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SBI Life : एसबीआई लाइफ अब ऐसे प्रोडक्ट्स की ओर बढ़ रही है जो ज्यादा मार्जिन देते हैं. एजेंसी चैनल में यह बदलाव पहले ही हो चुका है. (Image : Pixabay)
SBI Life Insurance Stock Price : एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के शेयरों में आज उछाल देखने को मिल रहा है. आज शेयर करीब 3 फीसदी से मजबूत होकर 1,847 रुपये पर पहुंच गया. कंपनी का मुनाफा जून तिमाही में सालाना बेसिस पर 14% बढ़कर 594 करोड़ रुपये हो गया है. नेट प्रीमियम इनकम भी 14% बढ़कर 17,178 करोड़ हो गई. नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने शेयर में निवेश की सलाह दी है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर BUY रेटिंग दोहराई है और टारगेट प्राइस 2,140 रुपये तय किया है.
वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस : प्रदर्शन में सुधार
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि SBI लाइफ ने FY26 की पहली तिमाही में अपने VNB (वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस) प्रदर्शन में सुधार दिखाया है. यह सुधार मुख्य रूप से पारंपरिक प्रोडक्ट्स की तरफ झुकाव, प्रोटेक्शन सेगमेंट में तेज ग्रोथ, और राइडर अटैचमेंट रेट्स बढ़ने की वजह से हुआ.
आगे चलकर, नॉन-लिंक्ड प्रोडक्ट्स में मजबूत ग्रोथ और राइडर अटैचमेंट में और सुधार से VNB मार्जिन बढ़ने की उम्मीद है. इसके अलावा, कंपनी का एजेंसी और डिजिटल चैनलों में लगातार निवेश करना, और बैंक से बीमा बेचने (बैंकाश्योरेंस) के चैनल में सुधार से ओवरआल ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा.
ब्रोकरेज को उम्मीद है कि FY25 से FY27 के बीच APE (एनुअल प्रीमियम इक्यूवैलेंट) और VNB में 16% और 19% की कंपाउंड ग्रोथ (CAGR) देखने को मिलेगी. वहीं, RoEV (रिटर्न ऑन एंबेडेड वैल्यू) लगभग 19% रहने की संभावना है.
ज्यादा मार्जिन वाले प्रोडक्ट पर फोकस
SBI लाइफ अब ऐसे प्रोडक्ट्स की ओर बढ़ रही है जो ज्यादा मुनाफा (मार्जिन) देते हैं. एजेंसी चैनल में तो यह बदलाव पहले ही हो चुका है. इसी तरह का सुधार अब बैंक के जरिए बीमा बेचने में भी दिख रहा है, जहां ULIP का योगदान 2% घटा है. कंपनी अब नॉन-पार प्रोडक्ट्स (जिनमें गारंटीड रिटर्न नहीं होता) का हिस्सा और बढ़ाने पर ध्यान दे रही है.
ग्रुप प्रोटेक्शन बिजनेस ने अच्छा ग्रोथ दिखाया, खासकर क्रेडिट लाइफ में जो पिछले साल की तुलना में 25% बढ़ा. ग्रॉस प्रीमियम इनकम (GPI) में भी दोहरे अंकों में ग्रोथ रही.
मैनेजमेंट का मानना है कि क्रेडिट लाइफ हर साल 20-25% की ग्रोथ बनाए रख सकता है, क्योंकि होम लोन में 10-15% की ग्रोथ और बेहतर अटैचमेंट रेट्स इसे सपोर्ट करते हैं. हालांकि, GPI ग्रोथ थोड़ी धीमी हो सकती है क्योंकि यह खुद में ही अनियमित (लंपी) होती है.
SBI लाइफ अभी 14,000+ साझेदार बैंकों की शाखाओं के साथ काम करती है, जिनमें से केवल 10-20% हर महीने सक्रिय रहती हैं. कंपनी का लक्ष्य है कि ज्यादा शाखाएं एक्टिव हों, जिससे बिजनेस में और तेज ग्रोथ हासिल की जा सके.
(Disclaimer: स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)