/financial-express-hindi/media/media_files/GBkEVMeUlTy0eEvzk00c.jpeg)
HDFC Bank Stock: 17 और 18 जनवरी 2 दिनों में देखें तो स्टॉक में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई है.
Buy or Sell HDFC Bank Stock: बैंकिंग सेक्टर के दिग्गज स्टॉक एचडीएफसी बैंक में तिमाही नतीजों के बाद गिरावट आज लगातार दूसरे दिन भी जारी है. आज बैंक का शेयर करीब 3 फीसदी टूटकर 1480 रुपये के भाव तक कमजोर हुआ. 17 और 18 जनवरी 2 दिनों में देखें तो स्टॉक में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई है. 17 जनवरी को बैंक का शेयर करीब 8 फीसदी टूटकर 1536 रुपये पर बंद हुआ था. बैंक ने मंगलवार को अपने तिमाही नतीजे जारी किए थे, जो बाजार के अनुमान से कमजोर थे. जिसके बाद से बैंक स्टॉक में बिकवाली देखने को मिल रही है. इसका असर ओवरआल बैंकिंग सेक्टर और स्टॉक मार्केट पर भी दिख रहा है.
ओवरआरल बैंकिंग सेक्टर में बिकवाली
एचडीएफसी बैंक में बुधवार को 8 फीसदी गिरावट रही थी, जो बीते 3 साल में सबसे बड़ी सिंगल डे गिरावट थी. Nifty 50 इंडेक्स में स्टॉक का वेटेज करीब 14 फीसदी है, जिसके चलते बाजार पर इसका असर पड़ रहा है. बुधवार को निफ्टी बैंक में करीब 3.5 फीसदी और निफ्टी फाइनेंशियल इंडेक्स में करीब 3.5 फीसदी गिरावट रही थी. आज भी बैंक निफ्टी फीसदी कमजोर हुआ है.
फाइनेंशियल ईयर 2024 की दिसंबर तिमाही में प्राइवेट सेक्टर में देश के सबसे बड़े लेंडर एचडीएफसी बैंक के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में फंड के अधिक लागत के चलते कमी आई है. हायर प्रोविजंस और तीसरी तिमाही में अर्निंग पर शेयर (ईपीएस) ग्रोथ भी कमजोर रहने के चलते सेंटीमेंट कमजोर हुआ है. हालांकि मैनेजमेंट ने NIM में आगे सुधार की उम्मीद जताई है. लोअर लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो (LCR) और डिपॉजिट ग्रोथ में सुस्ती ने भी माहौल बिगाड़ा है.
Crorepati Schemes: मंथली 10000 रुपये SIP+ 10% टॉप अप, 15 साल में बन जाएंगे करोड़पति
ब्रोकरेज हाउस: Buy vs Sell vs Hold
Motilal Oswal
रेटिंग: 'Buy'
टारगेट प्राइस: 1950 रुपये
Bernstein
रेटिंग: 'Outperform'
टारगेट प्राइस: 2200 रुपये
Morgan Stanley
रेटिंग: 'Overweight'
टारगेट प्राइस: 2110 रुपये
Jefferies
रेटिंग: 'Buy'
टारगेट प्राइस: 2000 रुपये
HSBC
रेटिंग: 'Buy'
टारगेट प्राइस: 2080 रुपये
InCred
रेटिंग: 'Add'
टारगेट प्राइस: 2000 रुपये
DAM Capital
रेटिंग: 'Buy'
टारगेट प्राइस: 2000 रुपये
शेयर पर ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि एचडीएफसी बैंक की अदर इनकम बेहतर रही है और लोन ग्रोथ में भी सुधार देखने को मिला है. बैंक द्वारा अतिरिक्त लिक्विडिटी तैनात करने और एलसीआर रेश्यो में कमी लाने के बावजूद मार्जिन काफी हद तक फ्लैट (उम्मीदों से कम) रहा. रिटेल सेक्टर में ग्रोथ और कमर्शियल व ग्रामीण बैंकिंग में लगातार ग्रोथ के कारण लोन ग्रोथ बेहतर रहा है. एसेट क्वालिटी रेश्यो में सुधार हुआ है जबकि पीसीआर भी 75% तक बढ़ गया. बैंक ने फ्लोटिंग + आकस्मिक प्रावधानों का 0.6% बफर बनाए रखना जारी रखा है, जो अतिरिक्त सुविधा प्रदान करता है.
मैनेजमेंट ने सुझाव दिया कि आने वाले साल में एनआईएम में धीरे-धीरे सुधार होगा, जो आप्रेटिंग लीवरेज में सुधार के साथ-साथ बैंक को हेल्दी रिटर्न रेश्यो अनुपात देने में सक्षम करेगा. हमारा अनुमान है कि एचडीएफसीबी वित्त वर्ष 2024-26 के दौरान 19% सीएजीआर पर मजबूत डिपॉजिट ग्रोथ दिखा सकता है, जबकि लोन ग्रोथ 17% सीएजीआर पर बनी रहेगी. अनुमान है कि एचडीएफसी बैंक के RoA और RoE में FY26E में 1.9% और 16.7% ग्रोथ प्रदान करेगा. ब्रोकरेज हाउस ने 1950 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ शेयर में खरीदारी की सलाह दी है.
कैसे रहे बैंक के नतीजे
निजी क्षेत्र में देश के सबसे बड़े लेंडर एचडीएफसी बैंक का मुनाफा (HDFC Bank Profit) सालाना बेसिस पर करीब 34 फीसदी बढ़कर 16,372 करोड़ रहा है. जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक का मुनाफा 12259 करोड़ रहा था. नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सालाना आधार पर 24 फीसदी बढ़कर 28,470 करोड़ रही है. बैंक का प्रोविजंस दिसंबर तिमाही में सालाना बेसिस पर 2806 करोड़ से बढ़कर 4217 करोड़ हो गया है. पिछली तिमाही में यह 2904 करोड़ था.
HDFC Bank का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) दिसंबर तिमाही में 1.26 फीसदी रही जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1.23 फीसदी था. जबकि नेट एनपीए (NNPA) दिसंबर तिमाही में घटकर 0.31 फीसदी रह गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 0.33 फीसदी था. वहीं पिछली तिमाही में यह 0.35 फीसदी था. बैंक का कुल डिपॉजिट 27.7 फीसदी बढ़कर 28.47 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 22.29 लाख करोड़ रुपये था. कुल एडवांस 62.4 फीसदी बढ़कर 24.69 लाख करोड़ रुपये हो गया.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)