scorecardresearch

महंगाई से आम आदमी को अभी राहत नहीं, मानसून में लगातार बढ़ रही सब्जियों की कीमत, चेक करें रेट

आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से सप्लाई में सुधार होने पर एक से दो हफ्ते में टमाटर की कीमतें सामान्य होने की उम्मीद हैं. शनिवार 13 जुलाई को देश भर में टमाटर की औसतन कीमत 69.31 रुपये प्रति किलो रही.

आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से सप्लाई में सुधार होने पर एक से दो हफ्ते में टमाटर की कीमतें सामान्य होने की उम्मीद हैं. शनिवार 13 जुलाई को देश भर में टमाटर की औसतन कीमत 69.31 रुपये प्रति किलो रही.

author-image
Mithilesh Kumar
एडिट
New Update
tomato price

अधिकारी ने भरोसा जताया कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से सप्लाई में सुधार होने पर एक से दो सप्ताह के भीतर कीमतें सामान्य हो जाएंगी.

महंगाई से अभी भी आम आदमी को कोई राहत मिलने की आशंका नहीं है. मानसून में सब्जियों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. भीषण गर्मी के बाद अब भारी बारिश के चलते सप्लाई चेन प्रभावित होने से सब्जियां महंगी हैं.

शनिवार को दिल्ली सहित एनसीआर के इलाकों में टमाटर की कीमतें 77 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गईं, जो एक साल पहले 168 रुपये प्रति किलोग्राम थी. उपभोक्ता मामले मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में टमाटर की कीमतें 72.47 रुपये प्रति किलो रही, जबकि रिटेल प्राइस 71.35 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई.

Advertisment

Also read : INDIA ब्लॉक ने जीती 10 सीटें, NDA का सिर्फ 2 पर कब्जा, बिहार उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी की जीत

आज यानी शनिवार 13 जुलाई को देश भर में टमाटर की औसतन कीमत 69.31 रुपये प्रति किलो रही, जो पिछले साल 114.72 रुपये प्रति किलो की तुलना में काफी कम है. मॉडल टमाटर का दाम 80 रुपये प्रति किलो रहा, जो 24 रुपये प्रति किलो से लेकर 130 रुपये प्रति किलोग्राम तक था.

महंगे टमाटर से एक-दो हफ्ते में राहत मिलने की उम्मीद

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से बात करते हुए भरोसा जताया कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से सप्लाई में सुधार होने पर एक-दो हफ्ते में टमाटर की कीमतें सामान्य हो जाएंगी. सप्लाई चेन प्रभावित होने के कारण महंगी सब्जियों जैसे आलू और प्याज की कीमतों में भी उन्होंने स्थिरता की उम्मीद जताई है. फिलहाल दिल्ली को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से टमाटर की सप्लाई हो रही है. अधिकारी को भरोसा है कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हाइब्रिड टमाटर के दिल्ली में पहुंचने के साथ ही कीमतों में नरमी आने लगेगी.

पिछले साल टमाटर की कीमत 110 रुपये प्रति किलो से अधिक हो गई थी जिससे लोगों को राहत दिलाने के लिए सब्सिडी वाले टमाटर की बिक्री शुरू की थी. इस बार सरकारी ऐसे उपाय करने की योजना नहीं बना रही है. अधिकारियों को भरोसा है कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आपूर्ति में सुधार के साथ कीमतें 1-2 सप्ताह के भीतर सामान्य हो जाएंगी.

इस वजह से महंगी हुई सब्जियां

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमतें बहुत ज़्यादा हैं. भीषण गर्मी और उसके बाद भारी बारिश के कारण सप्लाई बाधित हुई, जिससे खुदरा कीमतों में उछाल आया. दिल्ली में, आलू की खुदरा कीमतें 13 जुलाई को 40 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, जो पिछले साल 26 रुपये प्रति किलोग्राम थी. वहीं प्याज की कीमतें 33 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 55 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं. देशभर में आलू की औसतन कीमत फिलहाल 36.25 रुपये प्रति किलोग्राम है और प्याज की कीमत 44.43 रुपये प्रति किलोग्राम है.

जून में महंगाई दर 4 महीने के उच्चतम स्तर पर

शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक खाने-पीने की चीजें खासकर सब्जियों और अन्य खाद्य उत्पादों की कीमतें बढ़ने से जून में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4 महीने के उच्चतम स्तर 5.08 फीसदी पर पहुंच गई. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर जनवरी से ही घट रही थी लेकिन जून महीने में फिर एक बार इसमें तेजी देखने को मिली.

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य समूह में शामिल उत्पादों की महंगाई दर जून में बढ़कर 9.36 फीसदी पर पहुंच गई. मई में खाद्य महंगाई दर 8.69 फीसदी थी. भीषण गर्मी से प्रभावित रहे जून के महीने में सब्जियों की कीमतें सालाना आधार पर सबसे अधिक 29.32 फीसदी बढ़ गईं. उसके बाद 'दालें और उत्पाद' में महंगाई दर 16.07 फीसदी रही. एनएसओ के मुताबिक, जून में सबसे अधिक महंगाई दर ओडिशा (7.22 फीसदी) और सबसे कम दिल्ली (2.18 फीसदी) में रही. एनएसओ साप्ताहिक आधार पर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 1,114 शहरी बाजारों और 1,181 गांवों से आंकड़े जुटाता है.

Price