/financial-express-hindi/media/media_files/RxAQSMtO8vI18aMM2imo.jpg)
NEET UG 2024 retest result declared: नीट टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने इस साल 23 जून को आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यूजी यानी नीट यूजी (NEET UG 2024) री-टेस्ट के नतीजे जारी किए. नीट यूजी रीटेस्ट रिजल्ट के साथ एनटीए ने रिवाइज्ड रैंक लिस्ट जारी की. नीट यूजी की परीक्षा में शामिल करीब 23.33 लाख उम्मीदवारों के नए सिरे से स्कोरकार्ड जारी किए गए हैं. एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट neet.ntaonline.in से उम्मीदवार अपना नया स्कोरकार्ड चेक कर सकते हैं.
एनटीए ने इस साल 5 मई को आयोजित नीट यूजी परीक्षा में 6 केंद्रों पर देरी से परीक्षा शुरू होने के कारण समय के नुकसान की भरपाई के लिए 1,563 परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. भारी विवाद में घिरने के बाद टेस्टिंग एजेंसी ने ग्रेस मार्क्स रद्द कर इन उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जिसके अब नतीजे जारी किए गए.
यहां से चेक करें अपना नया स्कोर कार्ड
सबसे पहले एनटीए-नीट यूजी की आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET/ पर जाएं.
अब स्क्रीन पर नजर आ रहे क्लिक हियर फॉर रिवाइज्ड स्कोर कार्ड (Click Here for Revised Score Card) एक्विव लिंक पर क्लिक करें. नया स्कोरकार्ड चेक करने के लिए आप चाहें तो इस पोर्टल neet.ntaonline.in की मदद ले सकते हैं.
अगले चरण में उम्मीदवार को अपना एप्लिकेशन नंबर, जन्मतिथि, इमेल आईडी या आवेदन के समय भरे गए मोबाइल नंबर या अल्टरेट नंबर भरना होगा. कैप्चा कोड भरकर सबमिट बटन पर क्लिक करें
ऐसा करते ही स्क्रीन पर आपका नया स्कोरकार्ड दिखाई देगा.
अब आप एनटीए नीट यूजी स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. भविष्य में जरूरत पड़ने पर उपलब्ध करा सकें उसके लिए नए स्कोरकार्ड का प्रिंट निकलवा सकते हैं.
सभी उम्मीदवारों के रैंक पर पड़ेगा असर
नीट यूजी 2024 परीक्षा इस साल 5 मई को आयोजित की गई और नतीजे 4 जून को जारी किए गए. नतीजे आने से पहले एनटीए ने नीट यूजी परीक्षा के लिए प्रॉविजन ऑन्सर की जारी की. फिजिक्स के एक सवाल के जवाब को इस परीक्षा में शामिल 1500 से अधिक उम्मीदवारों ने चुनौती दी. एनटीए ने गलत जवाब के बदले उम्मीदवारों को 5 अंक दिए. पहली बार ऐसा हुआ की इस परीक्षा में 67 उम्मीदवारों ने 720 में से 720 अंक पाए. कुछ बच्चों को 719 और 718 अंक मिला. भारी विवाद के बाद एनटीए की ओर से बताया गया कि परीक्षा केंद्रों पर देरी से परीक्षा शुरू होने के कारण 1,500 से अधिक उम्मीदवारों का समय नुकसान हुआ.
इस नुकसान की भरपाई के लिए उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स दिए. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. देश की सबसे बड़ी अदालत ने एनटीए को ग्रेस मार्क हटाने और परीक्षा केंद्रों पर देरी से प्रभावित उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया. साथ ही जो ग्रेस मार्क हटाने के बाद बच्चों के लिए रीटेस्ट में वैकल्पिक कर दी गई. 23 जून 2024 को सात केंद्रों पर दोबारा आयोजित परीक्षा में 1,563 परीक्षार्थियों में से 48 फीसदी उम्मीदवार उपस्थित नहीं हुए थे. एनटीए के अधिकारियों ने बताया कि 1,563 परीक्षार्थियों में से 813 ने दोबारा परीक्षा दी जबकि बाकी 750 बच्चों ने ग्रेस मार्क छोड़ने का विकल्प चुना. अब सवाल ये है कि क्या ग्रेस हटने और री-टेस्ट रिजल्ट का असर सभी बच्चों के रैंक पर पड़ेगा. ऐसी स्थिति में उम्मीद जताई जा रही है कि ग्रेस मार्क हटाए जाने के बाद और अब रीटेस्ट के नतीजे जारी किए जाने का बाद 23.33 लाख उम्मीदवारों के रैंक पर असर पड़ सकता है. सलाह है कि जो भी उम्मीदवार इस बार नीट परीक्षा में शामिल हुए वे अपने नतीजे फिर एक बार चेक कर लें.
रीटेस्ट में बैठे 813, टॉपर्स की संख्या घटकर हुई 61
चंडीगढ़ केंद्र में सिर्फ दो उम्मीदवारों को परीक्षा देनी थी वहां एक भी परीक्षार्थी उपस्थित नहीं हुआ. जांच के घेरे में आये हरियाणा के झज्जर जिले के केंद्र पर 58 फीसदी उपस्थिति रही, जहां 494 परीक्षार्थियों में से 287 ने दोबारा परीक्षा दी. आरोप लगे थे कि ग्रेस मार्क की वजह से हरियाणा के एक ही केंद्र से 6 परीक्षार्थियों के साथ 61 अन्य उम्मीदवारों को पूरे 720 अंक मिले.
सुप्रीम कोर्ट ने ग्रेस मार्क को रद्द करने का आदेश दिया और दोबारा परीक्षा का विकल्प दिया. एनटीए के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि कम से कम 52 फीसदी - 1,563 उम्मीदवारों में से 813 - दोबारा परीक्षा में शामिल हुए. चंडीगढ़ में कोई भी अभ्यर्थी उपस्थित नहीं हुआ, जबकि छत्तीसगढ़ से उपस्थित होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 291, गुजरात से एक, हरियाणा से 287 और मेघालय से 234 थी.
एनटीए की ओर से 5 मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर नीट-यूजी का आयोजन किया गया था, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. लगभग 24 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. पहले इसका परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जल्दी पूरा हो जाने के कारण परिणाम 4 जून को घोषित कर दिए गए. यह परीक्षा देने वाले 67 छात्रों ने 720 अंक हासिल किए जो एनटीए के इतिहास में अभूतपूर्व है. इनमें हरियाणा के एक केंद्र के 6 छात्र भी शामिल थे, जिससे अनियमितताओं का संदेह पैदा हो गया है.
देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की जाती है. प्रश्नपत्र लीक सहित अनियमितताओं के आरोपों के कारण विरोध प्रदर्शन हुए और अदालत में याचिकाएं दायर की गईं और विभिन्न वर्गों ने संपूर्ण रूप से पुन: परीक्षा की मांग की. हालांकि, केंद्र ने कहा कि अनियमितताओं की घटनाएं ‘‘स्थानीय स्तर’’ पर हुई थीं और वह उन लाखों उम्मीदवारों के करियर को खतरे में नहीं डाल सकता, जिन्होंने उचित तरीके से परीक्षा पास की है.