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Jio Financial Services: जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का शेयर आज लिस्टिंग के बाद लगातार दूसरे दिन टूट गया है. (twitter/BSE)
Jio Financial Services Stock Strategy: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) फाइनेंशियल सर्विसेज आर्म जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Jio Financial Services- JFSL) का शेयर आज लिस्टिंग के बाद लगातार दूसरे दिन टूट गया है. शेयर में लगातार 2 दिन से लोअर सर्किट लग रहा है. आज 22 अगस्त को शेयर 5 फीसदी टूटकर 239 रुपये के भाव पर आ गया. इसके पहले 21 अगस्त को लिस्टिंग डे पर भी शेयर में 5 फीसदी का लोअर सर्किट लगा था और यह 251.75 रुपये पर बंद हुआ. शेयर में गिरावट के साथ ही जियो फाइनेंशियल का मार्केट कैप 1,51,970.56 करोड़ पर आ गया है और यह वैल्युएशन के लिहाज से बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी NBFC है. सवाल उठता है कि मुकेश अंबानी की इस कंपनी के शेयर की आगे कैसी चाल रह सकती है, इसमें निवेशकों को क्या करना चाहिए.
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निवेशकों को क्या करना चाहिए
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) की स्टॉक लिस्टिंग कमजोर तरीके से हुई और उसके बाद शेयर में गिरावट आई है. इसके पीछे एक बड़ा कारण यह है कि इसका डिस्कवर प्राइस उम्मीद से अधिक था. इसके अलावा, बिजनेस में बहुत ज्यादा क्लेरिटी की कमी के कारण शॉर्ट टर्म में शेयर को लेकर आउटलुक अनिश्चित है. बिजनेस डायरेक्शन और प्रॉफिटेबिलिटी को लेकर भी क्लेरिटी अभी आनी है. हालांकि कंपनी के पास आरआईएल का मजबूत बैकअप है और बड़ा नेटवर्क है, जिसके चलते लॉन्ग टर्म आउटलुक मजबूत है. इसलिए लंबी अवधि के निवेशकों के लिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों को बनाए रखना बेहतर विकल्प है, जबकि शॉर्ट टर्म निवेशक फिलहाल इस शेयर से अभी दूर रह सकते हैं. आगामी रिलायंस एजीएम के दौरान जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की भविष्य की योजनाओं के बारे में ज्यादा क्लेरिटी आएगी.
बता दें कि 20 जुलाई को इस स्टॉक की प्री-लिस्टिंग कीमत 261.85 रुपये फिक्स हुई थी. शेयर की 261.85 रुपये की कीमत पर इसका वैल्युएशन 1.65 लाख करोड़ माना गया था. वहीं आज जब शेयर टूटकर 251.75 रुपये पर आ गया तो इसका मार्केट कैप भी घटकर करीब 1.52 लाख करोड़ हो गया है. इस लिहाज से यह देश की तीसरी बड़ी NBFC है. इससे पहले 4.15 लाख करोड़ मार्केट कैप के साथ बजाज फाइनेंस और 2.32 लाख करोड़ के साथ बजाज फिनसर्व हैं. 20 जुलाई को डीमर्जर के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर होल्डर्स को हर एक शेयर के बदले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के एक शेयर मिले थे. हालांकि इसके लिए रिकॉर्ड डेट 19 जुलाई तय की गई थी.
पहले 10 दिन इट्राडे ट्रेडिंग नहीं
पहले 10 दिन जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का शेयर टी-ग्रुप में ट्रेड करेगा. इसका मतलब है कि स्टॉक में इंट्राडे ट्रेडिंग संभव नहीं होगी. साथ ही इसमें दोनों तरफ 5 फीसदी की सर्किट लिमिट होगी. यानी इससे शेयर में ज्यादा तेजी या गिरावट नहीं आएगी. बीएसई के एक नोटिस के मुताबिक यह शेयर लिस्टिंग से लेकर 10 कारोबारी दिनों के लिए ट्रेड फॉर ट्रेड सेगमेंट में रहेगा. कंपनी के पास पहले से मजबूत कस्टमर बेस है, इसलिए आगे चलकर उसके कस्टमर फाइनेंस और इंश्योरेंस सर्विसेज में फायदा होगा.
इन कंपनियों से होगी टक्कर
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का प्लान कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का है. जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ज्यादातर फिनटेक से अलग होगी, क्योंकि इसके पास बड़ी मात्रा में डाटा तक पहुंच है. रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड, रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड, जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड, रिलांयस रिटेल फाइनेंस लिमिटेट, जियो इंफॉर्मेशन एग्रीगेटर सर्विसेज लिमिटेड, और रिलायंस रिटेल इंश्योरेंस ब्रोकिंग लिमिटेड का इन्वेस्टमेंट है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस और एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)