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Paytm Stock Price: पेटीएम का शेयर 20 फीसदी टूटकर 487 रुपये पर आ गया है. जबकि गुरूवार को यह 609 रुपये पर बंद हुआ था. (Reuters)
Lower Circuit in Paytm Stock: ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications) के शेयरों में आज लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट देखने को मिल रही है. कंपनी का शेयर 20 फीसदी टूटकर 487 रुपये पर (Paytm Stock Price) आ गया है. जबकि गुरूवार को यह 609 रुपये पर बंद हुआ था. इसके पहले गुरूवार को भी शेयर 20 फीसदी टूट गया था. 2 दिनों में यह शेयर 36 फीसदी कमजोर हुआ है. बुधवार को शेयर 761 रुपये पर बंद हुआ था. कंपनी का मार्केट कैप भी घटकर 30,931.59 करोड़ रह गया है. आरबीआई के फ्रेश बैन के बाद शेयर को लेकर सेंटीमेंट बिगड़ा है. ब्रोकरेज हाउस भी शेयर को लेकर निगेटिव दिख रहे हैं.
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ब्रोकरेज की रेटिंग
जेपी मॉर्गन
रेटिंग: Underweight
टारगेट: 600 रुपये
मॉर्गन स्टैनले
रेटिंग: Equal weight
टारगेट: 690 रुपये
Macquarie
रेटिंग: neutral
टारगेट: 650 रुपये
मोतीलाल ओसवाल
रेटिंग: neutral
टारगेट: 575 रुपये
क्या कहना है ब्रोकरेज का
ब्रोकरेज हाउस Macquarie ने Paytm के स्टॉक पर 'न्यूट्रल' रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस घटाकर 650 रुपये प्रति शेयर कर दिया. ब्रोकरेज फर्म को पेटीएम की समस्याओं का निकट भविष्य में कोई समाधान नहीं दिखता क्योंकि उसका मानना है कि आरबीआई द्वारा पाई गई खामियां वास्तविक हैं. ब्रोकरेज ने कहा कि मार्च 2022 में नए ग्राहकों को जोड़ने पर पहले बैन के बाद, आरबीआई ने अब एक व्यापक आईटी ऑडिट किया है और गैर-अनुपालन की पहचान करना जारी रखा है, जो उसके विचार में इंगित करता है कि खामियां काफी महत्वपूर्ण हैं.
बर्नस्टीन के एनालिस्ट ने कहा कि आरबीआई के निर्देश Paytm के लिए एक निगेटिव डेवलपमेंट है और कहा कि इससे बिजनेस पर पहले से भी भारी रेगुलेटरी दबाव बढ़ गया है. उन्होंने कहा, प्रभावी रूप से, आरबीआई की कार्रवाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक के संचालन को समाप्त कर देती है.
ब्रोकरेज हाउस जेपी मॉर्गन ने Paytm के स्टॉक पर रेटिंग 'न्यूट्रल' से घटाकर 'अंडरवेट' कर दिया है. वहीं टारगेट प्राइस भी 900 रुपये से घटाकर 600 रुपये कर दिया. ब्रोकरेज का मानना है कि फर्म पर रेगुलेटरी एक्शन उसके प्रॉफिट पूल, नेटवर्क प्रभाव और विश्वसनीयता को कम करती है. इसके अलावा, ग्लोबल ब्रोकरेज ने कहा कि आरबीआई के हालिया आदेश को कंपनी के लिए राह के अंत के रूप में नहीं देखा जा रहा है, फिर भी यह निकट अवधि के ग्रोथ पर निगेटिव असर डालता है.
ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने Paytm पर अपनी रेटिंग 'buy' से घटाकर 'underperform' कर दी है और टारगेट प्राइस घटाकर अबतक सबसे कम 500 रुपये कर दिया है. आरबीआई की कार्रवाई के बाद पेटीएम पर बड़े रेपुटेशनल रिस्क का अनुमान लगाते हुए, जेफरीज ने टारगेट में करंट प्राइस से भारी कटौती की है. जेफरीज का मानना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई का बैन लगातार गैर-अनुपालन पर चिंताओं को दर्शाता है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने Paytm अपनी अपनी रेटिंग डाउनग्रेड कर Neutral कर दी है और टारगेट प्राइस 575 रुपये दिया है. RBI ने दंडात्मक उपायों की घोषणा की है, जिसका Paytm के बिजनेस परफॉर्मेंस पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा. रेगुलेटर ने पहले पीपीबीएल में नए ग्राहकों को शामिल करने पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेटेस्ट एक्शन कंपनी के बिजनेस आउटलुक पर गंभीर चिंताएं पैदा करते हैं और ओवरआल इन्वेस्टर्स के भरोसे को नुकसान पहुंचाते हैं.
Paytm के संस्थापक का मैसेज
वहीं, Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ऐप 29 फरवरी के बाद भी काम करता रहेगा. आपका पसंदीदा ऐप काम कर रहा है और 29 फरवरी के बाद भी हमेशा की तरह काम करता रहेगा. मैं, पेटीएम टीम के हर मेंबर के साथ, आपके निरंतर सपोर्ट के लिए आपको सैल्यूट करता हूं. हर चुनौती के लिए, एक समाधान है, और हम ईमानदारी से अपने देश की सेवा करने के लिए कमिटेड हैं.
To every Paytmer,
— Vijay Shekhar Sharma (@vijayshekhar) February 2, 2024
Your favourite app is working, will keep working beyond 29 February as usual.
I with every Paytm team member salute you for your relentless support. For every challenge, there is a solution and we are sincerely committed to serve our nation in full…
RBI का क्या है आदेश
आरबीआई ने अपने आदेश में कहा था कि कि पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के 'नोडल खातों' को 29 फरवरी से पहले जल्द-से-जल्द जल्द समाप्त किया जाना चाहिए. वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 फीसदी हिस्सेदारी है लेकिन वह इसे अपनी सहयोगी के रूप में वर्गीकृत करता है, न कि अनुषंगी कंपनी के रूप में. आरबीआई के आदेश से कंपनी के सालाना परिचालन लाभ पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ने की आशंका है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)