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Adani on SC verdict: सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गौतम अडानी ने बताया सत्य की जीत, कहा-भारत के विकास में जारी रहेगा योगदान

SC verdict on Hindenburg row : सुप्रीम कोर्ट ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच SIT या CBI को सौंपने से इनकार करते हुए सेबी को 3 महीने में जांच पूरी करने को कहा है.

SC verdict on Hindenburg row : सुप्रीम कोर्ट ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच SIT या CBI को सौंपने से इनकार करते हुए सेबी को 3 महीने में जांच पूरी करने को कहा है.

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FE Hindi Desk
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Gautam Adani on SC verdict: अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी का इजहार किया है. (File Photo : Reuters)


SC verdict on Adani-Hindenburg case: देश के बड़े उद्योगपतियों में शामिल गौतम अडानी ने अपने ग्रुप पर लगे आरोपों की जांच के मामले में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसे सत्य की जीत बताया है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की जांच स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) से कराने की मांग को खारिज करते हुए सेबी से 3 महीने में जांच पूरी करने को कहा है. अदालत के इस आदेश पर खुशी जाहिर करते हुए अडानी ग्रुप के प्रमुख ने कहा कि उनका उद्योग समूह देश के विकास में अपना योगदान करना जारी रखेगा. 

सत्यमेव जयते : गौतम अडानी 

गौतम अडानी (Gautam-Adani) ने सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आने के साथ ही सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर अपनी खुशी का इजहार किया. उन्होंने लिखा, “माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला दिखाता है कि सत्य की जीत हुई है. सत्यमेव जयते. मैं उन लोगों का आभारी हूं जो हमारे साथ खड़े रहे. भारत की विकास गाथा में हमारा विनम्र योगदान जारी रहेगा.”

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सुप्रीम कोर्ट ने 24 नवंबर को सुरक्षित रखा था फैसला 

सुप्रीम कोर्ट (Supreme-Court) ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच एसआईटी या सीबीआई से कराने की मांग करने वाली जनहित याचिकाओं पर फैसला पिछले साल 24 नवंबर को सुरक्षित रख लिया था. ये याचिकाएं वकील विशाल तिवारी, एमएल शर्मा, कांग्रेस नेता जया ठाकुर और अनामिका जायसवाल की तरफ से दायर की गई थीं. कोर्ट ने बुधवार को दिए अपने फैसले में कहा है कि अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच एसआईटी या सीबीआई से कराने का का कोई आधार नहीं है और सेबी को तीन महीने के भीतर अपनी जांच पूरी करनी चाहिए.

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जनवरी 2023 में आई थी हिंडनबर्ग रिपोर्ट

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने पिछले साल जनवरी में आई अपनी एक रिपोर्ट में अडानी समूह पर शेयरों की कीमतों में हेराफेरी समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे. अडानी समूह ने इन आरोपों को गलत बताया था, लेकिन रिपोर्ट के कारण ग्रुप की कंपनियों के शेयरों (Adani Group Stocks) में भारी गिरावट आई. हालांकि तब से अब तक इन शेयरों में काफी रिकवरी हो चुकी है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले और उसके बाद भी ग्रुप की अधिकांश कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला, जिसकी वजह से अडानी ग्रुप का कुल मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया. हालांकि यह हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने से पहले ग्रुप के कुल 23 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप से अब भी कम है.

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