/financial-express-hindi/media/media_files/6ujH7nF47tWaoppcwwqj.jpg)
विदेशी बाजारों की बात करें, तो कॉमेक्स में एक औंस स्पॉट गोल्ड का भाव नरमी के साथ 2,320 यूएस डॉलर पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव की तुलना में 6 डॉलर कम है.
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से एक दिन पहले भारतीय सर्राफा बाजार में सोमवार का दिन नरमी के नाम रहा. सोने और चांदी की कीमतों में फिसलन देखने को मिली. दिल्ली में सोने का भाव प्रति दस 200 रुपये लुढ़क गया और चांदी की कीमत भी 800 रुपये प्रति किलो घट गई. कीमती धातुओं की कीमतों में नरमी के लिए अंतरराष्ट्रीय कारक जिम्मेदार माने जा रहे हैं. जानकारों का मानना है कि हाल में जारी यूएस पर्सनल कंजप्शन एक्सपेंडिचर (PCE) इनफ्लेशन डेटा अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर फैसलों को लेकर कोई स्पष्ट दिशा देने में असफल रहा. जिसके चलते सोने के भाव पर असर देखने को मिला.
दिल्ली में सोने-चांदी के भाव में आई नरमी
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर कमोडिटी एनालिस्ट सौमिल गांधी ने कहा कि दिल्ली के सर्राफा बाजार में दस ग्राम स्पॉट गोल्ड (24 कैरेट) का भाव 72,450 रुपये पर आ गया, जो पिछले बंद भाव की तुलना में 200 रुपये कम है. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 72,650 रुपये पर बंद हुआ था. वहीं चांदी की कीमत भी 800 रुपये लुढ़ककर 92,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गईं. जबकि पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 93,700 रुपये पर बंद हुई थी.
Also read : Gautam Adani: रोज 1463 करोड़ बढ़ी अडानी की दौलत, 9.21 लाख करोड़ के साथ एशिया में नंबर 1
अतंरराष्ट्रीय बाजार में कीमती धातुओं का कैसा रहा रूख
विदेशी बाजारों की बात करें, तो कॉमेक्स में एक औंस स्पॉट गोल्ड का भाव नरमी के साथ 2,320 यूएस डॉलर पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव की तुलना में 6 डॉलर कम है. वहीं चांदी का भाव भी घटकर 30.19 डॉलर प्रति औंस पर चल रहा था जबकि पिछले कारोबारी सत्र के दौरान यह 30.37 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर था.
Also read : Monsoon: आपके शहर में कब शुरू होगी झमाझम बारिश, केरल से कश्मीर तक मानसून का फुल शेड्यूल
सौमिल गांधी ने कहा कि गाजा में युद्धविराम की संभावना के बाद सुरक्षित निवेश विकल्प की मांग में कमी के कारण बाजार में रूख में बदलाव देखने को मिला. जिसके चलते सोना के भाव में फिर से नरमी की शुरूआत देखने को मिली. पिछले हफ्ते जारी यूएस पर्सनल कंजप्शन एक्सपेंडिचर (PCE) इनफ्लेशन डेटा अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर फैसलों को लेकर कोई स्पष्ट दिशा देने में असफल रहा. जिसके चलते सोने के भाव में ज्यादा बदलाव देखने को नही मिला और ये एक निश्चित दायरे में ही बना रहा. शुक्रवार को कई देशो के मैन्युफैक्चरिंग सर्विस से जुड़े पीएमआई डेटा से लेकर अमेरिकी नॉनफार्म पेरोल यानी एप्लायमेंट जैसे तमाम आर्थिक आंकड़े आने हैं, उम्मीद है कि ये महत्वपूर्ण आंकड़ें ग्लोबल इकोनॉमी की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे.