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IPO Listing News : कंपनी भारत में बड़े पैमाने पर क्रेडिट विस्तार के अवसर का लाभ उठाने के लिए रणनीतिक रूप से अच्छी स्थिति में है. (AI Generated)
HDB Financial Services Stock Market Listing Today : एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का स्टॉक आज 2 जून 2025 को शेयर बाजार में लिस्ट हो गया है. स्टॉक की लिस्टिंग 13 फीसदी प्रीमियम पर हुई है. आईपीओ प्राइस 740 रुपये के मुकाबले यह स्टॉक 835 रुपये पर लिस्ट हुआ है. यानी लिस्टिंग पर निवेशकों कोक 13 फीसदी रिटर्न मिल गया. ब्रोकरेज हाउस का कंपनी के आउटलुक को लेकर भी नजरिया सकारात्मक है और वे इसे लंबी अवधि का दांव बता रहे हैं. तो क्या यह आईपीओ आगे चलकर निवेशकों के लिए एक ब्लॉकबस्टर बनेगा. क्या शेयर में आगे हाई रिटर्न मिलने की उम्मीद है.
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लिस्टिंग के पहले ग्रे मार्केट से कैसे थे संकेत
लिस्टिंग के पहले एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 71 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा था. आईपीओ का अपर प्राइस बैंड 740 रुपये था. इस लिहाज से स्टॉक के 811 रुपये पर लिस्ट होने के संकेत थे. हालांकि लिस्टिंग इससे ज्यादा भाव पर हुई है.
HDB Financial IPO : मिला था हाई सब्सक्रिप्शन
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज ओवरआल 17.65 गुना सब्सक्राइब हुआ है. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 6.03 गुना भरा है. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 1.51 गुना भरा है तो एनआईआई के लिए रिजर्व हिस्सा अबतक 10.65 गुना सब्सक्राइब हुआ है. क्यूआईबी के लिए रिजर्व हिस्सा 58.64 गुना भरा है.
एसबीआई सिक्योरिटी : कैसा है कंपनी का आउटलुक
एसबीआई सिक्योरिटी के अनुसार कंपनी को एक मजबूत पैरेंटेज, ब्रांड, अच्छे संचालन, रिस्क मैनेजमेंट, और हाई क्रेडिट रेटिंग का समर्थन प्राप्त है. यह दूसरे सबसे बड़े ग्राहक नेटवर्क को सेवा देने वाली सबसे बड़ी NBFCs में से एक है. कंपनी भविष्य में अच्छी ग्रोथ दर्ज करने के लिए मजबूत स्थिति में है और एसेट क्वालिटी में सुधार देख रही है.
च्वॉइस ब्रोकिंग : कैसा है कंपनी का आउटलुक
ब्रोकरेज हाउस च्वॉइस ब्रोकिंग के अनुसार HFSL भारत में कुल ग्रॉस लोन के साइज के मामले में 7वीं सबसे बड़ी और डाइवर्सिफाइड NBFC है. कंपनी तीन व्यवसायिक क्षेत्रों के माध्यम से लोन देती है : एंटरप्राइज लेंडिंग (39.3%), एसेट लेंडिंग (38%), और कंज्यूमर फाइनेंस (22.7%). कंपनी के लोन बुक में 73% सिक्योर्ड और 27% अनसिक्योर्ड लोन शामिल हैं. FY25 के लिए GNPA 2.3% और NNPA 1% है. कंपनी अपने मजबूत ब्रांड और बढ़ते ग्राहक आधार के कारण लंबी अवधि में मजबूत ग्रोथ के लिए अच्छी स्थिति में है, लेकिन निकट भविष्य में संचालन की चुनौतियां हैं.
अरिहंत कैपिटल : कैसा है कंपनी का आउटलुक
ब्रोकरेज हाउस अरिहंत कैपिटल का कहना है कि कंपनी भारत में बड़े पैमाने पर क्रेडिट विस्तार के अवसर का लाभ उठाने के लिए रणनीतिक रूप से अच्छी स्थिति में है. अनुमान है कि FY28 तक सिस्टम क्रेडिट 13-15% CAGR की दर से बढ़कर 297 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच जाएगा.
इसकी मल्टी-साइकिल विशेषज्ञता इसे तेजी से बढ़ते मिडल इंडिया सेगमेंट और ग्रामीण बाजार में विस्तार करने में सक्षम बनाती है, जहां केवल 9% बैंकिंग क्रेडिट पहुंचता है, जबकि यह GDP में 47% का योगदान देता है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है. निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस की ओर से दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. शेयर बाजार के साथ रिस्क जुड़ा होता है, इसलिए निवेश का फैसला करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)