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LIC Stock: एलआईसी का शेयर अपने आईपीओ प्राइस से अभी 30 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है. (Reuters)
LIC Stock Price: तिमाही नतीजों के बाद देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी LIC के शेयरों पर आज दबाव देखने को मिल रहा है. शेयर 1.5 फीसदी टूटकर 650 के नीचे आ गया है. LIC का मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही में करीब 14 गुना बढ़ गया है, वहीं इनकम भी बढ़ी है. लेकिन कंपनी का मार्जिन फ्लैट रहा है, जो कुछ चिंता वाली बात दिखी है. कंपनी का शेयर बाजार में जोर शोर से लिस्ट कराया गया था, लेकिन यह अपने आईपीओ प्राइस को कभी पार नहीं कर सका. वहीं आईपीओ के टाइम पर जो वैल्युएशन आंका गया था, उसकी तुलना में मार्केट कैप में करीब 2 लाख करोड़ की कमी आ चुकी है. सवाल उठता है कि आईपीओ में पैसे लगाकर जो निवेशक नुकसान उठा रहे हैं, उसकी भरपाई आगे होगी या नहीं.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने LIC के शेयर में Buy रेटिंग दी है और 850 रुपये का टारगेट दिया है. यह 660 रुपये के करंट प्राइस से 29 फीसदी ज्यादा है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि LIC के पास पूरी क्षमता है कि वह इंडस्ट्री में अपनी लीडिंग पोजिशन को बनाए रखते हुए हाइली प्रॉफिटेबल प्रोडक्ट सेग्मेंट (मुख तौर पर प्रोटेक्शन, नॉन-PAR, और सेविंग्स एन्युटी) में ग्रोथ जारी रखे. हालांकि, इतने विशाल संगठन के लिए गियर बदलने के लिए एक बेहतर और अच्छी तरह से डिफाइन एग्जीक्यूशन प्लान की आवश्यकता होती है. हम उम्मीद करते हैं कि LIC वित्त वर्ष 2023-25 में APE में 15% सीएजीआर प्रदान करेगी, इस तरह से VNB CAGR 27% देखने को मिल सकता है. हालांकि, हम उम्मीद करते हैं कि निजी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम मार्जिन प्रोफाइल और बड़े ईवी बेस को देखते हुए, परिचालन RoEV 10.9% पर बना रह सकता है. LIC अभी 0.6x FY24E EV पर ट्रेड कर रहा है, जो मार्जिन में तिमाही बेसिस पर सुधार और बिजनेस मिक्स में डाइवर्सिफिकेशन को देखते हुए वाजिब दिख रहा है.
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ब्रोकरेज हाउस येस सिक्योरिटीज
ब्रोकरेज हाउस येस सिक्योरिटीज ने LIC पर ADD रेटिंग दी है और 775 रुपये का टारगेट दिया है. यह करंट प्राइस 660 रुपये की तुलना में 17 फीसदी ज्यादा है. ब्रोकरेज हाउदस का कहना है कि मार्जिन फ्लैट रहने से एक हल्क चिंता दिखी है. जिसके चलते रेटिंग को ‘BUY’ से डाउनग्रेड कर ‘ADD’ किया है. ब्रोकरेज के अनुसार पार्टिसिपेटिंग पॉलिसीज और ग्रुप के प्रमुख ब्रेड-एंड-बटर सेगमेंट में सालाना बेसिस पर ग्रोथ दिखी है, जबकि नॉन-पार्टिसिपेटिंग सालाना बेसिस पर बढ़ने में कामयाब रहा है. नॉन-पार्टिसिपेटिंग और पार्टिसिपेटिंग सेग्मेंट VNB मार्जिन लेवल में गिरावट आई थी, जिसकी भरपाई ग्रुप सेग्मेंट VNB मार्जिन में बढ़ोतरी से हुई थी.
IPO प्राइस से 30% डिस्काउंट पर शेयर
LIC का शेयर अपने आईपीओ प्राइस से अभी 30 फीसदी कमजोर दिख रहा है. आईपीओ प्राइस 949 रुपये था. यह शेयर लिस्ट होने के बाद से कभी भी आईपीओ प्राइस को टच नहीं कर पाया. शेयर के लिए 754 रुपये 1 साल का हाई है, जबकि 530 रुपये अबतक का लो लेवल है. शेयर का करंट प्राइस 660 रुपये के आस पास है. यानी शेयर इश्यू प्राइस से करीब 30 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है. शेयर पिछले साल यानी मई 2022 में स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुआ था. आईपीओ के दौरान LIC का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था, अभी मार्केट कैप घटकर 4.12 लाख करोड़ रह गया है. यानी निवेशकों का करीब 2 लाख करोड़ डूब चुका है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)