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Tata Group Investment : टाटा ग्रुप ब्रिटेन में यूरोप का सबसे बड़ा ईवी बैटरी प्लांट लगाने जा रहा है. टाटा मोटर्स भारत की सबसे प्रमुख ईवी निर्माता कंपनी है. (File Photo: Reuters) FILE PHOTO: Workers install the electric motor inside a Tata Nexon electric sport utility vehicle (SUV) at the Tata Motors plant in Pune, India, April 7, 2022. REUTERS/Francis Mascarenhas/File Photo
Tata Group to invest Rs 42,500 crore on establishing EV battery plant in UK : भारत के दिग्गज टाटा ग्रुप ने ब्रिटेन में यूरोप का सबसे बड़ा ईवी बैटरी प्लांट लगाने का एलान किया है. इस प्लांट पर टाटा समूह करीब 4 अरब ब्रिटिश पाउंड यानी 42,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. यह पहला कारखाना होगा, जो टाटा समूह भारत से बाहर लगाने जा रहा है. टाटा ग्रुप के पास इस कारखाने को स्पेन में लगाने का विकल्प भी मौजूद था, लेकिन आखिरकार समूह ने इसे ब्रिटेन के ब्रिजवॉटर (Bridgwater) में लगाने का फैसला किया. इस फैक्ट्री में बनने वाली ईवी बैटरी जैगुआर लैंडरोवर (JLR) के अलावा अन्य वाहन निर्माताओं को भी सप्लाई की जाएगी. यूरोप के मशहूर लग्जरी कार ब्रैंड जैगुआर लैंडरोवर को टाटा सन्स ने बरसों पहले 2008 में ही फोर्ड मोटर कंपनी से खरीद लिया था.
ब्रिजवॉटर में बनेगी नई फैक्ट्री
टाटा समूह की तरफ से बुधवार को जारी बयान के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी इंग्लैंड की समरसेट काउंटी के ब्रिजवॉटर में बनने वाली फैक्ट्री की क्षमता 40GWh ईवी बैटरी बनाने की होगी. इस फैक्ट्री में उत्पादन 2026 में शुरू होने की उम्मीद की जा रही है. 1980 के दशक में निसान के निवेश करने के बाद से अब तक ब्रिटेन के ऑटोमोटिव सेक्टर में इसे सबसे महत्वपूर्ण निवेश माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि टाटा समूह ने ब्रिटिश सरकार से इस निवेश के लिए करीब 50 करोड़ पाउंड यानी करीब 5318 करोड़ रुपये की सब्सिडी दिए जाने की मांग की है. हालांकि अब तक टाटा समूह या ब्रिटेन की सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है. ब्रिटिश सरकार की तरफ जारी एक बयान में सिर्फ इतना कहा गया है कि इस बारे में पूरी जानकारी पारदर्शिता संबंधी आंकड़ों के साथ सही समय पर दे दी जाएगी.
हजारों ब्रिटिश लोगों को नौकरियां मिलेंगी : सुनक
टाटा समूह के इस एलान पर खुशी जाहिर करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि टाटा ग्रुप का ब्रिजवॉटर में अपनी नई फैक्ट्री बनाने का फैसला ब्रिटेन पर उनके भरोसे का बड़ा सबूत है. यह प्रोजेक्ट ब्रिटेन के ऑटोमोटिव सेक्टर में अब तक के सबसे बड़े निवेश में शामिल होगा. इससे न सिर्फ हजारों ब्रिटिश लोगों को नौकरियां मिलेंगी, बल्कि इलेक्ट्रिक वेहिकल्स (EV) की तरफ बढ़ने के मामले में हमारी स्थिति भी मजबूत होगी. ब्रिटिश सरकार की तरफ से अलग से जारी एक बयान में कहा गया है कि टाटा समूह के इस निवेश से सीधे तौर पर 4,000 नई नौकरियां पैदा होंगी. लेकिन इसकी पूरी सप्लाई चेन के जरिए कई हजार और लोगों को भी जॉब्स मिलेंगी.
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अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा मिलेगा : टाटा सन्स
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, टाटा समूह अपने बिजनेस में एक स्थायी भविष्य के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि हमारे इस निवेश से अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ऑटोमोटिव सेक्टर को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की तरफ आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने ट्विटर टाइमलाइन पर लिखा, "यह एक बड़ी खबर है. यह भारत और ब्रिटेन की साझेदारी को और मजबूत बनाने का मौका है, जिसमें टाटा समूह बहुत बड़ा योगदान दे रहा है."
ब्रिटेन में फिलहाल ईवी बैटरी बनाने का सिर्फ एक प्लांट है, जो संडरलैंड (Sunderland) में निसान की फैक्ट्री के पास है. एक और प्लांट नॉर्थम्बरलैंड (Northumberland) में बनाए जाने की योजना है. इसके मुकाबले यूरोपीय यूनियन में ईवी बैटरी के मौजूदा और बनाए जा रहे प्लांट की कुल संख्या 35 के आसपास है.