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Hyundai ने अब अपनी न्यू जनरेशन हाइब्रिड प्लेटफार्म लान्च की.(Image : Hyundai )
Hyundai reveals next gen hybrid platforms, Is Creta Hybrid on cards? दुनियाभर में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री धीमी पड़ने के बाद अब कई वाहन निर्माता कंपनियां हाइब्रिड तकनीक की ओर ध्यान दे रही हैं. इस दिशा में Hyundai ने भी बड़ा कदम उठाया है. बैटरी से चलने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों (BEVs) की मजबूत पैरोकार रही Hyundai ने अब अपनी न्यू जनरेशन हाइब्रिड प्लेटफार्म लान्च की है.
इस नए हाइब्रिड सिस्टम में एक खास ट्रांसमिशन जोड़ा गया है, जो दो इलेक्ट्रिक मोटर्स के साथ काम करता है. इसे अलग-अलग तरह के पेट्रोल या डीजल इंजनों के साथ आसानी से जोड़ा जा सकता है. इसका फायदा यह है कि अलग-अलग गाड़ियों में इसे इस्तेमाल करके प्रदर्शन और माइलेज दोनों को बेहतर किया जा सकता है. इसके अलावा, इस नई हाइब्रिड टेक्नोलॉजी में कई ऐसी खूबियां जोड़ी गई हैं जो गाड़ी की परफॉर्मेंस, स्मूदनेस और आरामदायक ड्राइविंग अनुभव को और बेहतर बनाती हैं.
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Hyundai की ओर से एक बयान में कहा गया है कि उसकी न्यू जनरेशन हाइब्रिड तकनीक को कई तरह के इंजनों के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है. ये टेक्नोलॉजी 100 PS (लगभग 99 bhp) से लेकर 300 PS (लगभग 296 bhp) तक की पावर रेंज में काम कर सकती है.
इस हाइब्रिड सिस्टम का पहला इस्तेमाल 2.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन में किया जाएगा, जो जल्द ही अपडेटेड Palisade SUV में देखने को मिलेगा. इसके बाद कंपनी 1.6-लीटर टर्बोचार्ज्ड हाइब्रिड पेट्रोल इंजन पर फोकस करेगी, जो खास तौर पर भारत जैसे बाजारों के लिए अहम माना जा रहा है.
भविष्य की योजनाओं की पूरी पुष्टि तो नहीं की गई है, लेकिन अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला, तो यही हाइब्रिड पावरट्रेन थर्ड जनरेशन वाली Hyundai Creta में भी देखने को मिल सकती है, जिसकी फिलहाल टेस्टिंग चल रही है.
Hyundai ने अपनी न्यू जनरेशन हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और बेहतर बनाया है. इस सिस्टम में दो इलेक्ट्रिक मोटर - P1 और P2 का इस्तेमाल होता है, जो मिलकर बेहतर पावर, माइलेज और ड्राइविंग एक्सपीरियंस देते हैं. P1 मोटर का काम इंजन स्टार्ट करना, बैटरी चार्ज करना और जरूरत पड़ने पर गाड़ी को अतिरिक्त ऊर्जा देना है. वहीं P2 मोटर सीधे तौर पर गाड़ी चलाने और ब्रेकिंग के दौरान ऊर्जा वापस बैटरी में भेजने (regenerative braking) के लिए काम आती है. दोनों मोटरों का यह तालमेल इंजन की पावर को बेहतर तरीके से मैनेज करता है, जिससे गाड़ी ज्यादा स्मूद चलती है, गियर शिफ्टिंग आसान होती है, और शोर व वाइब्रेशन कम होता है.
Hyundai की इस नई हाइब्रिड रेंज में कुछ खास फीचर भी जोड़े गए हैं, जैसे 'Stay Mode' (जो वाहन को पार्किंग के दौरान एक्टिव रखता है), 'Vehicle-to-Load' (जिससे बाहरी डिवाइसेज़ को चार्ज किया जा सकता है), और 'Smart Regenerative Braking' (जो ब्रेकिंग के दौरान ऊर्जा की बचत करता है).
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बेहतर माइलेज, ज्यादा ताकत
इस नई तकनीक का पहला इस्तेमाल 2.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन में किया गया है, जिसमें P1 मोटर को इंजन स्टार्ट और जनरेशन जैसे काम सौंपे गए हैं. इससे पावर लॉस कम होता है और इंजन हमेशा अपनी सबसे कुशल स्थिति में काम करता है. इस इंजन में 'ओवर-एक्सपेंशन साइकिल' का इस्तेमाल किया गया है. इसमें इंजन की इंटेक वाल्व को थोड़ी देर से बंद किया जाता है, जिससे एयर फ्यूल मिक्सचर की कंप्रेशन जरूरत कम हो जाती है और कंब्यूशन के दौरान ज्यादा एनर्जी निकाली जा सकती है. नतीजा बेहतर माइलेज और कम ईंधन खपत.
इसे और बेहतर बनाने के लिए पिस्टन का नया डिजाइन और ट्रिपल फ्यूल इंजेक्शन जैसे फीचर भी शामिल किए गए हैं, जिससे पावर और स्टेबिलिटी दोनों बढ़ती है. Hyundai का दावा है कि Palisade SUV में नई हाइब्रिड तकनीक की वजह से 14.1 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलेगा. साथ ही इसमें 330 bhp पावर और 460 Nm टॉर्क मिलता है. यानी पहले के मुकाबले 45% बेहतर माइलेज, 19% ज्यादा पावर और 9% अधिक टॉर्क.
भारत के लिए क्या प्लान है?
1.6-लीटर हाइब्रिड इंजन की ज्यादा जानकारी तो अभी नहीं दी गई है, लेकिन कंपनी का कहना है कि मिड-साइज़ SUV में इसका माइलेज करीब 4% तक बेहतर होगा और टॉर्क 367 Nm से बढ़कर 380 Nm तक पहुंच गया है. इसका मतलब है. तेज़ एक्सलरेशन और बेहतर ड्राइविंग एक्सपीरियंस.