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Market Outlook: ग्लोबल ट्रेंड, व्यापक आंकड़ों, RBI के ब्याज दर फैसलों और मंथली ऑटो सेल डेटा से तय होगी बाजार की चाल, एक्सपर्ट की राय

Market Outlook: ग्लोबल ट्रेंड, व्यापक आंकड़ों, आरबीआई के ब्याज दर फैसलों और मंथली ऑटो सेल डेटा से इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय होगी. सोमवार को बाजार की चाल पर सितंबर तिमाही के 5.4% निराशाजनक जीडीपी ग्रोथ का भी असर देखने को मिल सकता है.

Market Outlook: ग्लोबल ट्रेंड, व्यापक आंकड़ों, आरबीआई के ब्याज दर फैसलों और मंथली ऑटो सेल डेटा से इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय होगी. सोमवार को बाजार की चाल पर सितंबर तिमाही के 5.4% निराशाजनक जीडीपी ग्रोथ का भी असर देखने को मिल सकता है.

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FE Hindi Desk
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Market Outlook: निवेशकों की निगाहें इस हफ्ते ऑटो बिक्री के मासिक आंकड़ों पर भी होगी. (Image: Fe File)

Market Outlook this week: ग्लोबल ट्रेंड, व्यापक आंकड़ों, आरबीआई के ब्याज दर फैसलों और मंथली ऑटो सेल डेटा से इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. सोमवार को बाजार की चाल पर सितंबर तिमाही के 5.4 फीसदी निराशाजनक जीडीपी ग्रोथ का भी असर देखने को मिल सकता है.

 इन पर रहेगी निवेशकों की नजर

सोमवार से शुरू हो रहे सफ्ताह के दौरान भारत के विनिर्माण पीएमआई, सेवा पीएमआई, ब्याज दर पर फैसले, अमेरिकी एसएंडपी वैश्विक समग्र पीएमआई, विनिर्माण पीएमआई, सेवा पीएमआई, गैर-कृषि रोगजार के आंकड़े आने हैं. इसके अलावा ऑटो बिक्री के मासिक आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर रखेंगे. 

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एक्सपर्ट की राय

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि बाजार की चाल पर सोमवार को जुलाई-सितंबर 2024 में 5.4 फीसदी निराशाजनक जीडीपी ग्रोथ का असर पड़ सकता हैं. आगामी आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिटी कमेटी की बैठक अहम होने वाली है, जिसमें ब्याज दर फैसले और टिप्पणी, दोनों पर ही निवेशकों की नजर होगी. उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक मोर्चे पर, भू-राजनीतिक तनाव, विशेष रूप से रूस-यूक्रेन की स्थिति को लेकर चिंता बनी हुई है.

मीना ने आगे कहा कि भारत, अमेरिका और चीन से विनिर्माण पीएमआई जैसे महत्वपूर्ण व्यापक आर्थिक आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे. मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग सेक्टर्स का कमजोर प्रदर्शन के साथ ही कमजोर खपत के कारण चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर दो साल के निचले स्तर 5.4 फीसदी पर पहुंच गई. हालांकि देश अभी भी सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है. पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों ने काफी उतार-चढ़ाव देखा, हालांकि सप्ताह के अंत में बाजार बढ़त के साथ बंद हुए.

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड की निदेशक पलका अरोड़ा चोपड़ा ने कहा, ''बाजार का नजरिया भारत के विनिर्माण पीएमआई, सेवा पीएमआई, ब्याज दर पर फैसले, अमेरिकी एसएंडपी वैश्विक समग्र पीएमआई, विनिर्माण पीएमआई, सेवा पीएमआई, गैर-कृषि रोगजार के आंकड़ों जैसे प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक कारकों से प्रभावित होगा.'' 

पिछले सप्ताह, बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 685.68 अंक या 0.86 फीसदी उछला. दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 223.85 अंक या 0.93 फीसदी चढ़ा. विश्लेषकों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिकी डॉलर के रुख से भी बाजार प्रभावित होगा.

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