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निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स ने लंबी अवधि में हायर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न दिया है.
Mutual FundScheme: भारत के लीडिंग फंड हाउस में शामिल मिरे एसेट म्युचुअल फंड ने मिरे एसेट निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 ईटीएफ लॉन्च किया है. मिरे एसेट ईटीएफ, मिरे एसेट म्यूचुअल फंड का ही एक पार्ट है और इसका उपयोग मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रबंधित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स के लिए किया जाता है. यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 13 मार्च, 2023 को खुल गया है और 21 मार्च, 2023 को बंद होगा. एनएफओ के दौरान, एक निवेशक कम से कम 5,000 रुपये या उससे अधिक 1 रुपये के गुणक में कितना भी निवेश कर सकता है. यह स्कीम 27 मार्च, 2023 को लगातार बिक्री और पुनर्खरीद के लिए फिर से खुलेगी. फंड का प्रबंधन मिरे एसेट म्यूचुअल फंड की फंड मैनेजर एकता गाला द्वारा किया जाएगा.
निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स एक स्मार्ट बीटा ईटीएफ है, जिसका उद्देश्य बड़े मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार पूंजीकरण) सेगमेंट में लो वोलेटाइल सिक्योरिटीज के प्रदर्शन को मापना है. स्मार्ट बीटा ईटीएफ का उद्देश्य सक्रिय (एक्टिव) और निष्क्रिय (पैसिव) निवेश दोनों के लाभों को कंबाइन करना है. स्मार्ट बीटा ईटीएफ दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहे हैं क्योंकि उनमें अलग अलग फैक्टर्स का उपयोग करके अल्फा जेनरेट करने की क्षमता है. यह निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 टोटल रिटर्न इंडेक्स की प्रतिकृति/ट्रैकिंग करने वाली एक ओपेन-एंडेड स्कीम है.
निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स की मुख्य विशेषताएं
- निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स ने बाजार में अस्थिरता के समय में अच्छा प्रदर्शन किया है.
- शॉर्ट टर्म में इसे बियर मार्केट/गिरते बाजार के समय निवेश के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
- निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स ने लंबी अवधि में हायर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न दिया है, जिससे लंबी अवधि में इसे निवेश के बेहतर विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
- ब्रॉडर मार्केट के साथ-साथ अन्य फैक्टर इंडीसेज की तुलना में इसमें अपेक्षाकृत कम गिरावट रही है.
- यह वैकल्पिक सेक्टोरियल एक्सपोजर प्रदान करता है, जो निफ्टी 100 इंडेक्स से अलग है.
लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देना है लक्ष्य
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के हेड - ETF प्रोडक्ट एंड फंड मैनेजर, सिद्धार्थ श्रीवास्तव का कहना है कि स्मार्ट बीटा स्ट्रैटेजी आम तौर पर कास्ट इफेक्टिव ढंग से व्यवस्थित, रूल-बेस्ड अप्रोच का इस्तेमाल कर फैक्टर एक्सपोजर को पकड़ती हैं. निफ्टी 100 लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स का लक्ष्य लंबी अवधि में बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न देना और साथ ही वैकल्पिक सेक्टोरियल एक्सपोजर प्रदान करना है. इस फंड का उपयोग उन निवेशकों द्वारा किया जा सकता है, जो पोर्टफोलियो की अस्थिरता और डाउनसाइड रिस्क को लेकर सतर्क हैं और अपेक्षाकृत कम रिस्क के साथ लंबी अवधि में निवेश के जरिए दौलत बनाना चाहते हैं. ऐसे में जब बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है, निवेश के लिए कम अस्थिरता वाले ईटीएफ पर विचार किया जा सकता है.
क्या है NFO
जब भी कोई एसेट मैनेजमेंट कंपनी ( AMC) कोई नया फंड लॉन्च करती है तो यह सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही खुला होता है. फंड पोर्टफोलियो के लिए शेयर खरीदना इसका मकसद होता है और इसलिए इसके जरिये पैसा जुटाया जाता है. एक तरह से एक नए फंड की शुरुआत करने के लिए पैसा जुटाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को न्यू फंड ऑफर कहा जाता है. अगर फंड ओपन एंडेड है तो इसके कुछ दिनों बाद इसमें निवेश शुरू हो जाता है. अगर क्लोज एंडेड है तो निवेशक एनएफओ पीरियड के दौरान इसे सब्सक्राइव कर सकता है लेकिन उसे इस दौरान होल्ड किए रखना होगा.