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MidCap Stocks : मिडकैप कैटेगरी में कुछ स्टॉक में रिबाउंड की गति धीमी हो सकती है या टेक्निकल ब्रेकडाउन के कारण उनका प्रदर्शन खराब हो सकता है. Photograph: (Image : Pixabay)
By Brijesh Bhatia
निवेश की दुनिया में मार्केट साइकिल जारी रहते हैं. बाजार में चाहे तेजी का मूड हो या मंदी का, निवेशकों का सेंटीमेंट और किसी स्टॉक का प्रदर्शन अक्सर इकोनॉमिक बदलाव और बाजार में होने वाले बदलावों के साथ बदलता रहता है. बाजार में तेजी के दौरान, निवेशक मजबूत अपवार्ड ट्रेंड वाले शेयरों की ओर आकर्षित होते हैं, और उनमें निवेश कर ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं। लेकिन जैसे ही बाजार का ट्रेंड बदलता है, निवेशकों का मूड नाटकीय रूप से बदल जाता है। डर और सावधानी उनके फोकस में आ जाती है, जिससे कई निवेशक मुनाफा लॉक करने और अपनी पोजीशन से बाहर निकलने के लिए प्रेरित होते हैं.
लेकिन जब बाजार में तेजी का माहौल फिर से शुरू होता है, तो कुछ शेयर बाजार में रिवर्सल के दौरान भी चढ़ते रहते हैं; अन्य शेयर बदलते टाइड का शिकार हो जाते हैं. यह आर्टिकल ऐसे 3 मिडकैप शेयरों के बारे में बताता है, जिनमें निवेशक बाजार में तेजी के माहौल के दौरान निवेश करने से बचना चाहेंगे.
1. Carborundum Universal
इंडस्ट्रियल मटेरियल्स सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी, कार्बोरंडम यूनिवर्सल ने अपने डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो के चलते ध्यान आकर्षित किया है, जिसमें एब्रेसिव और सिरेमिक शामिल हैं। ये उत्पाद ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस और निर्माण सहित अलग अलग इंडस्ट्री में इस्तेमाल होते हैं.
(Source: TradePoint, Definedge Securities)
टेक्निकल एनालिसिस में, एक बुलिश ट्रेंड को अक्सर एक कंसिस्टेंट हाई-हायर-लो स्ट्रक्चर द्वारा पहचाना जाता है, जो डॉव थियरी में निर्धारित एक कांसेप्ट है. हालांकि, कार्बोरंडम यूनिवर्सल, एक बियरिश रिवर्सल का संकेत दिखा रहा है. वीकली चार्ट से पता चलता है कि शेयर की कीमत 2020 के निचले स्तर से जुड़ी एक महत्वपूर्ण अपवार्ड ट्रेंडलाइन को तोड़ चुकी है. यह ब्रीच बुलिश से बियरिश की ओर गति में बदलाव का संकेत देता है.
कार्बोरंडम यूनिवर्सल का हालिया टेक्निकल परफॉर्मेंस संभावित मार्केट वाइड रिकवरी संकेतों के बावजूद खतरे की घंटी है. रिवर्सल मार्केट में ग्रोथ की तलाश करने वाले निवेशकों को स्टॉक का प्रदर्शन कमजोर लग सकता है, क्योंकि ट्रेंड में बदलाव को अनदेखा करना मुश्किल है। इसलिए, बाजार के ट्रांजिशनल फेज के दौरान इस पर सावधानी से चलना समझदारी है.
2. EaseMyTrip
भारत की लीडिंग ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों में शामिल, ईजमाईट्रिप को भारत के बढ़ते पर्यटन बाजार का फायदा मिल रहा है. पर्यटन क्षेत्र पर सरकार के फोकस और ईजमाईट्रिप के उपयोग में आसान प्लेटफॉर्म ने कंपनी को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त दी है, जिससे इसके इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार हुआ है। बढ़ते मध्यम वर्ग और बढ़ती ट्रैवल डिमांड के साथ, लंबी अवधि में कंपनी का आउटलुक आशाजनक है.
हालांकि ईजमाईट्रिप की फंडामेंटल स्टोरी आशाजनक हो सकती है, लेकिन टेक्निकल एनालिसिस कुछ और ही कहानी बयां करता है। शेयर 52-सप्ताह के निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो भविष्य में संभावित संकट का संकेत है.
(Source: TradePoint, Definedge Securities)
वीकली चार्ट के एनालिसिस से पता चला कि शेयर की कीमत ने कई सपोर्ट जोन को तोड़ दिया है, जो बियरिश ट्रेंड को दर्शाता है. विशेष रूप से चिंताजनक बात यह है कि शेयर की कीमत में हाल ही में गिरावट आई है, जिसके बाद आगे बियरिश मोमेंटम आया है, जिससे गिरावट का ट्रेंड मजबूत हुआ है.
हाल के टेक्निकल इंडीकेटर्स से पता चलता है कि, भले ही ब्रॉउर मार्केट अपनी तेजी की दिशा में वापस आ जाए, लेकिन ईजमाईट्रिप को रिकवरी के साथ तालमेल बनाए रखने में संघर्ष करना पड़ सकता है। स्टॉक प्राइस एक्शन निराशावाद की एक महत्वपूर्ण अमाउंट को दर्शाती है, जो इसे उन लोगों के लिए टालने योग्य बनाती है जो बाजार में रिवर्सल से मुनाफा कमाने का लक्ष्य रखते हैं.
3. Kaynes Technology India Ltd (Kaynes)
इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (ईएमएस) सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी, केनेस टेक्नोलॉजी, ग्रोथ के रास्ते पर है.ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस और हेल्थकेयर इंडस्ट्री के लिए डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग सॉल्यूशंस में विशेषज्ञता रखने वाली, केनेस ने इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए एंड-टू-एंड सॉल्यूशन प्रदान करने में एक खास जगह बनाई है.
हालांकि, केनेस टेक्निकल फ्रंट पर महत्वपूर्ण बदलाव के संकेत दे रहा है.
(Source: TradePoint, Definedge Securities)
स्टॉक का वीकली चार्ट पहले की मजबूत राइजिंग ट्रेंडलाइन के ब्रेकडाउन को दर्शाता है, जो यह दर्शाता है कि स्टॉक को संचालित करने वाली बुलिश ट्रेंड अब गिरावट में है. यह ब्रेकडाउन एक प्रमुख ट्रेंडलाइन के ब्रीच के कारण चिंताजनक है, और स्टॉक की गति गिर रही है. टूटने के बाद बियरिश मोमेंटम में तेजी आने से यह संकेत मिलता है कि वर्तमान में बियर्स कंट्रोल में हैं, जिससे यह संभावना नहीं है कि स्टॉक बाजार में रिवर्सल पर जल्दी से वापस ऊपर की ओर उछलेगा.
ऐसी गति और तीव्रता के साथ जो संभावित रूप से और गिरावट की ओर संकेत करती है, तेजी के ट्रेंड से लाभ उठाने की इच्छा रखने वाले निवेशकों को बाजार में रिवर्सल के इस फेज के दौरान केनेस पर विचार करने से पहले दो बार सोचना चाहिए.
रिवर्सल मार्केट में सावधानी बरतें
पिछले कुछ महीनों में बाजार ने तेजी से मंदी की ओर रुख किया है, इसलिए निवेशकों को अलर्ट रहना चाहिए और अपनी रणनीतियों को इस अनुसार एडजस्ट करना चाहिए. हालांकि यूनियन बजट के बाद रिकवरी के मामले में आशावाद बना रह सकता है, लेकिन कुछ स्टॉक में रिबाउंड की गति धीमी हो सकती है या टेक्निकल ब्रेकडाउन के कारण उनका प्रदर्शन खराब हो सकता है. कार्बोरंडम यूनिवर्सल, ईजमाईट्रिप और केनेस टेक्नोलॉजी इंडिया लिमिटेड तीन ऐसे स्टॉक हैं जो वर्तमान में महत्वपूर्ण मंदी के रुझान दिखा रहे हैं, जिससे बाजार के रिवर्सल फेज के दौरान निवेशकों के लिए ये कम अनुकूल हो जाते हैं. इन स्टॉक पर तभी विचार किया जा सकता है जब उनका ब्रेकडाउन फेल हो जाए या स्टॉक की कीमतें हायर-हाई-हायर-लो पर पहुंच जाएं.
Disclaimer:
नोट: हमने इस पूरे लेख में http://www.definedgesecurities.com के डेटा पर भरोसा किया है. केवल उन मामलों में जहां डेटा उपलब्ध नहीं था, हमने वैकल्पिक लेकिन व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले और स्वीकृत सूचना के सोर्स का उपयोग किया है.
इस लेख का उद्देश्य केवल दिलचस्प चार्ट, डेटा पॉइंट और थॉट प्रोवोकिंग राय साझा करना है। यह कोई सिफारिश नहीं है. अगर आप निवेश पर विचार करना चाहते हैं, तो आपको अपने सलाहकार से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। यह लेख केवल शिक्षाप्रद उद्देश्यों के लिए है.
बृजेश भाटिया को भारत के वित्तीय बाजारों में ट्रेडर और तकनीकी विश्लेषक के रूप में 18 साल से अधिक का अनुभव है. उन्होंने यूटीआई, असित सी मेहता और एडलवाइस सिक्योरिटीज जैसी कंपनियों के साथ काम किया है. वर्तमान में वे डिफाइनएज में एनालिस्ट हैं.
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