scorecardresearch

EV Care Tips: बारिश में इलेक्ट्रिक वाहनों को रखना चाहते हैं फिट, इन तरीकों से रखें ई-बाइक, कार और स्कूटर का ख्याल

बारिश के सीजन में इलेक्ट्रिक वाहनों को फिट रखना जरूरी है ताकि सफर के दौरान किसी तरह परेशानी न आए. अगर आपके पास इलेक्ट्रिक कार, बाइक या स्कूटर है तो उसके रखरखाव और बेहतर मेंटनेंस के लिए यहां बताए गए तरीके अपना सकते हैं .

बारिश के सीजन में इलेक्ट्रिक वाहनों को फिट रखना जरूरी है ताकि सफर के दौरान किसी तरह परेशानी न आए. अगर आपके पास इलेक्ट्रिक कार, बाइक या स्कूटर है तो उसके रखरखाव और बेहतर मेंटनेंस के लिए यहां बताए गए तरीके अपना सकते हैं .

author-image
FE Hindi Desk
New Update
EV Care tips

मानसून का बारिश देश के ज्यादातर हिस्सों में हो रही है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और आसपास के इलाकों में जल्द ही ये दस्तक देने वाली है. हाल में प्री-मानसून बारिश के कारण सड़कें पानी-पानी हैं. ऐसे मे रोजमर्रा के कामकाज, मेडिकल चेक अप जैसे तमाम के लिए घर से बाहर निकलने पर आमलोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी वाहन मालिकों के सामने है. इन परेशानियों में सड़क पर जलभराव के कारण गाड़ी बंद हो जाना, ब्रेकिंग सिस्टम का सही से काम न करना, शॉर्ट सर्किट जैसे कई शामिल हैं. इन सभी को ध्यान में रखते हुए बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों (स्कूटर, बाइक और कार) के लिए यहां कुछ जरूरी सेफ्टी टिप्स बताए गए हैं. इन बातों पर अमल करके आप बारिश के मौसम में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को सुरक्षित इस्तेमाल में ला सकेंगे.

EV के लिए खोजें एक सुरक्षित पार्किंग

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सुरक्षित पार्किंग जरूरी है. संभव हो तो अपनी ईवी को किसी शेल्टर या कवर की गई जगह के नीचे ही पार्क करें. अगर ऐसा नहीं हो पा रहा है तो ईवी को किसी सुरक्षित लेयर से कवर कर दें वरना लंबे समय तक बारिश के संपर्क में रहने से उसमें नमी आ सकती है नतीजतम ईवी के कई हिस्सों में जंग लगने की संभावना बढ़ जाएगी.

Advertisment

फ्यूल से चलने वाले वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों में ज्यादातर इलेक्ट्रिक पार्ट्स शामिल होते हैं. ऐसे में जहां ईवी को पार्क किया जाता है, वहां बहुत अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है.अहम बात यह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को पेड़ों या खंभों के पास पार्क न करें.

जलभराव वाली सड़कों पर जानें से बचें

मौजूदा इलेक्ट्रिक वाहन पानी के निचले स्तर से गुजरने में सक्षम है लेकिन जिन सड़कों पर अधिक जलभराव है वहां से गुजरने पर इलेक्ट्रिक व्हीकल खराब हो सकता हैं. दरअसल इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर के अंदरूनी हिस्से काफी सेंसिटिव होते हैं. ये इलेक्ट्रॉनिक्स सेंसर से लैस होते हैं और इन पार्ट्स के खराब होने पर ठीक करवाने में जेब पर काफी बोझ पड़ सकता है.

बैटरी हेल्थ की करें जांच

इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी से चलती हैं. इस मौसम में बैटरी का नियमित जांच जरूरी है. किसी इन्सुलेशन या कनेक्टर क्षति के लिए समय-समय पर जांच करें. बैटरी में अगर कोई गड़बड़ी नजर आ रही है, तो ईवी को बिना चालू किए अधिकृत सर्विस सेंटर पर दिखाएं. बैटरी पर दी गई आईपी रेटिंग पर भी ध्यान रखें जो दी गई सुरक्षा के स्तर को दर्शाता है.

Also read : मोबाइल रिचार्ज से लेकर बैंक खाते तक, जुलाई में होंगे कई बड़े बदलाव

चार्जिंग उपकरण सुरक्षित रखें

चार्जिंग इक्विपमेंट में पानी घुसने से बचाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन के अंदर चार्जिंग उपकरण रखने से बचें. नमी की उपस्थिति न सिर्फ चार्जिंग डिवाइस को बल्कि चार्जर से कनेक्ट होने पर बैटरी को भी नुकसान पहुंचा सकती है. और इन जगहों पर पानी की मौजूदगी शॉर्ट सर्किट की वजह बन सकती है. इसके अलावा, भारी बारिश के संपर्क में आने वाले सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों का उपयोग करने से बचें.

ईवी के चुनें सही इंश्योरेंस प्लान

भारत में वाहनों के लिए इंश्योरेंस जरूरी है लेकिन ज्यादातर पॉलिसियां मानक समावेशन के रूप में बाढ़ से होने वाली नुकसान को कवर नहीं करती हैं. बजाय इसके इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को अलग से बाढ़ सेफ्टी के लिए कवरेज खरीदना होगा.सामान्य इंश्योरेंस की तुलना में बाढ़ सेफ्टी के लिए कवरेज पर अधिक खर्च करने पड़ेंगे. लेकिन एक बार कवरेज खरीद लेने के बाद भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करने में काफी हद क मदद मिल सकती है. 

Electric Vehicles