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Study Abroad Tips: एजुकेशन मिनिस्ट्री के वेबसाइट से पता चलता है कि अकेले 2022 में, 770,000 भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ाई करने के लिए गए. इस मामले में भारत चीन को भी पछाड़ दिया है.
Study Abroad Tips: भारत में विदेशों में शिक्षा पाने वाले छात्रों की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो रही है. साल 2022 में जितने लोग बाहर पढ़ने के लिए गए वो पिछले 6 साल का हाई है. एजुकेशन मिनिस्ट्री के वेबसाइट से पता चलता है कि अकेले 2022 में 770,000 भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ाई करने के लिए गए. इस मामले में भारत चीन को भी पछाड़ दिया है. बाहर पढ़ने के लिए अच्छी-खासी रकम की आवश्यकता होती है लेकिन इसके बावजूद इसका आकर्षण हर साल बढ़ता ही जा रहा है.
बढ़ते मांग से एजुकेशन एडवाइजर्स उत्साहित
एजुकेशन एडवाइजर्स आने वाले सालों में विदेशों में छात्रों के पढ़ाई में शामिल वित्तीय पेचीदगियों और दुनिया के कई हिस्सों में आर्थिक मंदी के बावजूद विदेशों में हायर एजुकेशन की मांग में वृद्धि को देखकर उत्साहित हैं. विदेशी शिक्षा पहले से ही महंगा है लेकिन यह और अधिक जटिल हो सकता है अगर किसी छात्र के रोजगार और निवास पाने की संभावनाओं में कमी आती है. फिलहाल दुनिया आर्थिक मंदी, वीजा प्राप्त करने की चुनौतियां, छंटनी आदि से जूझ रही है. इसलिए माता-पाता को सभी तरह की जोखिमों और अवसरों के बारे में पता होना चाहिए. विदेशों में पढ़ाई करने जाने वाले छात्रों के लिए जरूरी है कि अब ऐसे कोर्स को सेलेक्ट करें जिसमें अवसर सबसे ज्यादा हों. वेस्टर्न यूनियन के एक अध्ययन से पता चलता है कि 50 फीसदी से अधिक भारतीय छात्र विश्वविद्यालयों की प्रतिष्ठा से अधिक स्पेशलाइज्ड कोर्स को चुनते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें अवसर और कमाई ज्यादा है.
जिस कोर्स में ज्यादा अवसर उसे चुनें
विज्ञान और तकनीक और व्यापार की दुनिया में बदलते आयाम ने AI और मशीन लर्निंग की मांग को बढ़ा दिए हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमएस (MS) की पढ़ाई करने की फीस करीब 22 लाख है. जबकि यूएस में एक AI इंजीनियर का सालाना सैलरी करीब 8-9 लाख रुपये हैं. MBA और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं. कनाडा में MBA करने की औसत फीस औसत 25-30 लाख रुपये है. जबकि औसत कमाई 7-8 लाख रुपये है. इसके अलावा बदलते वैश्विक परिस्थितियों के कारण ऊर्जा प्रबंधन, डेटा और बिजनेस एनालिटिक्स, साइबर सुरक्षा और डिजिटल मार्केटिंग का भी जबरदस्त क्रेज है.
इन बातों का जरूर रखें ध्यान
कोर्सेस की पसंद के अलावा, आप कितना पैसे लगा रहे हैं और इसका रिटर्न कितना होगा इसकी जानकारी रखना जरूरी है. इसके अलावा करियर की संभावनाएं और शैक्षिक गुणवत्ता का अनुमान भी छात्रों को रखना चाहिए. सभी चीजों को चेक कर ही छात्र निर्णय लें कि उन्हें विदेशों में एडमिशन लेना चाहिए या नहीं. ट्यूशन, रहने का खर्च और डिग्री की पूरी लागत के बारे में जानकारी पहले से होनी चाहिए. आपके यहां स्कॉलरशिप की व्यवस्था है या नहीं इसकी जानकारी भी मस्ट है. अगर कोई छात्र बैंकों से उधार लेने का इरादा रखता है तो ऊसर कर्ज के शर्तों को ठीक से जानना बहुत जरूरी है.
(Author is Co-Founder, and CEO of Halp. co)