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केंद्रीय वित्र मंत्री निर्मला सीतारमण. (FE)
वित्र मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) आज यानी गुरूवार 1 फरवरी, 2023 को अंतरिम बजट की घोषणा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. केंद्रीय बजट 2023-24 में मंत्रालय ने भारतीय रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए का पूंजीगत परिव्यय आवंटित किया था. यह अब तक का सबसे अधिक परिव्यय था और वित्तीय वर्ष 2013-14 में किए गए परिव्यय का लगभग नौ गुना था. बता दें कि 2014 तक रेलवे का पूंजीगत व्यय सालाना 45,980 करोड़ रुपये रहा.
इस समय रेलवे देश भर में कई परियोजनाएं चला रही हैं. उम्मीद है कि आने वाले सालों में पूंजीगत व्यय में और वृद्धि होगी क्योंकि सरकार इनफ्रास्ट्रक्चर को अपने प्रमुख एजेंडे के रूप में रखती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने 2016 में एक अलग रेल बजट पेश नहीं करने का फैसला किया था. सुरेश प्रभु अलग रेल बजट पेश करने वाले अंतिम रेल मंत्री थे.
रेलवे के लिए पिछले बजट में क्या हुआ था एलान
पिछले साल वित्त मंत्री ने फुल बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये आवंटित किया था जो 2014 के मुकाबले 9 गुना रेलवे बजट बढ़ाया गया था. उससे पहले वित्त वर्ष 2022-2023 में रेलवे के लिए 1.4 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था, जिनमें से 1.37 लाख करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capital Expenditure) के लिए और 3,267 लाख करोड़ रुपये रेवेन्यू एक्सपेंडिचर (Revenue Expenditure) के लिए निर्धारित किया गया था.
इस समय देश भर में कई महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं और आने वाले समय में रेलवे का कैपेक्स और बढ़ने की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है तो रेलवे वास्तव में राष्ट्रीय विकास के इंजन के रूप में उभरेगा. यही नहीं रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में और अधिक निजी निवेश भी देखने को मिल सकता है, जिससे रेलवे के ओवरआल डेवलपमेंट को और बढ़ावा मिलेगा.
पिछले साल बजट के दौरान वित्त मंत्री ने कहा था कि देश में रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों की उम्मीदें लगातार बढ़ रही हैं. इसी के मद्देनजर रेलवे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, हमसफर और तेजस जैसी प्रमुख ट्रेनों के 1,000 से अधिक डिब्बों का नवीनीकरण करेगा. उन्होंने कहा था कि कोच के कई हिस्सों को मॉडर्न बनाया जायेगा और यात्रियों के आराम के हिसाब से इसमें सुधार किया जायेगा. यही नहीं अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेन पटरी पर दौड़ती हुई नजर आएंगी.
2023 बजट में सरकार ने हाइड्रोजन फ्यूल आधारित 35 ट्रेन, साइड एंट्री के साथ 4,500 नए डिजाइन वाले ऑटोमोबाइल व्हीकल कोच, पांच हजार एलएचबी कोच और 58,000 वैगन के निर्माण का का प्रस्ताव दिया है. टूरिस्ट को लुभाने के लिए रेलवे 100 और विस्टाडम कोच बनाने का प्रस्ताव कर रहा है. रेलवे के पुराने पटरियों को बदलने के लिए महत्वपूर्ण आवंटन किया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे ट्रेनों को गति देने और कई जगहों पर 75 नए वंदें भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना बना रही है.
2019-20 के अंतरिम बजट में सरकार ने किया था एलान
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अंतरिम बजट कार्यवाहक रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने पेश किया था. सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट में रेलवे को 64,587 करोड़ रुपये का आवंटन किया था. संसद में अंतरिम बजट प्रस्तुत करते हुए गोयल ने कहा था कि रेलवे के इतिहास में अब का सबसे सुरक्षित साल रहा और हमने उत्तर पूर्व में माल ढुलाई सेवा शुरू की.
पीयूष गोयल ने कहा था कि भारतीय रेल लिए सबसे सुरक्षित साल रहा. देश में सभी ब्रॉडगेज लाइन से मानवरहित क्रॉसिंग खत्म की गई.' देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन के बारे में उन्होंने कहा था कि पहली बार वंदे भारत सेमी हाई स्पीड ट्रेन भारत में बनी. वंदे भारत एक्सप्रेस में आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं. उस दौरान पूर्वोत्तर राज्यों में रेलवे का विस्तार और पूर्वोत्तर के लिए कंटेनर कार्गो का विस्तार करने की बात कही थी.