/financial-express-hindi/media/media_files/qWV4CDVkWXRyAlfj6vfM.jpg)
बिहार वोटर लिस्ट रिविजन प्रक्रिया को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए विपक्षा संसद के मानसून सत्र में चर्चा की मांग कर रहा है.
INDIA Bloc Plans Protest March Over Bihar Voter List Revision: बिहार वोटर लिस्ट स्पेशल रिविजन (Bihar Voter List SIR) को लेकर संसद से सड़क तक राजनीति तेज हो गई है. विपक्षी गठबंधन INDIA के नेता इस मुद्दे पर रणनीति बनाने के लिए 7 अगस्त को रात्रिभोज बैठक करने की तैयारी में हैं. सूत्रों के मुताबिक, अगले दिन यानी 8 अगस्त को ये INDIA ब्लॉक में सहयोगी दलों के नेता चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च भी निकाल सकते हैं.
वोटर लिस्ट स्पेशल रिविजन मसले को लेकर मानसून सत्र में संसद का कामकाज ठप पड़ा है. विपक्ष इस प्रक्रिया को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन सत्तारूढ़ दल ने स्पष्ट कर दिया है कि संसद में इस मुद्दे पर चर्चा संभव नहीं. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ के एक फैसले का हवाला देकर कहा कि चुनाव आयोग के कार्य पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती.
क्या है विपक्ष की चिंता?
INDIA गठबंधन की पार्टियों ने बिहार में चल रही SIR प्रक्रिया को लेकर गंभीर आशंका जताई है. उनका आरोप है कि इस प्रक्रिया के जरिए कई लोगों को मताधिकार से वंचित किया जा सकता है. कुछ नेताओं ने इसे 'वोटबंदी' और 'वोट चोरी' तक करार दिया है.
उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले एकजुटता की कवायद
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब उपराष्ट्रपति चुनाव की घोषणा हो चुकी है. सूत्रों का कहना है कि विपक्ष संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर भी विचार कर रहा है. ऐसे में SIR मुद्दे के साथ-साथ यह मीटिंग राजनीतिक रणनीति को धार देने की दिशा में अहम मानी जा रही है.
चुनाव आयोग के सामने प्रदर्शन की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, 8 अगस्त को विपक्षी दल चुनाव आयोग के समक्ष विरोध मार्च निकालेंगे. यह प्रदर्शन SIR प्रक्रिया के खिलाफ होगा, जिसे वे अलोकतांत्रिक और पक्षपाती बता रहे हैं.