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Money laundering: गिरफ्तारी के बाद सीने में उठा दर्ज, अस्पताल में भर्ती (Screenshot/ANI video)
Money laundering: तमिलनाडु के इलेक्ट्रिसिटी मिनिस्टर वी सेंथिल बालाजी को बुधवार सुबह को जॉब रैकेट से संबंधित एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. मंत्री के गिरफ्तारी के बाद चेन्नई और करूर में एक दर्जन स्थानों पर उनसे 18 घंटे की कड़ी पूछताछ हुई. जिन जगहों पर उनसे पूछताछ हुई उसमें चेन्नई में बालाजी का आधिकारिक निवास, फोर्ट सेंट जॉर्ज में राज्य सचिवालय में उनका आधिकारिक कक्ष और चेन्नई में उनके भाई अशोक का घर शामिल था.
2021 में दर्ज हुआ था मामला
दरअसल यह मामला राज्य के परिवहन विभाग में नौकरी के लिए नकद घोटाले से जुड़ा है, जो कथित तौर पर 2011-16 से AIADMK शासन में परिवहन मंत्री के रूप में बालाजी के कार्यकाल के दौरान हुआ था. मामला मार्च 2021 में विधानसभा चुनाव होने से कुछ समय पहले दर्ज किया गया था. इस वक्त पुलिस ने बालाजी और 46 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें विभिन्न परिवहन निगमों के वरिष्ठ सेवानिवृत्त और सेवारत अधिकारी शामिल थे. 2014-15 में भर्ती घोटाले से जुड़े आरोपों ने राज्य को हिला कर रख दिया था.
PMLA एक्ट के तहत हुई गिरफ्तारी
पिछले महीने, सुप्रीम कोर्ट ने 1 सितंबर, 2022 को मद्रास हाईकोर्ट द्वारा बालाजी और अन्य को PMLA मामले में भेजे गए ईडी समन को खारिज करने के पिछले फैसले को रद्द करते हुए जांच का रास्ता साफ कर दिया था. बालाजी को इसी प्रावधान के तहत गिरफ्तार किया गया है. अपनी गिरफ्तारी के बाद, बालाजी ने सीने में तकलीफ की शिकायत की, और उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए लगभग 2.30 बजे चेन्नई के सरकारी मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया. युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उधयनिधि स्टालिन, स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यन और लोक कल्याण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री ई वी वेलू, कानून मंत्री एस रघुपति सहित कई वरिष्ठ द्रमुक मंत्री उनसे अस्पताल में मिलने पहुंचे.