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पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स में 1,156.57 अंक या 1.55 फीसदी की गिरावट आई थी, जबकि निफ्टी 372.4 अंक या 1.65 फीसदी टूट गया. (Image: FE File)
Analysts says Q4 earnings global trends major triggers for markets this week: ईरान और इजराइल के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच कंपनियों के तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय देते हुए साथ ही जोड़ा कि कच्चे तेल और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल से भी बाजार प्रभावित होगा. इससके अलावा, बाजार कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर कड़ी नजर रखेगा, क्योंकि भू-राजनीतिक घटनाएं अक्सर उन्हें प्रभावित करती हैं.
निवेशकों की इन पर रहेगी नजर
इस हफ्ते टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, नेस्ले, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और मारुति के तिमाही नतीजों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी. पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स में 1,156.57 अंक या 1.55 फीसदी की गिरावट आई थी, जबकि निफ्टी 372.4 अंक या 1.65 फीसदी टूट गया.
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एक्सपर्ट की राय
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष को लेकर चल रही चिंताओं के बीच यह हफ्ते बाजार के लिए बेहद अहम है. उन्होंने कहा कि अगर तनाव काफी बढ़ जाता है, तो वैश्विक शेयर बाजारों में घबराहट में बिक्री और अस्थिरता बढ़ने का जोखिम है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह वैश्विक संकेतों के साथ ही कंपनियों के तिमाही नतीजों पर नजर रहेगी. उन्होंने कहा कि निवेशक अमेरिकी विनिर्माण और सेवा पीएमआई आंकड़ों, अमेरिका की पहली तिमाही के जीडीपी और जापान की मौद्रिक नीति पर भी नजर रखेंगे.