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उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि आयोध्या के समारोह की सुरक्षा के लिए हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए तैयारियां पूरी हो चुका हैं. राम मंदिर उद्घाटन समारोह के मद्देनजर शहर में पहले से ही हजारों पुलिसकर्मी तैनात हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल महानिदेशक (लॉ एंड आर्डर) डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि राम नगरी में सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की मांग के मुताबिक सीएपीएफ की सात कंपनियां, दो एंटी-ड्रोन सिस्टम और दो एनएसजी स्नाइपर टीमें शहर में तैनात की गई हैं. इसके अलावा 25 वीआर कार्स, 10 वाहन-घुड़सवार जैमर और छह वाहन-माउंटेड एक्सरे बैगेज स्कैनर के लिए केंद्र से रिक्वेस्ट की गई है.
अयोध्या में हजारों पुलिसकर्मी तैनात
राम मंदिर का उद्घाटन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि आयोध्या के समारोह की सुरक्षा के लिए 17 पुलिस अधीक्षक, 24 सहायक पुलिस अधीक्षक (आईपीएस 2020-21 बैच), 44 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 140 पुलिस उपाधीक्षक, 208 निरीक्षक, 1196 उप-निरीक्षक, 83 सहायक उप-निरीक्षक, 4,350 पुलिस अधिकारी, 590 कांस्टेबल, 16 यातायात निरीक्षक, 130 यातायात उप-निरीक्षक, 325 यातायात अधिकारी, 540 यातायात कांस्टेबल और 26 पीएसी कंपनियों के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस अधिकारी पहले ही अलॉट किए जा चुके हैं.
उन्होंने बताया कि दो इंस्पेक्टर, 40 उपनिरीक्षक, 150 अधिकारी, 30 महिला कांस्टेबल और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की एक PAC कंपनी को भी तैनात किए गए हैं. यूपी पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट के इनपुट पर संबंधित पुलिस अधिकारियों को अलर्ट भेजा जा रहा है. डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि हमने अयोध्या मंदिर में राम की मूर्ति की सुरक्षित स्थापना के लिए 20 विस्तृत निर्देश जारी किए हैं.
बताया जा रहा है कि इस वक्त अयोध्या छावनी में तब्दील हो गई है. टेंट सिटी में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं और अग्रिम अग्नि सुरक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है. अधिकारियों की उच्च दृश्यता सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं, और वरिष्ठ अधिकारियों को फ्लैग मार्च, चेकिंग और पैदल गश्त सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) से कड़ी चेकिंग होती है. डीजीपी ने बताया कि कुशीनगर जिले में एक महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी के तहत ड्यूटी तय की गई है क्योंकि यहां एसएसबी की कोई तैनाती नहीं है.
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प्रशांत कुमार ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में अयोध्या की ओर जाने वाले सभी पांच राजमार्गों पर ग्रीन कॉरिडोर स्थापित किए गए हैं और एक योजना के तहत रूट डायवर्ट करने के निर्देश जारी किए गए हैं और यातायात अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं. महानिदेशक ने बताया कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल और कमान केंद्र स्थापित किया गया है जहां विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात हैं.
NDRF और SDRF को भी दिए गए हैं निर्देश
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), विशेष कार्य बल (एसटीएफ), आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) और खुफिया विभाग को समन्वय बनाए रखने और कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. लगातार वाटर पेट्रोलिंग भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि अयोध्या और उसके पड़ोसी जिलों में रेलवे पुलिस अधिकारियों, हवाई अड्डा प्राधिकरण और सीआईएसएफ को समन्वय बनाए रखने और सुरक्षा के उचित इंतजाम करने के लिए कहा गया है.