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ग्लोबल ट्रेंड, फॉरेन फंड मूवमेंट से इस हफ्ते तय होगी शेयर बाजार की दिशा, एक्सपर्ट की राय

घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में शेयर बाजार के लिए इस हफ्ते वैश्विक गतिविधियां अहम होंगी. मासिक वायदा डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान के बीच बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है. 

घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में शेयर बाजार के लिए इस हफ्ते वैश्विक गतिविधियां अहम होंगी. मासिक वायदा डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान के बीच बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है. 

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FE Hindi Desk
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Market Outlook

जानकारों को उम्मीद है कि फरवरी महीने के डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान के कारण बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव रहेगा.

वैश्विक रुझानों (ग्लोबल ट्रेंड्स) और विदेशी कोषों की गतिविधियों (foreign fund movement) से इस हफ्ते शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. उनका मानना है कि घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में बाजार के लिए वैश्विक गतिविधियां महत्वपूर्ण होंगी. जानकारों का कहना है कि मासिक वायदा डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान के बीच बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है.

जानकारों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतें, रुपये की चाल, भारत के साथ ही अमेरिका में जारी होने वाले तिमाही सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के आंकड़े और आने वाले हफ्ते में मासिक विनिर्माण पीएमआई आंकड़े बाजार की धारणा को प्रभावित करेंगे.

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एक्सपर्ट की राय

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी अनुसंधान) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि फरवरी महीने के डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान के कारण बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव रहेगा. इसके अलावा प्रतिभागियों को वैश्विक सूचकांकों, विशेष रूप से अमेरिका के प्रदर्शन पर कड़ी नजर रखनी चाहिए.’’ पिछले हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 716.16 अंक या एक फीसदी बढ़कर 73,142.8 अंक पर बंद हुआ. सूचकांक अपने रिकॉर्ड उच्चस्तर 73,427.5 के बेहद करीब है.

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उन्होंने बताया कि बीते हफ्ते बाजार अस्थिर रहे, लेकिन लगभग एक फीसदी की बढ़त दर्ज करने में सफल रहे. शुरुआती बढ़त के बाद मिलेजुले वैश्विक संकेतों के साथ मुनाफावसूली के चलते बाजार की तेजी सीमित रह गई. अजित मिश्रा ने कहा कि अमेरिकी बाजारों के अच्छे प्रदर्शन के कारण उम्मीद है कि भारतीय बाजारों में भी तेजी का रुख बना रहेगा.

निवेशकों को पिछले हफ्ते केंद्रीय बैंक द्वारा जारी फरवरी की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के ब्योरे से भी कुछ संकेत मिलने की उम्मीद है.

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर, लगभग सभी एमपीसी सदस्यों ने मुद्रास्फीति के परिदृश्य को लेकर अनिश्चितताओं को देखते हुए सतर्क रुख जारी रखने की बात कही है.’’

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कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान ने कहा कि तिमाही नतीजों का सत्र खत्म होने के बाद बाजार का ध्यान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यापक संकेतों पर होगा. इस हफ्ते शेयर बाजार में 3,300 करोड़ रुपये से अधिक के छह आईपीओ आएंगे. इनमें प्लैटिनम इंडस्ट्रीज और एक्सिकॉम टेली सिस्टम्स के आईपीओ शामिल हैं.

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