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Rahul Gandhi in Guwahati: भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बस की छत से लोगों को संबोधित करते कांग्रेस नेता राहुल गांधी. गुवाहाटी में पुलिस ने यात्रा को रोका, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड को जबरन हटा दिया. (PTI Photo)
Bharat Jodo Nyay Yatra in Assam: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को असम में कितनी अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है, यह तो सभी देख रहे हैं. फिर भी राहुल गांधी ने कह रहे हैं कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सर्मा और शायद उनके पीछे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दरअसल यात्रा की मदद कर रहे हैं! राहुल गांधी ने यह बात कब और क्यों कही, इसका जिक्र आगे करेंगे. लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि राहुल गांधी की यात्रा को आज यानी मंगलवार को असम के गुवाहाटी में बैरिकेड का सामना करना पड़ा, जिसे हटाने के चक्कर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच खींचातानी भी हो गई. इस मामले में असम के मुख्यमंत्री ने राहुल के खिलाफ भीड़ को भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश भी दे दिया है.
कांग्रेस के कार्यकर्ता कमजोर नहीं, बब्बर शेर हैं : राहुल
इस पूरे हंगामे के बीच राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि आज असम में जिस रास्ते से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) निकलनी थी, उसी रास्ते से बजरंग दल और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को रैली निकालने दी गई, लेकिन हमारी पदयात्रा को रोक दिया गया. राहुल ने कहा, असम में आज 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के रास्ते पर बैरिकेड लगा दिए गए थे. लेकिन कांग्रेस के जांबाज कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड को हटा दिया. फिर भी हम कानून का पालन करते हैं, इसलिए यात्रा उस रास्ते से निकाली गई जहां से हमें अनुमति मिली. लेकिन ये मत सोचिए कि कांग्रेस का कार्यकर्ता कमजोर है. कांग्रेस का कार्यकर्ता बब्बर शेर है.
आज असम में जिस रास्ते से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकलनी है।
— Congress (@INCIndia) January 23, 2024
इसी रास्ते से बजरंग दल और जेपी नड्डा की रैली निकली लेकिन हमारी पदयात्रा को रोक दिया गया है।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रास्ते पर लगे बैरिकेड हटा दिए हैं। इसलिए ये मत सोचिए कि कांग्रेस का कार्यकर्ता कमजोर है।… pic.twitter.com/swYuJkFwBC
हम डरने वाले नहीं हैं : राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार तरह-तरह की अड़चनें लगाकर हमें डराने की कोशिश कर रही है. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. राहुल गांधी ने कहा, “कुछ भी करो.. बुरा-भला कहो, परेशान करो, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगा. मैं सच्चाई के लिए लड़ता रहूंगा. चाहे पूरी दुनिया मेरे खिलाफ खड़ी हो जाए, मुझे फर्क नहीं पड़ता. एक बार मैंने मन बना लिया, तो मेरी विचारधारा के लिए लड़ने से मुझे कोई नहीं रोक सकता.”
कुछ भी करो.. बुरा-भला कहो, परेशान करो, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगा।
— Congress (@INCIndia) January 23, 2024
मैं सच्चाई के लिए लड़ता रहूंगा।
चाहे पूरी दुनिया मेरे खिलाफ खड़ी हो जाए, मुझे फर्क नहीं पड़ता।
एक बार मैंने मन बना लिया, तो मेरी विचारधारा के लिए लड़ने से मुझे कोई नहीं रोक सकता
: @RahulGandhi जी
📍 असम pic.twitter.com/eJ6027nQu1
असम के सीएम, अमित शाह कर रहे हैं मदद : राहुल
राहुल ने इस हंगामे के बाद प्रेस से बात करते हुए कहा, “"जो असम के चीफ मिनिस्टर यात्रा के खिलाफ कर रहे हैं, सबसे पहले इससे यात्रा का फायदा हो रहा है...जो पब्लिसिटी हमें शायद नहीं मिलती, पर असम के चीफ मिनिस्टर और शायद उनके पीछे अमित शाह हमारी मदद कर रहे हैं...तो उससे तो हमारा फायदा ही फायदा है और असम में आज हमारी यात्रा मुख्य मुद्दा बन गयी है." यानी राहुल गांधी का कहना है कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सर्मा भारत जोड़ो न्याय यात्रा के खिलाफ जो भी कदम उठा रहे हैं, उससे उनकी यात्रा का और ज्यादा प्रचार हो रहा है. राहुल ने आगे कहा कि कहा कि हमारी यात्रा का संदेश गांवों तक पहुंच रहा है. जनता देख रही है कि राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोका जा रहा है, छात्रों से बात करने से रोका जा रहा है.
असम के मुख्यमंत्री यात्रा के खिलाफ जो भी कर रहे हैं, इससे यात्रा को फायदा हो रहा है।
— Congress (@INCIndia) January 23, 2024
असम में मुख्य मुद्दा अब ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ बन गई है। हमारी यात्रा का संदेश गांवों तक पहुंच रहा है।
जनता देख रही है कि राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोका जा रहा है, छात्रों से बात करने से… pic.twitter.com/UgAutREIDb
ओबीसी, दलितों, आदिवासियों को भागीदारी नहीं मिलती : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' देश की जनता के लिए न्याय का हक लेने की यात्रा है. हमारी ‘न्याय की लड़ाई’ के 5 स्तंभ हैं: 1. युवाओं को न्याय, 2. भागीदारी में न्याय, 3. ⁠⁠नारी को न्याय, 4. किसानों न्याय और 5. श्रमिकों को न्याय. उन्होंने कहा कि देश को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर मजबूत बनाने के लिए जनता को उसकी भागीदारी मिलनी बहुत आवश्यक है, इसीलिए हम 'न्याय की सोच' को लेकर आगे बढ़ रहे हैं.” राहुल ने सिस्टम में वंचित तबकों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा, ‘‘देश में करीब 50 प्रतिशत ओबीसी, 15 प्रतिशत दलित और 12 प्रतिशत आदिवासी हैं, लेकिन इन्हें व्यवस्था में भागीदारी नहीं मिलती है. भारत सरकार के 90 शीर्ष अफसरों में सिर्फ तीन ओबीसी वर्ग के हैं. इसलिए भागीदारी बहुत जरूरी है, कांग्रेस का उस पर विशेष ध्यान रहेगा.’’
राहुल गांधी ने दावा किया कि असम में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी का बोलबाला है और प्रदेश मुख्यमंत्री द्वारा नहीं, बल्कि दिल्ली से संचालित किया जा रहा है. उन्होंने एक बार फिर से हिमंता बिस्वा सर्मा को देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री करार दिया. राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ इसी महीने 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई है. यह यात्रा 6500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करके 20 या 21 मार्च को मुंबई में खत्म होगी. यात्रा के दौरान राहुल गांधी और उनके साथी आम तौर पर बस से सफर कर रहे हैं, लेकिन कई जगहों पर राहुल गांधी पदयात्राएं भी करते हैं और सभाओं को संबोधित करते हैं.