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MP seeks Sebi investigation: एग्जिट पोल के जरिए शेयर बाजार में हेराफेरी के आरोपों की होगी जांच? सांसद ने सेबी को लिखी है चिट्ठी

Saket Gokhale asks for investigation: टीएमसी सांसद ने साकेत गोखले ने SEBI को चिट्ठी लिखकर यह जांच करने का अनुरोध किया है कि कहीं शेयर बाजारों को प्रभावित करके करोड़ों रुपये कमाने के लिए एग्जिट पोल में हेराफेरी तो नहीं की गई?

Saket Gokhale asks for investigation: टीएमसी सांसद ने साकेत गोखले ने SEBI को चिट्ठी लिखकर यह जांच करने का अनुरोध किया है कि कहीं शेयर बाजारों को प्रभावित करके करोड़ों रुपये कमाने के लिए एग्जिट पोल में हेराफेरी तो नहीं की गई?

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FE Hindi Desk
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Will Sebi investigate charges : सेबी से यह जांच करने की मांग की गई है कि कहीं शेयर बाजार को प्रभावित करने के लिए एग्जिट पोल में जानबूझकर हेराफेरी तो नहीं की गई. (File Photo: Reuters)

Will Sebi investigate stock market manipulation charges : क्या लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल में जानबूझकर हेराफेरी की गई, ताकि शेयर बाजार को प्रभावित करके करोड़ों रुपये कमाए जा सकें? यह गंभीर सवाल देश के एक सांसद ने सेबी को चिट्ठी लिखकर उठाया है. विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने मार्केट रेगुलेटर को बाकायदा चिट्ठी लिखकर इस मामले की जांच करने का अनुरोध किया है. गोखले ने सेबी के नाम अपने पत्र में इस बात की जांच करने की मांग भी की है कि कहीं बीजेपी और एग्जिट पोल कराने वाली एजेंसियों ने चुनावी अनुमान के आंकड़ों के जरिए स्टॉक मार्केट को मैनिपुलेट करके करोड़ों रुपये का मुनाफा तो नहीं कमाया? 1 जून को अंतिम दौर का मतदान होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल (Exit Poll 2024) के बाद सोमवार 3 जून को बाजार में जबरदस्त तेजी आई थी, जबकि रुझानों और 4 जून को आए आधिकारिक परिणामों में भारी अंतर के कारण मंगलवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई थी, जिसके चलते निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए थे. गोखले ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए सेबी से पूरे मामले की बारीकी से जांच करने की मांग की है. 


सेबी के नाम चिट्ठी में क्या है

साकेत गोखले ने सेबी को लिखे अपने पत्र में कहा है, "एग्जिट पोल के नतीजों के बाद बाजार में तेजी आने के बाद निवेशकों ने 03.06.2024 को भारी मुनाफा कमाया. हालांकि, 04.06.2024 को निवेशकों को 31 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. निवेशकों की सुरक्षा के हित में यह निर्धारित करना महत्वपूर्ण है कि क्या इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में हेराफेरी की गई थी या जानबूझकर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के पक्ष में पक्षपात किया गया था, जिसके कारण 3 जून को बाजार में अभूतपूर्व तेजी आई." उन्होंने कहा कि जानबूझकर पक्षपातपूर्ण एग्जिट पोल का मतलब स्पष्ट रूप से यह होगा कि 3 जून को शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर हेरफेर किया गया था और यह भी जांच के लायक है कि किन संस्थाओं या निवेशकों ने एग्जिट पोल के आधार पर 3 जून को भारी लाभ कमाया और क्या उनका भाजपा या एक्सिस माई इंडिया से कोई संबंध है?”

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एग्जिट पोल में हेराफेरी की गई : गोखले 

गोखले ने सेबी के नाम अपनी चिट्ठी को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा है, "शेयर बाजार में तेजी लाने के लिए एग्जिट पोल में स्पष्ट रूप से हेराफेरी की गई थी. बाजार में गिरावट के बाद निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए. यह पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए कि क्या एक्सिस माईइंडिया जैसे पोलस्टर्स ने जानबूझकर भाजपा के लिए एग्जिट पोल में हेराफेरी की है. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि एक्सिस माईइंडिया के क्लाइंट में बीजेपी भी शामिल रही है." 

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शेयर बेचकर, शॉर्ट सेलिंग करके किसने कमाया मुनाफा : गोखले

सांसद का कहना है कि सोमवार को बाजार में आई तेजी और मंगलवार की गिरावट अस्वाभाविक थी. सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को लिखे अपने पत्र में उन्होंने नियामक से यह भी जांच करने को कहा है कि क्या ऐसी कोई संस्थाएं हैं जिन्होंने 3 जून को बिक्री के जरिए मुनाफा कमाया और 4 जून को शॉर्ट सेलिंग करके और भी अधिक मुनाफा कमाया? गोखले के मुताबिक सेबी को इस बात की जांच भी करनी चाहिए कि ऐसा करने वाले किसी संस्थान या व्यक्ति का बीजेपी या एक्सिस माईइंडिया जैसे पोलस्टर्स के साथ सीधा या अप्रत्यक्ष संबंध तो नहीं है. इस बीच, मंगलवार को आई भारी गिरावट के बाद से बाजार में फिलहाल रिकवरी का मूड बना हुआ है. बाजार के जानकारों का कहना है कि चुनावों से पहले बाजारों में उत्साह और तेजी का चरम पर होना आम बात है. लेकिन साकेत गोखले के आरोप और आशंकाएं सही हैं या गलत यह तो सेबी की जांच के बाद ही पता चलेगा.

Stock Market Sebi Exit Poll 2024