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Chhattisgarh CM : पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार लोकसभा सांसद रहे 59 वर्षीय विष्णु देव साय अविभाजित मध्य प्रदेश में दो बार विधायक भी रह चुके हैं. (PTI Photo)
छत्तीसगढ़ में नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. कई दिनों की अटकलों और इंतजार के बाद भाजपा ने विधायक दल की बैठक में सीएम चेहरे का एलान कर दिया है. छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय (Union Minister Vishnu Deo Sai) होंगे. भाजपा के नवनिर्वाचित 54 विधायकों की बैठक में वरिष्ठ आदीवासी नेता विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगी है. भूपेश बघेल के अगुवाई वाली कांग्रेस पार्टी के पांच साल के कार्यकाल के बाद राज्य में बीजेपी की वापसी हुई है. इससे पहले भाजपा ने 2013 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल कर 2018 तक शासन में रही थी.
कौन हैं विष्णु देव साय?
विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ के सबसे वरिष्ठ आदिवासी नेताओं में से एक माना जाता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार लोकसभा सांसद रहे 59 वर्षीय विष्णु देव साय अविभाजित मध्य प्रदेश में दो बार विधायक भी रह चुके हैं. केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने एक चुनावी रैली में कहा था कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो विष्णु देव साय को 'बिग मैन' यानी बड़ा आदमी बना दिया जाएगा.
छत्तीसगढ़ का अगला सीएम चुने जाने के बाद विष्णु देव साय ने मीडिया के लोगों से कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मैं सरकार के जरिए पीएम मोदी की गारंटी (भाजपा के चुनाव पूर्व वादों) को पूरा करने की कोशिश करूंगा. शपथ के बाद राज्य में पहला काम लाभार्थियों को आवास योजना के तहत 18 लाख घरों को मंजूरी देना है.
पूर्व सीएम रमन सिंह ने नए मुख्यमंत्री को दी शुभकामनाएं
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के एलान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए कहा कि कुनकुरी विधायक व आदिवासी नेता विष्णु देव साय को आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा का दायित्व प्राप्त होने पर अशेष शुभकामनाएं. उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हम सभी पूर्ण निष्ठा से भाजपा के संकल्प पत्र (मोदी की गारंटी) के वादों को पूरा करते हुए प्रदेश में प्रगतिशील परिवर्तन लाने में सफल होंगे और भाजपा के डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ दोगुनी रफ़्तार से विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा.
कुनकुरी विधायक व आदिवासी नेता श्री @vishnudsai जी को आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा का दायित्व प्राप्त होने पर अशेष शुभकामनाएं।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) December 10, 2023
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हम सभी पूर्ण निष्ठा से भाजपा के संकल्प पत्र (मोदी की… pic.twitter.com/0o7NzibnRu
विष्णु देव साय को सीएम बनाए जाने पर भूपेश बघेल ने दी बधाई
कुनकुरी विधायक, वरिष्ठ भाजपा नेता श्री विष्णु देव साय जी को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 10, 2023
नवा छत्तीसगढ़ की न्याय और प्रगति यात्रा को आप मुख्यमंत्री के रूप में आगे बढ़ाएँ, ऐसी कामना करता हूँ. @vishnudsai
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी शुभकामनाएं देते हुए कहा - कुनकुरी विधायक, वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णु देव साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं. नवा छत्तीसगढ़ की न्याय और प्रगति यात्रा को आप मुख्यमंत्री के रूप में आगे बढ़ाएं, ऐसी कामना करता हूं.
विष्णु देव साय को मिला इन नेताओं का समर्थन
मुख्यमंत्री की रेस में शामिल भाजपा नेता रेणुका सिंह ने कहा, विष्णु देव साय मुझसे ज्यादा अनुभवी हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रमन सिंह, लता उसेंडी (पूर्व मंत्री) और बृजमोहन अग्रवाल (सबसे लंबे समय तक विधायक जो 8 वीं बार जीते) ने विष्णु देव साय का समर्थन किया.
चुनाव नतीजे आने के करीब एक हफ्ते बाद नए मुख्यमंत्री की घोषणा में देरी ने इन अटकलों को हवा दे दी थी कि भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व मुश्किल से पांच महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनावों में क्लीन स्वीप को बनाए रखने के लिए बड़े बदलावों की तलाश कर सकता है. हालांकि आज इस पर भाजपा की ओर से फैसला ले लिया गया. भाजपा ने छत्तीसगढ़ की 90 में से 54 विधानसभा सीटें जीतकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया है. 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर सिमटी भाजपा इस तीन गुना से अधिक सीटें जीतने में कामयाब रही. संगठन और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भूपेश बघेल पर चुनाव के दौरान लगातार हमलावर रही भाजपा को राज्य में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल हुई. इस कामयाबी में मदद करने वाली बात यह है कि 47 निर्वाचन क्षेत्रों में नए उम्मीदवारों को पार्टी की ओर से चुनाव के लिए टिकट दिया गया.
2018 में कुल 90 सीटों में से 68 सीटें जीतने वाली कांग्रेस लगभग आधी होकर 35 सीट पर सिमट गई. इस बार चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हरि सिंह मरकाम के बेटे तुलेश्वर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार को 714 मतों से हराकर पाली-तानाखार सीट जीती. यह सीट 2003 से कांग्रेस के पास थी.