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प्राइवेट बैंक के NII में लगभग 6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. Photograph: (Image: FE File)
YES Bank FY25 Q4 Result: यस बैंक ने 31 मार्च 2025 को खत्म चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए. जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में प्राइवेट बैंक का स्टैंडअलोन बेसिस पर नेट प्रॉफिट 63.3% बढ़कर 738 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल की इसी तिमाही में 452 करोड़ रुपये था. बैंक के नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 5.7 फीसदी बढ़कर 2,276.3 करोड़ रुपये हो गई, पिछले साल इसी तिमाही में 2,153 करोड़ थी.
एसेट्स क्वालिटी में सुधार
बैंक की एसेट क्वालिटी यानी बकाया लोन की स्थिति में तिमाही आधार पर सुधार साफ नजर आया है. ग्रॉस NPA (कुल फंसा कर्ज) घटकर 3,935.6 करोड़ रह गया है, जो पिछली तिमाही में 3,963.47 करोड़ था. बैंक के नेट NPA में तो और भी बड़ी गिरावट आई. ये 1,142.62 करोड़ से घटकर 800.1 करोड़ हो गया है. रेशियो की बात करें तो ग्रॉस NPA घटकर 1.6% पर आ गया और नेट NPA भी 0.3% तक नीचे आ गया. ये आंकड़े दिखाते हैं कि बैंक फंसे कर्ज से उबरने में लगातार बेहतर कर रहा है.
हालांकि, प्रावधान (provisions) यानी खराब कर्ज के लिए रखी गई सुरक्षा राशि तिमाही दर तिमाही बढ़कर 318.1 करोड़ हो गई, जो पिछली तिमाही में 258.7 करोड़ थी. लेकिन अच्छी खबर ये है कि ये पिछले साल की तुलना में कम है, जब प्रावधान ₹470.9 करोड़ तक था.
बैंक की नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) यानी शुद्ध ब्याज लाभ दर 2.5% रही, जो पिछले साल और पिछली तिमाही दोनों से बेहतर है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 0.50% की कटौती के चलते आने वाले समय में बैंकों की NIM पर दबाव आ सकता है, क्योंकि लोन रेट जल्दी घटते हैं लेकिन डिपॉजिट रेट धीरे-धीरे घटते हैं. नतीजों से पहले गुरुवार को YES बैंक के शेयर 1.2% ऊपर बंद हुए थे.