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HDFC announces final dividend of Rs 22: डिविडेंड पाने के लिए रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 तय की गई है. (Image: FE File)
HDFC Bank FY25 Q4 Results: एचडीएफसी बैंक ने 30 मार्च 2025 को खत्म चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए. जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में प्राइवेट बैंक का मुनाफा उम्मीद से बेहतर रहा. एचडीएफसी बैंक का नेट प्रॉफिट 7% बढ़कर 17,616 करोड़ हो गया है. चौथी तिमाही में बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में भी 10% की ग्रोथ हुई है. इस दौरान NII बढ़कर 32,066 करोड़ हो गई है. इसके साथ ही देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए प्रति शेयर 22 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने का ऐलान भी किया है. मतलब जिन निवेशकों के पास HDFC बैंक के शेयर हैं, उन्हें हर एक शेयर के बदले 22 रुपये का डिविडेंड मिलेगा.
शेयरहोल्डर्स के लिए प्रति शेयर 22 रुपये का डिविडेंड घोषित
एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, डिविडेंड पाने के लिए रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 तय की गई है. बैंक डायरेक्टर्स बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1 रुपये फेस वैल्यू वाले हर इक्विटी शेयर पर 22 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने की घोषणा की है. यानी अगर आप डिविडेंड का फायदा लेना चाहते हैं, तो आपको 27 जून से पहले HDFC बैंक के शेयर अपने डीमैट अकाउंट में रखने होंगे. रिकॉर्ड डेट के दिन जिन निवेशकों के पास कंपनी के शेयर होंगे, वही इस डिविडेंड के पात्र माने जाएंगे.
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31 मार्च 2025 को खत्म हुई आखिरी तिमाही में HDFC बैंक की प्रति शेयर कमाई (Earnings Per Share - EPS) 24.6 रुपये रही. पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में बैंक की अर्निंग पर शेयर 92.8 रुपये दर्ज की गई.
एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी 89,488 करोड़ रुपये थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में 89,639 करोड़ रुपये रही थी. बैंक की ब्याज से आमदनी 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 77,460 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 71,473 करोड़ रुपये थी.
एसेट्स क्वालिटी में मामूली गिरावट
एसेट्स क्वालिटी के मामले में बैंक में मामूली गिरावट देखी गई. बैंक की ग्रॉस एनपीए मार्च, 2025 के अंत तक ग्रॉस लोन के 1.33 फीसदी तक बढ़ गईं, जो एक साल पहले 1.24 प्रतिशत थीं. इसी तरह, नेट एनपीए या खराब लोन पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के अंत में 0.33 फीसदी से बढ़कर 0.43 फीसदी हो गए.
स्टैंडअलोन बेसिस पर मार्च तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 6.8 फीसदी बढ़कर 18,835 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में यह 17,622 करोड़ रुपये था. बेसल-3 गाइड लाइन्स के मुताबिक बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 31 मार्च, 2025 तक 19.6 प्रतिशत था. मार्च, 2025 तक बैंक का कुल बहीखाता आकार 39.10 लाख करोड़ रुपये था, जबकि 31 मार्च 2024 तक यह 36.17 लाख करोड़ रुपये था.