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FPI: जुलाई में विदेशी निवेशकों ने खरीदे 32365 करोड़ के शेयर, बान्ड बाजार में डाले 22363 करोड़

पिछले महीने भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का कुल निवेश 32,365 करोड़ रुपये रहा. अगस्त के पहले दो कारोबारी सत्रों में विदेशी निवेशकों ने 1,027 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे.

पिछले महीने भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का कुल निवेश 32,365 करोड़ रुपये रहा. अगस्त के पहले दो कारोबारी सत्रों में विदेशी निवेशकों ने 1,027 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे.

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Mithilesh Kumar
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FPI Inflow

शेयर्स के अलावा विदेशी निवेशकों ने जुलाई 2024 के दौरान बॉन्ड बाजार में 22,363 करोड़ रुपये डाले.

FPIs Invest Rs 32,365 crore in equities in July on continued policy reforms: साल 2024 के बजट में इक्विटी निवेश पर कैपिटल गेन टैक्स में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद से विदेशी निवेशकों का रुख मिला-जुला देखने को मिला है. पिछले महीने भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का कुल निवेश 32,365 करोड़ रुपये रहा. अगस्त के पहले दो कारोबारी सत्र में विदेशी निवेशकों ने 1,027 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे. शेयर्स के अलावा उन्होंने जुलाई 2024 के दौरान बॉन्ड बाजार में 22,363 करोड़ रुपये डाले. डिपॉजिटरी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.

नीतिगत सुधार जारी रहने की उम्मीद, सतत आर्थिक वृद्धि और कंपनियों के उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से विदेशी निवेशकों यानी एफपीआई ने इस साल जुलाई में 32,365 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. हालांकि, इस महीने 2 अगस्त तक विदेशी निवेशकों ने 1,027 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे. 23 जुलाई के बाद से ही विदेशी निवेशकों का रुख मिला-जुला देखने को मिल रहा है. जुलाई के दौरान एफपीआई ने बान्ड बाजार यानी डेट मार्केट में 22,363 करोड़ रुपये का निवेश किया है.

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2024 में अबतक FPI ने भारतीय शेयर बाजार में कितना किया निवेश

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई में शुद्ध रूप से शेयरों में 32,365 करोड़ रुपये डाले हैं. इससे पहले जून में एफपीआई ने शेयरों में 26,565 करोड़ रुपये डाले थे. वहीं चुनाव को लेकर असमंजस की वजह से विदेशी निवेशकों ने मई में शेयर बाजार से 25,586 करोड़ रुपये की निकासी की थी. मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिका में बॉन्ड यील्ड बढ़ने की चिंता के कारण एफपीआई ने अप्रैल में शेयर्स से 8,700 करोड़ रुपये से अधिक निकाले थे. इससे पहले, एफपीआई ने मार्च में शेयरों में 35,098 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था, जबकि जनवरी में उन्होंने 25,743 करोड़ रुपये निकाले थे. कुल मिलाकर 2024 में अबतक विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में निवेश 35,538 करोड़ रुपये है.

बान्ड बाजार में FPI ने कितने डाले पैसे

आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2024 में विदेशी निवेशकों ने बॉन्ड बाजार में 22,363 करोड़ रुपये डाले हैं. इससे पहले जून में विदेशी निवेशकों ने बॉन्ड बाजार में 14,955 करोड़ रुपये डाले थे. मई 2024 में एफपीआई ने 8,761 करोड़ रुपये डाले थे. इस साल अप्रैल में बांड बाजारों से एफपीआई ने 10,949 करोड़ रुपये की निकासी की थी. बॉन्ड बाजार में विदेशी निवेशकों ने मार्च में 13,602 करोड़ रुपये, फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये और जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये का निवेश किया था.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और बाजारों से जुड़े घटनाक्रम अगस्त में एफपीआई की गतिविधियों का रुख तय करेंगे.

डेजर्व के सह-संस्थापक वैभव पोरवाल ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था में सुस्ती तथा कमजोर रोजगार के आंकड़ों के बाद यह निश्चित है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा सितंबर में ब्याज दरों में कटौती हो सकती है. महत्वपूर्ण सवाल यह है कि कटौती कितनी होगी. अभी तक यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की कटौती संभव है.

मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि की चिंता के बीच अप्रैल में उन्होंने शेयरों से 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी.

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक - प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई का प्रवाह बढ़ने की वजह सरकार द्वारा बुनियादी ढांचा विकास पर ध्यान देना, उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजे और सतत आर्थिक वृद्धि है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान बढ़ा दिया है. वहीं चीन के वृद्धि दर के अनुमान में कमी की गई है. यह भी भारत के पक्ष में गया है.

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