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Cigibud: IIT दिल्ली के पूर्व छात्र ने बनाया अनोखा सिगरेट फिल्टर, लत छुड़ाने में मदद, चेक करें कीमत

Cigibud Cigarette Filter: आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र प्रतीक शर्मा ने धूम्रपान करने वालों के लिए एक ऐसा सिगरेट फिल्टर विकसित किया है जो ना सिर्फ उनके शरीर में जाने वाली निकोटिन की मात्रा को कम करेगा बल्कि उन्हें इस आदत को छोड़ने में भी मदद करेगा.

Cigibud Cigarette Filter: आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र प्रतीक शर्मा ने धूम्रपान करने वालों के लिए एक ऐसा सिगरेट फिल्टर विकसित किया है जो ना सिर्फ उनके शरीर में जाने वाली निकोटिन की मात्रा को कम करेगा बल्कि उन्हें इस आदत को छोड़ने में भी मदद करेगा.

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FE Hindi Desk
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Cigibud Cigarette Filter: सिगीबड के प्रत्येक पैकेट में 30 फिल्टर होंगे जिसकी कीमत 350 रुपये होगी और प्रत्येक फिल्टर का एक बार उपयोग करना सही रहता है. (PC_Amazon

Cigibud Cigarette Filter: अगर आपको धूम्रपान करने का लत है और आप चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र प्रतीक शर्मा ने धूम्रपान करने वालों के लिए एक ऐसा सिगरेट फिल्टर विकसित किया है जो ना सिर्फ उनके शरीर में जाने वाली निकोटिन की मात्रा को कम करेगा बल्कि उन्हें इस आदत को छोड़ने में भी मदद करेगा. आईआईटी के इस छात्र को यह विचार 2018 में सिनेमाघर में एक फिल्म के दौरान धूम्रपान नहीं करने की सलाह देने वाला परामर्श देखने के बाद आया.

80% तक निकोटिन हो जाएगा फिल्टर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली से 2015 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाले प्रतीक शर्मा ने ‘सिगीबड’ नाम से दुनिया का पहला ऐसा सिगरेट फिल्टर बनाया है जो धूम्रपान की लत को छोड़ने में मदद करेगा. शर्मा का दावा है कि ‘सिगीबड’ बुधवार से बाजार में उतर रहा है और यह सिगरेट पीने वालों के अनुभव या स्वाद में कोई बदलाव किए बगैर धूम्रपान के दौरान उनके शरीर के भीतर जाने वाली 80 फीसदी निकोटिन को फिल्टर कर सकता है.

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मिल चुका है ‘स्टार्टअप नेशनल अवार्ड’

आईआईटी दिल्ली में पढ़ने के दौरान प्रतीक शर्मा ने अपने प्रोफेसर की मदद से ‘नैनोफाइबर टेक्नोलॉजी’ विकसित की और उसे पेटेंट कराया. साल 2015 में ग्रेजुएशन करने पर उन्होंने इस तकनीक पर आधारित प्रोडक्ट बनाने और उन्हें बाजार में उतारने पर काम शुरू किया. शर्मा की लीक से हटकर इस सोच के लिए राष्ट्रपति ने 2017 में ‘स्टार्टअप नेशनल अवार्ड’ दिया था.

प्रतीक का क्या है कहना?

प्रतीक शर्मा का कहना है कि हम पहले से ही नासोफिल्टर, नैनोक्लीन पॉल्यूशन नेट और मासोमास्क आदि प्रोडक्ट्स पर काम कर रहे थे. हालांकि हमने तय किया कि इसी तकनीक का उपयोग अब कुछ ऐसा बनाने में करेंगे जो लोगों को धूम्रपान छोड़ने में मदद करे. शर्मा की टीम ने एक रिसर्च किया जिसमें उन्हें पता चला कि धूम्रपान करने वाले 63 फीसदी लोग इस आदत को छोड़ना चाहते हैं लेकिन निकोटिन के नशे के कारण ऐसा कर नहीं पाते. टीम को यह भी पता चला कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बिना किसी मदद के महज चार फीसदी लोग ही धूम्रपान छोड़ने में कामयाब हो पाते हैं.

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30 फिल्टर की कीमत 350 रुपये

सिगीबड के प्रत्येक पैकेट में 30 फिल्टर होंगे जिसकी कीमत 350 रुपये होगी और प्रत्येक फिल्टर का एक बार उपयोग करना सही रहता है. हालांकि लोग इसका अधिकतम तीन बार उपयोग कर सकते हैं. प्रतीक शर्मा का कहना है कि तीन बार के बाद फिल्टर प्रभावी नहीं रह जाएगा. शर्मा ने कहा कि वह सिगरेट बनाने वाली कंपनियों के संपर्क में भी हैं ताकि उन्हें बायो-सेफ सिगरेट फिल्टर बनाने की सामग्री उपलब्ध करायी जा सके. उन्होंने कहा, ‘‘सिगरेट बट को यूंही फेंक दिया जाना आज हमारे समुद्री प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है और हमारी तकनीक बायो-सेफ फिल्टर बनाने का हल सुझा सकती है."

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