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पिछले हफ्ते आम चुनाव के नतीजों और आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. बाजार मजबूत लाभ के साथ बंद हुए, लेकिन उससे पहले भारी गिरावट भी हुई. (Image: FE)
Market Outlook this week: अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर फैसलों, घरेलू महंगाई दर के आंकड़ों और ग्लोबल ट्रेंड से इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. पिछले हफ्ते आम चुनाव के नतीजों और आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. बाजार मजबूत लाभ के साथ बंद हुए, लेकिन उससे पहले भारी गिरावट भी हुई.
पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 2,732.05 अंक या 3.69 फीसदी बढ़ा, जबकि निफ्टी 759.45 अंक या 3.37 फीसदी चढ़ा. शुक्रवार को दिन के कारोबार में 30 शेयर्स वाला बीएसई सेंसेक्स 1,720.8 अंक या 2.29 फीसदी उछलकर 76,795.31 के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. सेंसेक्स 1,618.85 अंक या 2.16 फीसदी की बढ़त के साथ 76,693.36 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ.
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि लोकसभा चुनाव और आरबीआई नीति समीक्षा के नतीजे आ चुके हैं. अब निवेशकों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय कारकों पर है. उन्होंने कहा कि इस हफ्ते फेडरल रिजर्व के ब्याज दर फैसले, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, कच्चे तेल और जिंस की कीमतों से बाजार की चाल तय होगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा विदेशी निवेशकों यानी एफपीआई और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) के निवेश पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी.
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि बाजार का परिदृश्य प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से तय होगा. उन्होंने कहा कि भारत में WPI महंगाई दर, चीन में CPI महंगाई दर, ब्रिटेन में जीडीपी के आंकड़े, अमेरिका में सीपीआई के आंकड़े और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले से बाजार की आगामी दिशा तय होगी.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में बाजार में अस्थिरता कम होने की संभावना है.