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Chief Minister Manish Sisodia: राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के दौरान आप नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
Manish Sisodia News: शराब नीति मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट में सोमवार को पेशी के दौरान आप नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. गिरफ्तारी के बाद करीब एक हफ्ते तक वह सीबीआई कस्टडी में थे. सीबीआई के वकील ने कहा कि इस स्तर पर हम रिमांड बढ़ाए जाने की मांग नहीं कर रहे हैं लेकिन अगले 15 दिनों के भीतर इसकी मांग कर सकते हैं.
आठ घंटे की पूछताछ के बाद CBI ने किया था गिरफ्तार
दिल्ली शराब नीति मामले में रविवार 26 फरवरी 2023 को करीब एक हफ्ते पहले 8 घंटे की पूछताछ के बाद सीबाआई ने सिसोदिया गिरफ्तार किया था. अगले दिन सिसोदिया की पेशी के दौरान राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Courts) ने सीबाआई की मांग को स्वीकार करते हुए 4 मार्च तक के लिए रिमांड पर भेज दिया था. रिमांड खत्म वाले दिन पेशी के दौरान सीबाआई की मांग पर कोर्ट ने 2 दिन की और रिमांड बढ़ाने की अनुमति दे दी थी. करीब एक सात दिन सीबाआई कस्टडी में रहे मनीष सिसोदिया की पेशी सोमवार यानी आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी फिर होगी.
सिसोदिया सीबीआई पर 'मानसिक प्रताड़ना' का लगा चुके हैं आरोप
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सीबीआई पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा चुके हैं. इसी शनिवार को पेशी के दौरान सिसोदिया ने कोर्ट को बताया था कि जांच एजेंसी हर दिन कई घंटे “समान सवाल” पूछकर मानसिक रूप से उन्हें प्रताड़ित कर रही है. गिरफ्तारी के बाद पहली बार कोर्ट में पेशी के दौरान सिसोदिया ने कहा कि हर दिन सुबह 8 बजे से सीबीआई उनसे एक ही सवाल बार-बार पूछती हैं. उन्होंने सीबीआई के इस रवैएं को मानसिक उत्पीड़न बताया था. उनके पास दस्तावेजों में कुछ भी नहीं है. सिसोदिया ने यह सुनिश्चित करने के लिए कोर्ट के निर्देश के बारे में भी बात की कि पूछताछ के दौरान उन्हें किसी भी “थर्ड-डिग्री उपायों” के अधीन नहीं किया गया है. उन्होंने कोर्ट से कहा कि पिछली बार मेरे वकील ने इस शब्द का उल्लेख किया. सिसोदिया ने आगे कहा कि सीबीआई उनका सम्मान करती हैं. लेकिन 8 से 10 घंटे बैठना, एक ही सवाल बार-बार दाहराया जाना थर्ड डिग्री जैसा ही है.