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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी अगला लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. (Photo : PTI)
National Conference gives jolt to the INDIA alliance: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया अलायंस (India Alliance) को एक और बड़ा झटका लगा है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (NC) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी अगला लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि उन्होंने काफी कोशिश की लेकिन इंडिया गठबंधन के मिलकर चुनाव लड़ने की संभावना नहीं बन पाई.उन्होंने यह भी कहा कि वे इसके लिए अब भी बातचीत कर रहे हैं. अब्दुल्ला ने उम्मीद भी जाहिर की है कि जम्मू-कश्मीर में आगामी लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव भी कराए जा सकते हैं. इससे पहले पश्चिम बंगाल और पंजाब में भी इंडिया गठबंधन के मिलकर चुनाव लड़ने की उम्मीदें टूट चुकी हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने भी विपक्षी गठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी की अगुवाई वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) से नाता जोड़ लिया है.
ED ने 12 फरवरी को अब्दुल्ला फिर से भेजा था नोटिस
फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने गुरुवार को श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, "जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है, नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में अकेले ही चुनाव लड़ेगी और इसमें कोई संदेह नहीं है.” केंद्र सरकार की जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फारूक अब्दुल्ला को इसी सोमवार 12 फरवरी को जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े मनी लॉन्डरिंग के केस में पूछताछ के लिए फिर से तलब किया था. ईडी ने उन्हें अगले ही दिन यानी मंगलवार 13 फरवरी को श्रीनगप में पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन फारूक अब्दुल्ला ने लिखित जवाब में कहा था कि वे श्रीनगर से बाहर रहने की वजह से मंगलवार को हाजिर नहीं हो पाएंगे. इससे पहले उन्हें इसी सिलसिले में 11 जनवरी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे उस वक्त भी केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे. ईडी ने जुलाई 2022 में इसी मामले में अब्दुल्ला के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दायर की थी. पिछले कुछ दिनों के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस के कई जिला पदाधिकारियों और समर्थकों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की है. इनमें कठुआ जिला अध्यक्ष संजीव खजुरिया भी शामिल हैं. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल (यू) भी इंडिया गठबंधन का दामन छोड़कर बीजेपी से हाथ मिला चुके हैं.
AAP ने भी पंजाब में दिया है झटका
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी कुछ दिनों पहले ही एलान कर चुके हैं कि आम आदमी पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस के साथ उसका कोई गठबंधन नहीं होगा. आप की गोवा इकाई भी ऐसा ही कर रही है, जबकि दिल्ली में पार्टी ने राजधानी की 7 लोकसभा सीटों में कांग्रेस को सिर्फ 1 सीट देने की पेशकश की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ने जा रही है. ममता बनर्जी यह भी साफ कर चुकी हैं कि उनकी कांग्रेस के साथ कोई बातचीत नहीं चल रही है. ऐसे में फारूक अब्दुल्ला का ताजा बयान इंडिया गठबंधन के लिए एक और बड़ा नुकसान है.