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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विधायकों की संपत्ति का खुलासा हुआ। (बाईं ओर: नीलम देवी, दाईं ओर: रामवृक्ष सदा)
बिहार चुनाव 2025: बिहार की राजनीति जितनी विविध है, उतनी ही राज्य की आमदनी और संपत्ति की स्थिति भी। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Elections) से पहले, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और बिहार इलेक्शन वॉच द्वारा राज्य के 243 में से 241 मौजूदा विधायकों की वित्तीय पृष्ठभूमि का विश्लेषण किया गया। यह अध्ययन उन हलफनामों पर आधारित है जो उन्होंने 2020 विधानसभा चुनावों और उसके बाद हुए उपचुनावों से पहले जमा किए थे। वित्तीय संपत्ति पर केंद्रित इस अध्ययन से विधायकों के बीच सबसे अमीर और सबसे गरीब के बीच मौजूद भारी अंतर सामने आया है।
जेडीयू (JDU) की नीलम देवी बिहार की सबसे अमीर मौजूदा विधायक
बिहार के सबसे अमीर विधायकों की सूची में शीर्ष पर हैं जेडीयू की विधायक नीलम देवी, जो 2022 के उपचुनाव में मोकामा से चुनी गई थीं। उन्होंने कुल 80 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा किया है, जिसमें 29.8 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 50.6 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। उनकी संपत्ति उन्हें राज्य विधानसभा के अन्य विधायकों से काफी आगे रखती है।
उनके बाद बिहार के बेलगंज, गया से जेडीयू की मनोरमा देवी का नाम आता है, जिन्होंने 72.8 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है, जिसमें बड़ी हिस्सेदारी अचल संपत्ति में शामिल है। सूची में तीसरे स्थान पर हैं कांग्रेस के भालगंज, भागलपुर से विधायक अजित शर्मा, जिनकी संपत्ति लगभग 43.2 करोड़ रुपये है।
ये आंकड़े दिखाते हैं कि बिहार की राजनीति में कुछ ही विधायकों के पास असाधारण संपत्ति है, जो अक्सर उनकी राजनीतिक ताकत और राजनीति के बाहर व्यावसायिक हितों को भी दर्शाता है।
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आरजेडी के मौजूदा विधायक रामवृक्ष सदा बिहार के सबसे गरीब विधायक
दूसरी ओर, खगड़िया जिले के अलौलि (SC) से आरजेडी (RJD) के विधायक रामवृक्ष सदा हैं, जिन्होंने कुल केवल 70,000 रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है, जिसमें 30,000 रुपये की चल संपत्ति और 40,000 रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
सूची में अगले नंबर पर हैं फुलवारी (SC) से CPI (ML)(L) के गोपाल राविदास, जिनकी संपत्ति 1.59 लाख रुपये है, इसके बाद पालीगंज से CPI (ML)(L) के संदीप सौरव हैं, जिन्होंने 3.45 लाख रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है।
सबसे अमीर और सबसे गरीब विधायक के बीच बहुत बड़ा अंतर है—कुछ के पास 80 करोड़ रुपये से ज्यादा हैं, जबकि कुछ के पास 1 लाख रुपये से भी कम। चुनावों से पहले यह बिहार की राजनीति में धन के असमान अंतर को साफ दिखाता है।
Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.
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