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Sony-Zee Merger Termination: सोनी ग्रुप के साथ मर्जर की डील रद्द होने से जी ग्रुप की मुश्किलें बढ़ने का अंदेशा है. (Image : Reuters)
Sony group sends termination letter to Zee: सोनी ग्रुप ने 10 अरब डॉलर की मेगा मीडिया मर्जर डील की डेडलाइन समाप्त होने के एक दिन बाद ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड को टर्मिनेशन नोटिस भेज दिया है. सोनी ग्रुप ने टर्मिनेशन लेटर में कहा है कि वह अपनी भारतीय इकाई (Sony India) और जी (Zee) मीडिया नेटवर्क के बीच मर्जर के लिए हुए सौदे को रद्द कर रहा है. ज़ी ने इसी शुक्रवार को सोनी को डील की डेडलाइन दूसरी बार आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था. ज़ी ग्रुप ने कहा था कि वह विलय के लिए प्रतिबद्ध है और आपसी बातचीत के जरिए डील को पूरा करने के लिए काम कर रहा है.
दरअसल मर्जर की यह डील पहले दिसंबर 2023 तक पूरी होने वाली थी. उस समय भी ज़ी ने डेडलाइन आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिस पर सोनी (Sony) ने सहमति दे दी थी. लेकिन अब ज़ी की तरफ से इस डील के लिए तय की गई 20 जनवरी की नई डेडलाइन को भी और आगे बढ़ाने की मांग की जा रही थी. लेकिन इस बार सोनी ग्रुप ने डेडलाइन फिर से आगे बढ़ाने का अनुरोध खारिज कर दिया है. सोनी ने ज़ी को सूचित किया है कि वह 'शर्तें पूरी नहीं होने' के कारण मर्जल की डील को रद्द कर रहा है.
दोनों कंपनियों की तरफ से आए बयान
दोनों ही पक्षों की तरफ से इस बारे में आधिकारिक बयान सामने आ गए हैं. दोनों कंपनियों की तरफ से स्टॉक एक्सचेंजों को इस बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी दी गई है. जापान की कंपनी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SPNI) आज एक नोटिस जारी करते हुए एसपीएनआई और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के बीच समझौतों को समाप्त करने की घोषणा करती है. इस समझौते की घोषणा 22 दिसंबर 2021 को गई थी.’’ शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने कहा है, ‘‘विलय अंतिम तारीख तक पूरा नहीं हुआ, क्योंकि विलय से जुड़ी शर्तें 21 जनवरी की डेडलाइन तक पूरी नहीं की गईं, जिससे उसे काफी निराशा हुई है." कंपनी ने यह भी कहा है कि वह भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.
ज़ी ने भी शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा है कि सोनी ने उससे समझौते की शर्तों के ‘कथित उल्लंघन’ के लिए 9 करोड़ अमेरिकी डॉलर देने की मांग की है. जी ने कहा, ‘‘हम सोनी के सभी दावों का पूरी तरह से खंडन करते हैं और सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. कंपनी ने उचित कानूनी कार्रवाई सहित अपने दीर्घकालिक हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाने की बात भी कही है. जी ने दावा किया है कि उसने मर्जर एग्रीमेंट को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश की है.
सोनी और ज़ी के मेगा मर्जर के एलान को दो साल से भी ज्यादा वक्त हो चुका है. लेकिन मर्जर के बाद कंपनी का नेतृत्व कौन करेगा, इस सवाल को लेकर मतभेद सामने आ गए, जिससे यह सौदा तेजी से आगे नहीं बढ़ सका. ज़ी ने विलय के बाद अपने सीईओ पुनीत गोयनका को नई कंपनी का भी सीईओ बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन सोनी ने गोयनका के खिलाफ मार्केट रेगुलेटर की तरफ से जांच शुरू किए जाने की वजह से इस पर रजामंदी देने से इनकार कर दिया.
भारतीय बाजार में बढ़ने वाला है कंपटीशन
डिज्नी के भारतीय बिजनेस और देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में शामिल मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के मीडिया वेंचर के बीच संभावित मर्जर को देखते हुए, सोनी-ज़ी मर्जर डील को काफी अहम माना जा रहा था. एलारा कैपिटल के विश्लेषक करण तौरानी ने कहा है कि 'डील रद्द होने से दोनों पक्षों पर नकारात्मक असर पड़ेगा क्योंकि दोनों ही कंपनियां भारतीय बाजार में अपना दखल बढ़ाने की कोशिश कर रही थीं. ऐसे में अगर रिलायंस-डिज्नी के बीच मर्जर की डील हो गई, तो प्रतिस्पर्धा काफी मजबूत हो जाएगी. इतना ही नहीं, भारतीय एंटरटेनमेंट बाजार में फिलहाल नेटफ्लिक्स और Amazon जैसे ग्लोबल स्ट्रीमिंग दिग्गज भी अपना दखल बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में पिछले काफी समय से घटते मुनाफे, विज्ञापन रेवेन्यू और कैश रिजर्व के संकट से जूझ रहे ज़ी ग्रुप के लिए इस होड़ में अपने दम पर टिके रह पाना आसान नहीं होगा. मुंबई में शनिवार के ट्रेडिंग सेशन में ज़ी शेयर 1.5% गिरावट के साथ बंद हुए थे. सोमवार को भारतीय शेयर बाजार अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कारण बंद है. महाराष्ट्र सरकार ने इस अवसर पर सार्वजनिक छुट्टी का एलान किया है.