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Investment : एक ऐसा सेक्टर जो अपनी रिलेटिव स्टेबिलिटी और बेहतर प्रदर्शन की क्षमता के लिए जाना जाता है, वह है फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG ). (Pixabay)
By Brijesh Bhatia
यूनियन बजट 2025 से पहले निफ्टी 50 इंडेक्स के 23,000 के लेवल से नीचे बंद होने के कारण डी-स्ट्रीट पर निवेशकों के लिए टेंशन बना हुआ है. ब्रॉडर मार्केट, विशेष रूप से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों को बाजार में सेलिंग प्रेशर का खामियाजा उठाना पड़ रहा है. हालांकि, अब ट्रेंड बदल रहा है, यहां तक ​​कि पहले से बेहतर प्रदर्शन करने वाले कुछ शेयरों में भी मुनाफावसूली देखी जा रही है. जैसे-जैसे आईटी सेक्टर में बिकवाली बढ़ती जा रही है, निवेशकों के सामने यह अहम सवाल है - आखिर निवेश का अवसर कहां है?
बाजार में उतार-चढ़ाव के समय में ज्यादा डिफेंसिव इन्वेस्टमेंट अप्रोच आमतौर पर सही स्ट्रैटेजी होती है. जबकि बुलिश और उत्साह वाले बाजार में पार्टिसिपेट करना आकर्षक हो सकता है. लेकिन यह तब सबसे अच्छा तरीका नहीं हो सकता है जब बाजार की स्थिति अनिश्चित हो जाती है. तो ऐसे समय में निवेशकों के लिए क्या विकल्प हैं?
एक ऐसा सेक्टर जो अपनी रिलेटिव स्टेबिलिटी और बेहतर प्रदर्शन की क्षमता के लिए जाना जाता है, वह है फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स ( FMCG ). आइए हम निफ्टी FMCG/निफ्टी50 रेश्यो चार्ट में गहराई से उतरें और एनालिसिस करें कि बाजार के मौजूदा माहौल में यह सेक्टर अगला बड़ा विनर क्यों हो सकता है.
NiftyFMCG / Nifty50 रेश्यो चार्ट एनालिसिस
निवेशक अक्सर ब्रॉडर मार्केट के मुकाबले FMCG शेयरों की सापेक्षिक मजबूती को समझने के लिए रेश्यो चार्ट का सहारा लेते हैं. निफ्टी एफएमसीजी / निफ्टी50 रेश्यो चार्ट FMCG सेक्टर के प्रदर्शन की तुलना निफ्टी50 इंडेक्स से करता है। बढ़ता रेश्यो यह संकेत देता है कि FMCG शेयर ब्रॉडर मार्केट से बेहतर प्रदर्शन करते हैं, जबकि गिरता रेश्यो इसके विपरीत संकेत देता है.
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Source: TradePoint, Definedge Securities
मौजूदा निफ्टी एफएमसीजी / निफ्टी50 रेश्यो चार्ट बुलिश ट्रेंड दिखाता है. रेश्यो का स्लोप ऊपर की ओर मुड़ गया है, जो संकेत देता है कि एफएमसीजी स्टॉक निफ्टी50 के सापेक्ष मजबूती हासिल करना शुरू कर रहे हैं. वहीं यह रेश्यो पिछले स्विंग हाई के करीब पहुंच रहा है. डॉव थ्योरी के अनुसार, इस स्विंग हाई से ऊपर का ब्रेक ट्रेंड में उलटफेर की पुष्टि करेगा, जो "हायर हाई - हायर लो" स्ट्रक्चर की शुरुआत का संकेत देता है, जो एक क्लासिक बुलिश पैटर्न है.
इसके अलावा, रेश्यो के रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) में बुलिश रेंज में बदलाव आया है. मोमेंटम इंडीकेटर के रूप में, आरएसआई अधिक फेवरेबल रेंज में चला गया है और हाल ही में 50 अंक से ऊपर पॉजिटिव क्रॉसओवर का अनुभव किया है. इससे पता चलता है कि निकट भविष्य में एफएमसीजी सेक्टर निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखेगा.
इस सेक्टर में दो स्टॉक जो संभावित रूप से बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार हैं, वे हैं ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल). दोनों ने अपने प्राइस एक्शन और टेक्निकल सेटअप में मजबूती के संकेत दिखाए हैं, जिससे वे एफएमसीजी स्टॉक की ओर डिफेंसिव बदलाव करने वाले निवेशकों के लिए टॉप विकल्प बन गए हैं.
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ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries)
ब्रिटानिया भारत में एक जाना-माना नाम है , जो टाइगर बिस्किट, गुड डे और ब्रिटानिया मिल्क जैसे अपने पॉपुलर ब्रांड के लिए जाना जाता है। कंपनी FMCG सेक्टर में काम करती है, विशेष रूप से पैकेज्ड फूड प्रोडक्ट में, और अपनी कैटेगरी में लगातार मार्केट लीडर रही है.
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Source: TradePoint, Definedge Securities
ब्रिटानिया के डेली चार्ट से पता चलता है कि स्टॉक नीचे की ओर जा रहा है, जो संभावित उलटफेर के संकेत दिखा रहा है. वायकॉफ के सिद्धांत के अनुसार, स्टॉक वर्तमान में एक्युमुलेशन फेज में है. यह एक ऐसा फेज है, जहां संस्थागत निवेशक आमतौर पर स्टॉक को तब खरीदते हैं, जब यह लो प्वॉइंट पर पहुंच जाता है, या जिसे "स्प्रिंग" या "शेकआउट" कहा जाता है. इस फेज में, कमजोर निवेशक स्टॉक से बाहर निकल जाते हैं, लेकिन मजबूत निवेशक आकर्षक स्तरों पर शेयर जमा करते हैं.
ब्रिटानिया की स्टॉक प्राइस हाल ही में स्प्रिंग बनाने के बाद प्रमुख रेजिस्टेंस लेवल से ऊपर चली गई, जो दर्शाता है कि एक्युमुलेटिव फेज खत्म हो सकता है. जैसे ही स्टॉक वायकॉफ के सिद्धांत के फेज डी में प्रवेश करता है, जो मार्कअप फेज का प्रतिनिधित्व करता है, इसमें तेज रैली की क्षमता है. यह एक अपवार्ड मूव की ओर बढ़ने के लिए मंच तैयार करता है, जो निवेशकों के लिए इस स्टॉक को रिकवरी के दौरान अपनी वॉचलिस्ट में जल्दी जोड़ने का एक शानदार अवसर दे सकता है.
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL)
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) एफएमसीजी सेक्टर में एक और मजबूत खिलाड़ी है, जिसके पोर्टफोलियो में सर्फ एक्सेल, डव और लिप्टन जैसे पॉपुलर और प्रतिष्ठित ब्रांड शामिल हैं.
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Source: TradePoint, Definedge Securities
वायकॉफ के सिद्धांत के अनुसार, डेली चार्ट से पता चलता है कि स्टॉक अपने एक्युमुलेशन फेज को पूरा करने की प्रक्रिया में है. हाल ही में बुलिश मोमेंटम संभावित उलटफेर का संकेत है, क्योंकि स्टॉक प्राइस ने हाल ही में "स्प्रिंग" (एक तेज गिरावट और उसके बाद की रिकवरी) का अनुभव किया है. अंतिम सप्लाई प्वॉइंट (LPS) बनाने की प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण अपट्रेंड शुरू होने से पहले अंतिम फेज है और फॉलोइंग मोमेंटम में इसकी पुष्टि की जाएगी. जब तक HUL अपने हाल के निचले स्तर 2,253 से ऊपर रहता है, तब तक इस स्तर को "शेकआउट" माना जा सकता है, जिसके बाद स्टॉक ऊपर जा सकता है.
निवेशकों को स्टॉक में आगे भी बढ़ोतरी पर नजर रखनी चाहिए. मौजूदा तेजी से संकेत मिल रहे हैं कि एचयूएल संभावित रूप से मजबूत बढ़त के कगार पर है.
अनिश्चित समय में डिफेंसिव रणनीति
बाजार में अनिश्चितता और बिक्री के बढ़ते दबाव के बीच डिफेंसिव निवेश रणनीति महत्वपूर्ण है. निफ्टीएफएमसीजी / निफ्टी50 रेश्यो चार्ट इस बात का पुख्ता सबूत देता है कि एफएमसीजी स्टॉक ब्रॉडर मार्केट के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं. निवेशकों को ब्रिटानिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) जैसे स्टॉक पर नजर रखनी चाहिए, जो तेजी के टेक्निकल पैटर्न दिखाते हैं और आगे भी बढ़त की संभावना का संकेत देते हैं.
डिसक्लेमर
नोट : हमने इस पूरे लेख में http://www.definedgesecurities.com के डेटा पर भरोसा किया है. सिर्फ उन मामलों में जहां डेटा उपलब्ध नहीं था, हमने वैकल्पिक लेकिन व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले और स्वीकृत इन्फॉर्मेशन सोर्स का उपयोग किया है।
इस लेख का उद्देश्य केवल इंटरेस्टिंग चार्ट, डेटा प्वॉइंट और थॅट प्रोवोकिंग राय साझा करना है। यह कोई निवेश की सिफारिश नहीं है। अगर आप निवेश पर विचार करना चाहते हैं, तो आपको अपने सलाहकार से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। यह लेख केवल शिक्षाप्रद उद्देश्यों के लिए है।
बृजेश भाटिया को भारत के वित्तीय बाजारों में ट्रेडर और तकनीकी विश्लेषक के रूप में 18 साल से अधिक का अनुभव है। उन्होंने यूटीआई, असित सी मेहता और एडेलवाइस सिक्योरिटीज जैसी कंपनियों के साथ काम किया है। वर्तमान में वे डिफाइनएज में एनालिस्ट हैं.
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