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Free Health Cover: आयुष्मान भारत से लेकर आरोग्य कोष योजना तक, इन सरकारी स्कीम में 5 लाख रुपये तक इलाज फ्री

Ayushman Bharat To Arogya Kosh Yojana: देश में कुछ ऐसे भी इलाके हैं जहां आज भी आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना लागू नहीं है. इन जगहों पर लोगों को फ्री में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों ने इंतजाम किए हैं. आइए जानते हैं.

Ayushman Bharat To Arogya Kosh Yojana: देश में कुछ ऐसे भी इलाके हैं जहां आज भी आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना लागू नहीं है. इन जगहों पर लोगों को फ्री में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों ने इंतजाम किए हैं. आइए जानते हैं.

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Mithilesh Kumar
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Ayushman Bharat free health cover

Ayushman Bharat PMJAY के तहत करोड़ों लोगों को प्रति परिवार हर साल 5 लाख रूपये का हेल्थ कवर उपलब्ध कराया जाता है.(Image: x/@ChouhanShivraj)

Ayushman Bharat, Delhi Arogya Kosh Yojana, West Bengal Swasthya Sathi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat-PMJAY) के आज 6 साल पूरे हुए. योजना के तहत देश में अबतक 35 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं. इसके तहत करोड़ों लोगों को प्रति परिवार हर साल ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर 5 लाख रूपये का हेल्थ कवर उपलब्ध कराया जाता है.

सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में अकेले आयुष्मान भारत-पीएम जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 5 करोड़ 11 लाख से अधिक लोगों को गोल्डन कार्ड जारी किए गए हैं. इस योजना से आज गरीबों को बेहतर इलाज मिल रहा है और उनका स्वास्थ्य भी सुरक्षित है. हालांकि देश में कुछ ऐसे भी इलाके हैं जहां आज भी आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना लागू नहीं है. अगस्त 2024 की शुरूआत में स्वास्थ मंत्रालय की ओर से बताया गया था कि दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा को छोड़कर 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयुष्मान भारत स्कीम लागू है. ऐसे में फ्री में इलाज कराने की सुविधा के लिए आयुष्मान भारत योजना के जैसी दिल्ली और पश्चिम बंगाल में कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं, आइए जानते हैं.

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दिल्ली सरकार की फ्री हेल्थ स्कीम्स

दिल्ली आरोग्य कोष योजना (DAK) 

दिल्ली में लोगों को फ्री में इलाज कराने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा आरोग्य कोष योजना चला जा रही है. योजना के तहत इलाज के लिए जांच, इंप्लांट, सर्जरी जैसी सुविधाएं फ्री में मिल रही हैं. इस स्कीम में दिल्ली का हर वो नागरिक इलाज करा सकता है, जिसके पास दिल्ली का वोटर कार्ड है. इंप्लांट्स का 5 लाख तक का खर्च दिल्ली सरकार वहन करती है.

दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में फ्री में इलाज होता है. 30 दिनों से ज्यादा का वेटिंग पीरियड होने पर प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा सकते हैं, जिस खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. इसके लिए दिल्ली का वोटरक कार्ड होना जरूरी है. इसके अलावा देश की राष्ट्रीय राजधानी में सड़क हादसे में घायल किसी आदमी का इलाज नजदीक के प्राइवेट अस्पताल में भी हो सकता है. इस खर्च का वहन दिल्ली सरकार करती है. 

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पश्चिम बंगाल में लोगों का इस स्कीम के जरिए होता है फ्री इलाज

स्वास्थ्य साथी योजना

पश्चिम बंगाल में ‘स्वास्थ्य साथी’ योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा है. खासियत की बात करें तो, योजना के तहत राज्य के लोगों के लिए प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपये तक का हेल्थ कवर मिलता है. कागज रहित, कैश रहित, स्मार्ट कार्ड आधारित योजना में सभी पूर्व-मौजूदा बीमारियों को कवर किया जाता है. इसमें परिवार के साइज को लेकर कोई लिमिट नहीं है. परिवार में सभी आश्रित शारीरिक रूप से विकलांग लोगों को भी इस योजना के तहत कवर किया जाता है. लोगों के इलाज पर होने वाली खर्च पश्चिम बंगाल सरकार देखती है और पात्र लाभार्थियों को इसमें किसी प्रकार का कोई कॉन्ट्रिब्यूशन नहीं देना पड़ता है.

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ओडिशा

अब बात ओडिशा की, राज्य में हाल में सत्ता का परिवर्तन हुआ है. लंबे समय सत्ता पर काबिज बीजू जनता दल को पटखनी देकर भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाई है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, ओडिशा आयुष्मान भारत-पीएम जन आरोग्य योजना में शामिल होने की कगार पर है. उम्मीद है कि भाजपा के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार आने वाले कुछ ही दिनों में राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू करने के लिए जिम्मेदार एजेंसी, नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेगी. ओडिशा के इस योजना का हिस्सा बन जाने के बाद सिर्फ दिल्ली और पश्चिम बंगाल ही ऐसे राज्य बच जाएंगे जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना से बाहर रहेंगे.

देश में अबतक बन चुके हैं 35 करोड़ आयुष्मान कार्ड

छह साल पहले आज ही के दिन यानी 23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना लॉन्च की गई थी. योजना के तहत देश में अबतक 35 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं. नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (X) पर किए पोस्ट में बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना के तहत अबतक 7.8 करोड़ मरीजों ने अस्पताल में भर्ती होकर उपचार कराया है. योजना के तहत जनता को इस तरह से 1.07 लाख करोड़ रुपये का लाभ हुआ है. योजना के पात्र लाभार्थी देशभर में करीब 30,000 सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती होकर कैशलेस और पेपरलेस हेल्थ सर्विसेज ले सकते हैं.

8 अगस्त 2024 को स्वास्थ मंत्रालय ने बताया था कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ बेनिफिट पैकेज में लोगों के इलाज के लिए जनरल मेडिसिन, सर्जरी, कॉर्डियो, ऑन्को समेत 1949 प्रोसेज्योर (procedures) कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं. योजना के तहत मरीजों के लिए देशभर में 27 स्पेशियालिटीज हेल्थ सेंटर में भी सेवाएं दी जा रही हैं.

इसके अलावा, हाल में आयुष्मान भारत योजना का विस्तार किया गया है. पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल ने योजना के तहत आय की परवाह किए बिना 70 साल और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य कवरेज को मंजूरी दी. सरकार के इस पहल का लक्ष्य 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों वाले लगभग 4.5 करोड़ परिवारों को पारिवारिक आधार पर 5 लाख रुपये का मुफ्त हेल्थ इंश्योरेंस कवर देना है. इस मंजूरी के साथ, 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक, चाहे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, आयुष्मान भारत योजना का लाभ पाने के पात्र बन गए हैं. जल्द ही ऐसे लोगों के लिए कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी.

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