा विशेषज्ञों का मानना है कि प्राइवेट जॉब वालों को अपने कॉर्पोरेट प्लान के साथ पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस भी लेना चाहिए, जिससे मेडिकल खर्चों को कवर करने में मदद मिल सकती है.

Photo Credit : Reuters

पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस अधिक पूर्वानुमानित और सस्ती होती है, जो कम कटौती और को-पे के साथ बजट बनाना आसान बनाती है.

Photo Credit : Reuters

कॉर्पोरेट कवरेज के साथ पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस लेने से अधिकतम कवरेज और स्वास्थ्य देखभाल में लचीलापन मिलता है.

Photo Credit : Reuters

कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस के साथ पर्सनल प्लान जोड़कर, अप्रत्याशित चिकित्सा खर्चों से बचने और वित्तीय तनाव को कम करने में सहायता मिलती है.

Photo Credit : Reuters

कॉर्पोरेट प्लान के साथ पर्सनल हेल्थ कवरेज आपको और आपके परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है, जिससे मन की शांति मिलती है.

Photo Credit : Reuters