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Akhilesh Yadav summoned in Delhi by CBI: लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव. (PTI Photo)
Akhilesh Yadav questions timing of CBI summons: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीबीआई के समन की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर तीखा हमला किया है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव की वजह से वे और उनकी पार्टी निशाने पर हैं. अखिलेश ने कहा कि उन्हें पता है कि चुनाव करीब आ रहे हैं, इसलिए नोटिस भी आएगा. उन्होंने पूछा कि अगर बीजेपी ने अपने 10 साल के राज में बहुत काम किया है, तो फिर वो घबराए हुए क्यों हैं? सीबीआई ने सपा प्रमुख को बरसों पुराने अवैध खनन से जुड़े एक केस में समन भेजा है और 29 फरवरी को दिल्ली में गवाह के तौर पर पेश होने को कहा है.
2019 में भी लोकसभा चुनाव से पहले मिला था नोटिस : अखिलेश
अखिलेश यादव ने एक प्राइवेट न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान सीबीआई समन की चर्चा किए जाने पर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''सपा सबसे ज्यादा निशाने पर है. साल 2019 में भी मुझे किसी मामले में नोटिस मिला था, क्योंकि तब भी लोकसभा चुनाव था.'' उन्होंने कहा, "अब जब चुनाव आ रहा है तो मुझे फिर से नोटिस मिल रहा है. मैं समझता हूं कि जब चुनाव आएगा तो नोटिस भी आएगा. यह घबराहट क्यों है? “अगर पिछले 10 वर्षों में आपने (बीजेपी ने) बहुत काम किया है तो फिर आप क्यों घबराए हुए हैं?” उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में बने एक्सप्रेसवे पर विमान उतारे जाने की याद दिलाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री यहां एक्सप्रेसवे पर ‘हरक्यूलिस’ विमान से उतरे. वह समाजवादियों का काम था. आप देश में ऐसा राजमार्ग क्यों नहीं बना सकते, जहां ‘हरक्यूलिस’ विमान उतर सके?''
एजेंसियों, मुकदमों का सामना करने के लिए तैयार रहे विपक्ष : सपा
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन ने अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आने से थोड़ी देर पहले कहा था कि सीबीआई का नोटिस भेजे जाने की जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से ही मिली है. ऐसा कोई नोटिस अखिलेश यादव को नहीं मिला है. उन्होंने यह भी कहा था कि नोटिस मिलने के बाद पार्टी उस पर कानूनी राय लेने के बाद अपना पक्ष रखेगी. हसन ने भी इस मसले को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़ते हुए कहा है कि समाजवादी पार्टी बीजेपी की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए काम कर रही है और एजेंसियों या मुकदमों से डरने-झुकने वाली नहीं. सपा प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि सपा समेत तमाम विपक्षी दलों को एजेंसियों और मुकदमों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा. सीबीआई ने अखिलेश यादव को जिस मामले में गवाह के तौर पर पेश होने के लिए समन भेजा है, उसमें आरोप लगाया गया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान खनन के लिए लाइसेंस गलत ढंग से जारी और रिन्यू किए गए थे. इस मामले में सीबीआई ने जनवरी 2019 में एफआईआर दर्ज की थी.