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इस साल 5 मई को आयोजित NEET UG 2024 परीक्षा के नतीजे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इसी मंगलवार को जारी किए थे.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस साल 5 मई को देशभर में आयोजित NEET UG 2024 परीक्षा के नतीजे मंगलवार को जारी किए. उसके बाद से ही विवाद जारी है. इस बार नीट यूजी परीक्षा में 23 उम्मीदवारों ने 720 में से 720 स्कोर किए लेकिन फिजिक्स के एक सवाल के गलत जवाब पर मिले ग्रेस मार्क से इसमें 44 और उम्मीदवारों के नाम जुड़ गए. दरअसल इन 44 उम्मीदवारों के भी स्कोर 720 हो गए. जिससे नीट यूजी 2024 में कुल मिलाकर टॉपर्स की संख्या बढ़कर 67 हो गई. आखिर 720 में 720 स्कोर करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 67 तक कैसे पहुंची और ये टॉपर्स माने जाएंगे या नहीं इस पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर सफाई में क्या कहा गया है आइए इसके बारे में जानते हैं.
बता दें कि 2019 के बाद से NEET UG परीक्षा में किसी भी साल में 3 से अधिक टॉपर नहीं रहे हैं. 2019 और 2020 में एक-एक टॉपर रहे. 2021 में तीन, 2022 में एक और पिछले साल 2023 में दो टॉपर थे. NEET UG एग्जाम देश भर के मेडिकल कालेजों में संचालित एमबीबीएस कोर्स में दाखिले के लिए सिंगल एंट्रेंस टेस्ट है. फिजिक्स के एक प्रश्न का गलत जवाब पर उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क मिले.नीट यूजी परीक्षा में 720 स्कोर करने वाले 67 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 11 उम्मीदवार राजस्थान से हैं, उसके बाद तमिलनाडु से 8, महाराष्ट्र से 7 व आंध्र प्रदेश और बिहार से 4-4 उम्मीदवार हैं.
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कैसे बढ़ गए 44 और नीट टॉपर्स
नीट परीक्षा में 720 स्कोर करने वाले 44 उम्मीदवारों के बढ़ने के पीछे खास वजह सामने आई. बताया जा रहा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जारी की गई प्रोविजनल आंसर-की में फिजिक्स के एक सवाल के जवाब पर उम्मीदवार ने आपत्ति जताई थी. उम्मीदवारों ने एनसीईआरटी की पुरानी 12वीं क्लास के साइंस टेक्स्टबुक का रिफरेंस देकर फिजिक्स के सवाल का जवाब गलत होने का दावा किया. जिसके बाद एनटीए ने उसके ऑप्शन को सही माना है. ऐसे में जहां पर पहले 720 नंबर पर करीब 23 कैंडिडेट थे, इसके बाद 44 कैंडिडेट्स के भी नंबर बढ़ गए. जिसके चलते ये भी 720 स्कोर करने वाले उम्मीदवारों की कतार में शांमिल हो गए.
इस साल नीट यूजी परीक्षा के पेपर में दिए फिजिक्स सेक्शन में एट्म पर आधारित सवाल पूछा गया. सवाल में दो स्टेमेंट्स दिए गए थे. पहला स्टेटमेंट Atoms are electrically neutral as they contain equal numbers of positive and negative charges और दूसरा स्टेटमेंट Atoms of each element are stable and emit their characteristic spectrum. रहा और उम्मीदवारों को दिए गए 4 विकल्प में से सबसे उचित ऑन्सर को चुनने के लिए कहा गया.
विकल्प 1: पहला स्टेटमेंट सही है लेकिन दूसरा गलत है.
विकल्प 2 : पहला स्टेटमेंट गलत है लेकिन दूसरा सही है.
विकल्प 3 : दोनों स्टेटमेंट सही है.
विकल्प 4 : दोनों स्टेटमेंट गलत है.
सही जवाब विकल्प 1 है क्योंकि पहला कथन सही है और दूसरा नहीं है. दरअसल रेडियोएक्टिव एलिमेंट के एटम स्टेबल नहीं होते हैं.
पिछले 29 मई को एनटीए ने प्रॉविजनल ऑन्सर की जारी की थी. जिसमें पहले विकल्प को सही बताया गया. हालांकि, 10,000 से अधिक उम्मीदवारों ने प्रॉविजनल ऑन्सर-की को इस आधार पर चुनौती दी कि एनसीईआरटी क्लास 12 साइंस टेक्स्टबुक के पुराने एडिशन में इनएक्युरेटली कहा गया है कि हर एक एलिमेंट के एटम स्थिर हैं. एनसीईआरटी केमिस्ट्री टैक्स्टबुक के नए एडिशन के आधार पर ज्यादातर के सही जवाब ये है कि एलिमेंट्स के एट्म स्थिर हैं.
एनटीए के एक अधिकारी ने कहा कि हम सभी उम्मीदवारों को नीट परीक्षा की तैयारी के लिए सिर्फ एनसीईआरटी टेक्स्टबुक पढ़ने की सलाह देते हैं, ऐसे में उन सभी उम्मीदवारों को श्रेय देने का फैसला किया है जिन्होंने उत्तर के रूप में तीसरे विकल्प (बहुविकल्पीय प्रश्न) को चिह्नित किया है. तीसरे विकल्प में कहा गया है कि कथन 1 और 2 दोनों सही हैं. इस फैसले से 44 उम्मीदवारों के स्कोर 715 से बढ़कर 720 हो गए, जिससे वे इस वर्ष NEET-UG टॉपर्स की अभूतपूर्व संख्या में शामिल हो गए.
आखिल एटीए ने गलत जवाब के लिए ग्रेस मार्क देने का फैसला क्यों किया? ये पूछे जाने पर एक अन्य अधिकारी ने कहा कि भारत में सदियों से यह होता रहा है कि घर का बड़ा अपनी पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद अपनी किताबें छोटे भाई-बहनों को देते देते हैं और इसमें कोई बुराई नहीं है; हम सबने ऐसा कर चुके है. एनटीए छात्रों को विशेष रूप से नई किताबें खरीदने के लिए भी नहीं कह सकता क्योंकि यह हर किसी के लिए संभव नहीं हो सकता है. इसलिए, हम एक बैठक करेंगे और ऐसी स्थिति के लिए उचित प्रोटोकॉल स्थापित करेंगे.
एनटीए ने एनसीईआरटी को कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक के पुराने और नए वर्जन के बीच खामियों के बारे में नहीं बताया है. एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम फ्यूचर रिफरेंस के लिए एनसीईआरटी को नोटिफाई करेंगे, लेकिन इस साल की नीट यूजी परीक्षा के लिए एनसीईआरटी द्वारा कुछ नहीं किया जा सकता है. हालांकि एनटीए के अधिकारी ने यह भी कहा कि 67 उम्मीदवारों को पहली रैंक दी गई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी 67 को एम्स में प्रवेश मिलेगा. हमारी टाई-ब्रेकर नीति (tie-breaker policy) है. NEET AIR 1 हासिल करने वाले हर एक उम्मीदवार को हमारी टाई-ब्रेकर नीति के अनुसार गणना की गई मेरिट लिस्ट में उनकी वास्तविक स्थिति (actual position) दिखाई देगी. हर एक उम्मीदवार के स्कोर कार्ड में इस डिटेल का उल्लेख होता है.
क्या इस साल NEET UG टॉपर्स की रिकॉर्ड संख्या के पीछे यही एकमात्र कारण था? इस सवाल के जवाब में अधिकारी ने स्पष्ट किया कि हालांकि इसने एक प्रमुख भूमिका निभाई, तथ्य यह है कि इस साल पेपर तुलनात्मक रूप से आसान था और संख्या में भारी वृद्धि हुई थी. भारी संख्या हुआ रजिस्ट्रेशन भी एक अहम कारक थी. इस साल, NEET UG परीक्षा के लिए रिकॉर्ड 23.81 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया, जो कि पिछले साल के 20.87 लाख पंजीकरण से अधिक है. एनटीए द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, कुल 9.96 लाख लड़के और 13.32 लाख लड़कियां और 17 ट्रांसजेंडर उम्मीदवार परीक्षा के लिए उपस्थित हुए.