scorecardresearch

Cyclonic storm Biparjoy: भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय', इन राज्यों में मंडराया संकट, IMD ने जारी किया अलर्ट

Cyclonic storm Biparjoy: अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' जल्द ही देश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है.

Cyclonic storm Biparjoy: अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' जल्द ही देश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है.

author-image
FE Hindi Desk
New Update
cyclone-storm-1-1-1

Cyclonic storm Biparjoy: भारत में यह तूफान केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र के तट से टकराएगा.

Cyclonic storm Biparjoy: अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' (Cyclonic storm Biparjoy) जल्द ही देश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को कहा कि चक्रवात 'बिपारजॉय' तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और अब वह गंभीर तूफ़ान में तब्दील हो गया है. बुधवार को सुबह 9:00 बजे (आईएसटी) अपडेट किए गए अपने बुलेटिन में, आईएमडी ने कहा कि अगले 24 घंटों में चक्रवात अपनी तीव्रता को बनाए रखते हुए उत्तर दिशा की ओर बढ़ सकता है. इसके बाद अगले 3 दिनों में यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा.

भारत के इन इलाकों से टकराएगा तूफान

भारत में यह तूफान केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र के तट से टकराएगा. फिलहाल  चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' गोवा तट से करीब 900 किमी दूर, मुंबई से 1050 किलोमीटर और पोरबंदर से 1130 किलोमीटर दूर है. भारत के इन तटीय इलाकों में 8 से 10 जून के बीच समुंद्र में उंची लहरें उठ सकती हैं. इसको लेकर सभी इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और मछुआरों को समुंद्र तट के किनारें न जाने को कहा गया है. आईएमडी ने बताया है कि संभावना है कि हवा की गति 135-145 किमी प्रति घंटे की रह सकती है और अगले तीन से चार दिनों में यह 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगेगी.

Advertisment

Also Read: Maruti Suzuki Jimny की कीमतों का हुआ खुलासा, महिंद्रा थार है मुकाबला, क्या है इसमें खास?

IMD ने जारी किया अलर्ट 

चक्रवात बिपारजॉय का प्रभाव कई दक्षिण-पश्चिमी राज्यों में महसूस किए जाने का अनुमान है. आईएमडी ने इन क्षेत्रों में अगले पांच दिनों के लिए तेज हवा की चेतावनी जारी की है. आईएमडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी निर्देशों में यह सलाह दी गई है कि मछुआरे 7 से 9 जून तक दक्षिण अरब सागर के मध्य और आसपास के क्षेत्रों में और 10 जून को उत्तर और दक्षिण अरब सागर के मध्य और आसपास के क्षेत्रों में जाने से बचें. बयान में कहा गया है कि केरल-कर्नाटक तटों के साथ-साथ लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्रों में मछुआरों को 6 और 7 जून को सतर्क रहना चाहिए, जबकि कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र के तटों के साथ-साथ 8 जून से 10 जून तक सतर्क रहना चाहिए.

Cyclone