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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अयोध्या के भव्य राम मंदिर में राल लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई.
Major talking Points from PM Narendra Modi’s Speech at Ram Mandir Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में कहा कि राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं. राम आग नहीं, राम ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं. राम सिर्फ हमारे नहीं हैं, राम तो सबके हैं. राम वर्तमान ही नहीं, राम अनंतकाल हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर का उद्घाटन केवल 'विजय' का क्षण नहीं था, बल्कि 'विनय' का भी क्षण था. पीएम ने राम जन्मभूमि आंदोलन का विरोध करने वालों को मंदिर आने और भावना का अनुभव करने का निमंत्रण दिया. प्रधानमंत्री की मौजूदगी में अयोध्या के भव्य राम मंदिर में राल लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. प्राण प्रतिष्ठा के बाद सोमवार 22 जनवरी को पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई अहम बातें कही. जिसमें से पाच अहम बातें पढ़ सकते हैं.
राम भारत का विचार है राम भारत का विधान है: पीएम
पीएम मोदी ने कहा - ये मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है, ये भारत की दृष्टि का, भारत के दर्शन का प्रतीक है. ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है. राम भारत की आस्था है, राम भारत का आधार है. राम भारत का विचार है, राम भारत का विधान है. राम भारत की चेतना है, राम भारत का चिंतन है. राम भारत की प्रतिष्ठा है, राम भारत का प्रताप है. राम प्रवाह है, राम प्रभाव है. राम नेति भी है, राम नीति भी है. राम नित्यता भी है, राम निरंतरता भी है. राम व्यापक है, विश्व है विश्वात्मा भी है. और इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है. तो उसका प्रभाव वर्षों या शताब्दियों तक नहीं होता, उसका प्रभाव हजारों वर्षों के लिए होता है. राम आग नहीं, राम ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं. राम सिर्फ हमारे नहीं हैं, राम तो सबके हैं. राम वर्तमान ही नहीं, राम अनंतकाल हैं.
मानसिकता को तोड़कर उठ खड़ा होता राष्ट्र इतिहास रचता है: पीएम
पीएम मोदी ने अयोध्या में संबोधित में कहते हुए कहा गुलामी की मानसिकता को तोड़कर उठ खड़ा होता राष्ट्र ऐसे ही नव इतिहास का सृजन करता है. आज से एक हजार साल बाद, लोग इस तारीख, इस पल के बारे में बात करेंगे. श्रीराम की कितनी बड़ी कृपा है कि हम सब इस पल को घटित होते देख रहे हैं. राम मंदिर के निर्माण के बाद से देशवासियों में नया उत्साह पैदा हो रहा था. आज हमें सदियों की धरोहर मिली है, श्रीराम का मंदिर मिला है.
कानूनी तरीके से बनाया गया मंदिर, थैंक्यू न्यायपालिका: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि लंबी प्रतीक्षा, धैर्य और सदियों के बलिदान के बाद हमारे राम आज आए हैं. मोदी ने कहा कि भगवान राम देश के संविधान की पहली प्रति में निवास करते थे. उन्होंने कहा, ‘‘संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी भगवान राम के अस्तित्व को लेकर दशकों तक कानूनी लड़ाई लड़ी गई. मैं न्यायपालिका को धन्यवाद देना चाहूंगा जिसने न्याय दिया और भगवान राम का मंदिर कानूनी तरीके से बनाया गया.’’
मंदिर का विरोध करने वालों को पीएम का संदेश
एक समय था जब कुछ लोगों ने कहा था कि अगर राम मंदिर का निर्माण होता है तो इससे अशांति फैल जाएगी. ऐसे लोग भारत की सामाजिक भावना की शुद्धता को समझने में असफल रहे. रामलला के इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज में शांति, धैर्य, सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है. हम देख रहे हैं कि यह निर्माण किसी आग को प्रज्वलित नहीं कर रहा है, बल्कि यह ऊर्जा को जन्म दे रहा है. राम मंदिर समाज के हर वर्ग को उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने की प्रेरणा लेकर आया है. आज, मैं उन लोगों का आह्वान करता हूं. इसे महसूस करें, अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करें.
राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं से पीएम की अपील
मंदिर निर्माण से आगे बढ़ते हुए, अब हम सभी नागरिक, इस क्षण से, एक सक्षम, भव्य और दिव्य भारत बनाने का संकल्प लें. राम के विचार 'मानस' के साथ-साथ जनमानस में भी होने चाहिए- यही राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक कदम है. पीएम मोदी ने कहा मैं अपने देश के युवाओं से कहता हूं. हजारों साल की परंपरा की प्रेरणा आपके सामने है. आप भारत की पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं. यानी चांद पर झंडा फहरा रहा है, जो सूर्य तक 15 लाख किमी की यात्रा करके मिशन आदित्य को सफलतापूर्वक अंजाम दे रहा है, यानी आसमान में तेजस और समुद्र में विक्रांत का झंडा लहरा रहा है. आपको अपनी विरासत पर गर्व करते हुए भारत का नया सवेरा लिखना है.