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New RBI Governor: संजय मल्होत्रा फिलहाल वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्यरत हैं. (PTI File Photo)
New Reserve Bank of India Governor Sanjay Malhotra: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अगले गवर्नर संजय मल्होत्रा होंगे. आरबीआई गवर्नर पद के लिए राजस्थान कैडर के 1990 बैच के IAS संजय मल्होत्रा को नियुक्त किया गया है. मल्होत्रा मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) की जगह लेंगे. फिलहाल वह वित्त मंत्रालय में रेवेन्यू सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत हैं.
संजय मल्होत्रा को मिली बड़ी जिम्मेदारी
संजय मल्होत्रा आरबीआई के 26वें गवर्नर होंगे. उन्हें गवर्नर के पद पर 3 साल के लिए नियुक्त किया गया है. फिलहाल संजय मल्होत्रा वित्त मंत्रालय में रेवेन्यू सेक्रेटरी के पद (Revenue Secretary in the Ministry of Finance) पर कार्यरत हैं. बतौर रेवेन्यू सेक्रेटरी उन्होंने डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स से जुड़े नीतियों को संभाला है.अपने तीन दशकों से अधिक के करियर में संजय मल्होत्रा ने फाइनेंशियल सर्विस डिपार्टमेंट में सेक्रेटरी के रूप में काम किया है. उनके पास पॉवर, आईटी, खनन, फाइनेंस और टैक्स जैसे सेक्टर्स के लिए काम करने का अनुभव है.
आरबीआई गवर्नर के पद पर नियुक्ति से पहले संजय मल्होत्रा वित्त मंत्रालय में रेवेन्यू सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं. रेवेन्यू सेक्रेटरी बनने से पहले मल्होत्रा REC लिमिटेड के चैयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया. REC लिमिटेड एक सरकारी उपक्रम है जो फाइनेंसिंग पॉवर प्रोजेक्ट से ताल्लुक रखता है. रेवेन्यू सेक्रेटरी के रूप में मल्होत्रा के पास GST से जुड़े मामलों को देखने का अनुभव है. उन्होंने GST काउंसिंल के लिए एक एक्स-ऑफिसिओ सेक्रेटरी (ex-officio Secretary) के रूप में भी काम किया है.
संजय मल्होत्रा IIT कानपुर के हैं पूर्व छात्र
मल्होत्रा ने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है. उनके पास अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी (Princeton University) से पब्लिक पॉलिसी में पीजी की डिग्री भी है.
RBI गवर्नर दास की लेंगे जगह
आरबीआई गवर्नर के पद पर करीब 6 साल बने रहने वाले शक्तिकांत दास की जगह अब संजय मल्होत्रा लेंगे. दास दिसंबर 2018 से इस पद पर बने हुए हैं. हाल ही में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रतिष्ठित फाइनेंस मैगजीन ग्लोबल फाइनेंस द्वारा लगातार दूसरे साल दुनिया के टॉप सेंट्रल बैंकर का खिताब दिया गया. उनको सेंट्रल बैंक रिपोर्ट कार्ड 2024 में फिर से A+ ग्रेड मिला है. दास को यह अवॉर्ड अमेरिका के वाशिंगटन D.C. में ग्लोबल फाइनेंस की ओर से दिया गया.
सामने क्या है चुनौती?
नए आरबीआई गवर्नर के सामने सबसे बड़ी चुनौती ऊंची महंगाई दर और निराशाजनक जीडीपी ग्रोथ के आंकड़ों के बीच संतुलन बनाना है. भारत की GDP विकास दर जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए पिछले दो सालों में सबसे अधिक निराशाजनक रही. हाल ही में इसी शुक्रवार 6 दिसंबर को मॉनेटरी पॉलिटी कमेटी की बैठक के बाद आरबीआई ने लगातार 11वीं बार रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा. बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर ने कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में 50 बेसिस प्वॉइंट की कटौती का एलान किया, जो फिलहाल 4.5 फीसदी पर है. CRR घटने से बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी और इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा. CRR को 50 बेसिस प्वाइंट्स से घटाया ताकि लिक्विडिटी बढ़ाई जा सके. CRR उस फंड का हिस्सा है जिसे कॉमर्शियल बैंकों को सेंट्रल बैंक के पास रिजर्व के रूप में जमा करना होता है.